30 December 2022 03:44 PM
जोग संजोग टाइम्भीस बीकानेर ,लवाड़ा के डांग हनुमान मंदिर के महंत की गिरफ्तारी के बाद लगातार चौंकाने वाले खुलासे हो रहे है। अब सामने आया है कि, कोरोना के दौरान लॉकडाउन से आश्रम में यौन शोषण का खेल चल रहा था। नाबालिग से एक बार नहीं बल्कि कई बार यौन शोषण किया गया था। ये बात नाबालिग ने अपनी सहेलियों और महाराष्ट्र आश्रम के एक लड़के को भी बताई थी। बात जगजाहिर होने के बाद महंत इतना डर गया था कि, अपने नाम के हवन और पूजा-अर्चना शुरू कर दिया था।
भीलवाड़ा शहर से 30 किमी दूर घोड़ास गांव है। यहां करीब 100 बीघा एरिया में एक डांग हनुमान मंदिर भी बना हुआ है। इस आश्रम के महंत सरजूदास महाराज को यौन शोषण के मामले में गिरफ्तार किया गया है। आश्रम में महंत की एक कुटिया थी। जिसे वह सबसे पवित्र बताता था। वह लोगों के सामने नियम से धर्म का अनुसरण करने की बता कहता था। हर दिन योग करता था। उस समय कुटिया में किसी को नहीं आने देता था। उसी कुटिया में कई बार नाबालिग से यौन शोषण किया गया।
महंत के आश्रम में एक कुटिया बनी हुई है। उसके अंदर हर कोई नहीं जा सकता है। बकायदा प्रवेश के लिए नियम बने हुए है। उसी में यौन शोषण किया गया था।
लॉकडाउन से शुरू हुआ घिनौना काम
फिलहाल एक मामला महंत के खिलाफ सामने आया है। पीड़िता ने पुलिस को दिए अपने बयान में कहा है कि, आश्रम में निर्माण कार्य चलता रहता था। कोरोना से पहले साफ-सफाई और अन्य काम के लिए वे भी अपनी मां के साथ गई थी। तब ही महंत से परिचय हुआ था। लॉकडाउन के दौरान मौका देखकर महंत ने कुटिया में यौन शोषण किया। उसके बाद ये सिलसिला जारी रहा। किसी को बताने पर खुद को ही मारने की धमकी देता था।
आश्रम में रह रहे युवक को बताई महंत की करतूत
एक बार अपने दल के साथ महाराष्ट्र के जलगांव स्थित आश्रम में भी लेकर गया था। वहां नाबालिग की एक आश्रम में रह रहे एक युवक से जान-पहचान हुई थी। उसे महंत की सारी करतूत के बारे में बताया था। इसके अलावा अपनी सहेलियों को भी बताया था। लेकिन डर के कारण कभी घर या पुलिस में शिकायत नहीं की थी।
महंत को पुलिस ने कोर्ट में पेश कर 2 जनवरी तक रिमांड पर लिया है। हर पहलू से पुलिस जांच कर रही है। पीड़िता का भी बयान लिया गया है।
बेटी के साथ घिनौने काम का पता लगने पर छोड़ा आश्रम
पीड़िता की मां आश्रम में ही काम कर अपना घर गुजारा करती थी। 2022 में बेटी के साथ हुए घिनौने काम के बारे में पता चला था। उसके बाद आश्रम में जाना छोड़ दिया था। लोकलाज के डर से बात को दबा दिया था। इसके बाद अचानक एक दिन मां पर एसिड अटैक हुआ था। तब मां ने महंत पर अटैक करने का आरोप लगाकर मामला दर्ज करवाया था।
महंत ने डरकर पूजा-अर्चना करवाई
मां को पता लगने और मामला पुलिस तक पहुंचने पर महंत डर गया था। पुलिस से बचने के लिए उसे पूजा-अर्चना और हवन करना शुरू कर दिया था। उसने अपने अलग-अलग राज्यों के 5 आश्रमों में पूजा करवाई थी।
पीड़िता व मां का अभी पता नहीं
महंत की गिरफ्तारी के बाद से मां-बेटी का पता नहीं है। संभावना है कि, वे पुलिस सुरक्षा में है। ताकि दोनों पर कुछ दबाव न बनाया जा सकें।
मामला दर्ज होने के बाद से महंत काफी डरा हुआ था। उसने हवन और पूजा-अर्चना करवाना तक शुरू कर दिया था।
पुलिस हर पहलू पर कर रही जांच
मांडल सीओ सुरेंद्र कुमावत ने बताया कि महंत सरजूदास महाराज पर एक नाबालिग ने दो सालों तक यौन शोषण करने का आरोप लगाया है। पुलिस ने आरोपी को गुरुवार को गंगापुर कोर्ट में पेश किया। मजिस्ट्रेट ने 2 जनवरी तक न्यायिक अभिरक्षा में भेजने के आदेश दिए थे। उसके वकील ने पुलिस के पास साक्ष्य नहीं होने पर जमानत देने की अर्जी लगाई थी। मामले में पुलिस अभी सभी पहलू पर जांच कर रही है।
4 राज्यों में 5 आश्रम चलाने वाला महंत गिरफ्तार:नाबालिग से किया था यौन शोषण; मां ने लगाया एसिड अटैक का आरोप
अपने ही आश्रम में नाबालिग से यौन शोषण के मामले में पुलिस ने भीलवाड़ा के हनुमान मंदिर के महंत सरजूदास महाराज को गिरफ्तार किया है। पॉक्सो एक्ट में केस दर्ज होने और सबूत मिलने पर महंत को 8 थानों की पुलिस ने बुधवार को उसके आश्रम से पकड़ा। उसे बुधवार को ही कोर्ट में पेश कर 5 दिन के रिमांड पर लिया है। महंत को उसी एएसपी ने पकड़ा, जिसने आसाराम को गिरफ्तार किया था। भीलवाड़ा के घोड़ास डांग के हनुमान मंदिर के इस महंत के पास महाराष्ट्र, यूपी समेत 4 राज्यों के 5 आश्रमों को चलाने की जिम्मेदारी है। (
साधु बनकर आए बदमाश ने महिला पर फेंका एसिड:चेहरा बुरी तरह झुलसा, बचने के लिए 1किमी तक दौड़ी, महंत सरजूदास पर लगाया आरोपएसिड अटैक से झुलसी महिला हॉस्पिटल में भर्ती।
साधु बनकर आए बदमाश ने महिला पर पहले हमला किया और फिर एसिड फेंक दिया। महिला चिल्लाते हुए करीब 1 किमी तक दौड़ती हुई घर पहुंची। एसिड से महिला का चेहरा और शरीर का कुछ हिस्सा बुरी तरह झुलस गया। मामला भीलवाड़ा के मांडल इलाके के घोड़ास गांव का मंगलवार सुबह 10 बजे की है। महिला का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें वह पूरी घटना के बारे में बता रही है। महिला ने इस घटना के पीछे घोड़ास हनुमान मंदिर से महंत सरजूदास पर आरोप लगाया है। साथ ही मांडल थाने में मामला भी दर्ज करवाया है।
जोग संजोग टाइम्भीस बीकानेर ,लवाड़ा के डांग हनुमान मंदिर के महंत की गिरफ्तारी के बाद लगातार चौंकाने वाले खुलासे हो रहे है। अब सामने आया है कि, कोरोना के दौरान लॉकडाउन से आश्रम में यौन शोषण का खेल चल रहा था। नाबालिग से एक बार नहीं बल्कि कई बार यौन शोषण किया गया था। ये बात नाबालिग ने अपनी सहेलियों और महाराष्ट्र आश्रम के एक लड़के को भी बताई थी। बात जगजाहिर होने के बाद महंत इतना डर गया था कि, अपने नाम के हवन और पूजा-अर्चना शुरू कर दिया था।
भीलवाड़ा शहर से 30 किमी दूर घोड़ास गांव है। यहां करीब 100 बीघा एरिया में एक डांग हनुमान मंदिर भी बना हुआ है। इस आश्रम के महंत सरजूदास महाराज को यौन शोषण के मामले में गिरफ्तार किया गया है। आश्रम में महंत की एक कुटिया थी। जिसे वह सबसे पवित्र बताता था। वह लोगों के सामने नियम से धर्म का अनुसरण करने की बता कहता था। हर दिन योग करता था। उस समय कुटिया में किसी को नहीं आने देता था। उसी कुटिया में कई बार नाबालिग से यौन शोषण किया गया।
महंत के आश्रम में एक कुटिया बनी हुई है। उसके अंदर हर कोई नहीं जा सकता है। बकायदा प्रवेश के लिए नियम बने हुए है। उसी में यौन शोषण किया गया था।
लॉकडाउन से शुरू हुआ घिनौना काम
फिलहाल एक मामला महंत के खिलाफ सामने आया है। पीड़िता ने पुलिस को दिए अपने बयान में कहा है कि, आश्रम में निर्माण कार्य चलता रहता था। कोरोना से पहले साफ-सफाई और अन्य काम के लिए वे भी अपनी मां के साथ गई थी। तब ही महंत से परिचय हुआ था। लॉकडाउन के दौरान मौका देखकर महंत ने कुटिया में यौन शोषण किया। उसके बाद ये सिलसिला जारी रहा। किसी को बताने पर खुद को ही मारने की धमकी देता था।
आश्रम में रह रहे युवक को बताई महंत की करतूत
एक बार अपने दल के साथ महाराष्ट्र के जलगांव स्थित आश्रम में भी लेकर गया था। वहां नाबालिग की एक आश्रम में रह रहे एक युवक से जान-पहचान हुई थी। उसे महंत की सारी करतूत के बारे में बताया था। इसके अलावा अपनी सहेलियों को भी बताया था। लेकिन डर के कारण कभी घर या पुलिस में शिकायत नहीं की थी।
महंत को पुलिस ने कोर्ट में पेश कर 2 जनवरी तक रिमांड पर लिया है। हर पहलू से पुलिस जांच कर रही है। पीड़िता का भी बयान लिया गया है।
बेटी के साथ घिनौने काम का पता लगने पर छोड़ा आश्रम
पीड़िता की मां आश्रम में ही काम कर अपना घर गुजारा करती थी। 2022 में बेटी के साथ हुए घिनौने काम के बारे में पता चला था। उसके बाद आश्रम में जाना छोड़ दिया था। लोकलाज के डर से बात को दबा दिया था। इसके बाद अचानक एक दिन मां पर एसिड अटैक हुआ था। तब मां ने महंत पर अटैक करने का आरोप लगाकर मामला दर्ज करवाया था।
महंत ने डरकर पूजा-अर्चना करवाई
मां को पता लगने और मामला पुलिस तक पहुंचने पर महंत डर गया था। पुलिस से बचने के लिए उसे पूजा-अर्चना और हवन करना शुरू कर दिया था। उसने अपने अलग-अलग राज्यों के 5 आश्रमों में पूजा करवाई थी।
पीड़िता व मां का अभी पता नहीं
महंत की गिरफ्तारी के बाद से मां-बेटी का पता नहीं है। संभावना है कि, वे पुलिस सुरक्षा में है। ताकि दोनों पर कुछ दबाव न बनाया जा सकें।
मामला दर्ज होने के बाद से महंत काफी डरा हुआ था। उसने हवन और पूजा-अर्चना करवाना तक शुरू कर दिया था।
पुलिस हर पहलू पर कर रही जांच
मांडल सीओ सुरेंद्र कुमावत ने बताया कि महंत सरजूदास महाराज पर एक नाबालिग ने दो सालों तक यौन शोषण करने का आरोप लगाया है। पुलिस ने आरोपी को गुरुवार को गंगापुर कोर्ट में पेश किया। मजिस्ट्रेट ने 2 जनवरी तक न्यायिक अभिरक्षा में भेजने के आदेश दिए थे। उसके वकील ने पुलिस के पास साक्ष्य नहीं होने पर जमानत देने की अर्जी लगाई थी। मामले में पुलिस अभी सभी पहलू पर जांच कर रही है।
4 राज्यों में 5 आश्रम चलाने वाला महंत गिरफ्तार:नाबालिग से किया था यौन शोषण; मां ने लगाया एसिड अटैक का आरोप
अपने ही आश्रम में नाबालिग से यौन शोषण के मामले में पुलिस ने भीलवाड़ा के हनुमान मंदिर के महंत सरजूदास महाराज को गिरफ्तार किया है। पॉक्सो एक्ट में केस दर्ज होने और सबूत मिलने पर महंत को 8 थानों की पुलिस ने बुधवार को उसके आश्रम से पकड़ा। उसे बुधवार को ही कोर्ट में पेश कर 5 दिन के रिमांड पर लिया है। महंत को उसी एएसपी ने पकड़ा, जिसने आसाराम को गिरफ्तार किया था। भीलवाड़ा के घोड़ास डांग के हनुमान मंदिर के इस महंत के पास महाराष्ट्र, यूपी समेत 4 राज्यों के 5 आश्रमों को चलाने की जिम्मेदारी है। (
साधु बनकर आए बदमाश ने महिला पर फेंका एसिड:चेहरा बुरी तरह झुलसा, बचने के लिए 1किमी तक दौड़ी, महंत सरजूदास पर लगाया आरोपएसिड अटैक से झुलसी महिला हॉस्पिटल में भर्ती।
साधु बनकर आए बदमाश ने महिला पर पहले हमला किया और फिर एसिड फेंक दिया। महिला चिल्लाते हुए करीब 1 किमी तक दौड़ती हुई घर पहुंची। एसिड से महिला का चेहरा और शरीर का कुछ हिस्सा बुरी तरह झुलस गया। मामला भीलवाड़ा के मांडल इलाके के घोड़ास गांव का मंगलवार सुबह 10 बजे की है। महिला का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें वह पूरी घटना के बारे में बता रही है। महिला ने इस घटना के पीछे घोड़ास हनुमान मंदिर से महंत सरजूदास पर आरोप लगाया है। साथ ही मांडल थाने में मामला भी दर्ज करवाया है।
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