20 August 2023 04:48 PM
जोग संजोग टाइम्स,
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने खुलासा किया है कि चंद्रयान-3 23 अगस्त, 2023 (बुधवार) को लगभग 18:04 IST पर चंद्रमा पर उतरने के लिए पूरी तरह तैयार है। इसरो ने यह भी बताया है कि अंतरिक्ष यान अपने अंतिम गंतव्य, चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव से केवल तीन दिन दूर है। इसरो चंद्रमा की सतह पर सफल सॉफ्ट लैंडिंग कराने का प्रयास कर रहा है, जो सफल होने पर भारत यह उपलब्धि हासिल करने वाला संयुक्त राज्य अमेरिका, रूस और चीन के बाद दुनिया का चौथा देश बन जाएगा। इसरो ने भारत के इस महत्वाकांक्षी मिशन को सामूहिक उपलब्धि बनाने में आम जनता को भी शामिल करने की तैयारी की है। जब चंद्रयान-3 मिशन चंद्रमा की सतह पर 'सॉफ्ट लैंडिंग' करता है और अपनी उपलब्धियों को विभिन्न प्लेटफार्मों पर फैलाता है।
इसरो ने रविवार को कहा कि यह उपलब्धि भारतीय विज्ञान, इंजीनियरिंग, प्रौद्योगिकी और उद्योग के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर होगी, जो अंतरिक्ष अन्वेषण में भारत की प्रगति का प्रतीक होगी। पूरा देश चंद्रयान-3 की सफल सॉफ्ट लैंडिंग का बेसब्री से इंतजार कर रहा है। इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम का सीधा प्रसारण 23 अगस्त, 2023 को 17:27 IST पर इसरो की वेबसाइट, इसके फेसबुक पेज और डीडी नेशनल टीवी चैनल सहित विभिन्न अन्य प्लेटफार्मों पर शुरू होगा। इसरो ने साझा किया कि चंद्रयान-3 की 'सॉफ्ट लैंडिंग' एक यादगार पल बनाएगी जो न केवल जिज्ञासा बढ़ाती है बल्कि हमारे युवाओं के मन में अन्वेषण के लिए जुनून भी पैदा करती है। यह भारतीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी की ताकत का जश्न मनाते हुए गर्व और एकता की गहरी भावना पैदा करता है। यह वैज्ञानिक जांच और नवाचार के माहौल को बढ़ावा देने में योगदान देता है।
इसरो ने देश भर के सभी स्कूलों और शैक्षणिक संस्थानों को अपने परिसर में चंद्रयान -3 की 'सॉफ्ट लैंडिंग' को सक्रिय रूप से प्रचारित करने और सीधे प्रसारित करने के लिए आमंत्रित किया। गौरतलब है कि चंद्रयान-3 की सबसे बड़ी चुनौती इसकी सॉफ्ट लैंडिंग है, क्योंकि चंद्रयान-2 के लैंडर के साथ पिछले प्रयास के दौरान यह क्रैश हो गया था और इसरो अपना लक्ष्य हासिल नहीं कर पाया था. इस बार इसरो ने सभी संभावित दिक्कतों को भांपते हुए पूरी तैयारी की है।
जोग संजोग टाइम्स,
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने खुलासा किया है कि चंद्रयान-3 23 अगस्त, 2023 (बुधवार) को लगभग 18:04 IST पर चंद्रमा पर उतरने के लिए पूरी तरह तैयार है। इसरो ने यह भी बताया है कि अंतरिक्ष यान अपने अंतिम गंतव्य, चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव से केवल तीन दिन दूर है। इसरो चंद्रमा की सतह पर सफल सॉफ्ट लैंडिंग कराने का प्रयास कर रहा है, जो सफल होने पर भारत यह उपलब्धि हासिल करने वाला संयुक्त राज्य अमेरिका, रूस और चीन के बाद दुनिया का चौथा देश बन जाएगा। इसरो ने भारत के इस महत्वाकांक्षी मिशन को सामूहिक उपलब्धि बनाने में आम जनता को भी शामिल करने की तैयारी की है। जब चंद्रयान-3 मिशन चंद्रमा की सतह पर 'सॉफ्ट लैंडिंग' करता है और अपनी उपलब्धियों को विभिन्न प्लेटफार्मों पर फैलाता है।
इसरो ने रविवार को कहा कि यह उपलब्धि भारतीय विज्ञान, इंजीनियरिंग, प्रौद्योगिकी और उद्योग के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर होगी, जो अंतरिक्ष अन्वेषण में भारत की प्रगति का प्रतीक होगी। पूरा देश चंद्रयान-3 की सफल सॉफ्ट लैंडिंग का बेसब्री से इंतजार कर रहा है। इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम का सीधा प्रसारण 23 अगस्त, 2023 को 17:27 IST पर इसरो की वेबसाइट, इसके फेसबुक पेज और डीडी नेशनल टीवी चैनल सहित विभिन्न अन्य प्लेटफार्मों पर शुरू होगा। इसरो ने साझा किया कि चंद्रयान-3 की 'सॉफ्ट लैंडिंग' एक यादगार पल बनाएगी जो न केवल जिज्ञासा बढ़ाती है बल्कि हमारे युवाओं के मन में अन्वेषण के लिए जुनून भी पैदा करती है। यह भारतीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी की ताकत का जश्न मनाते हुए गर्व और एकता की गहरी भावना पैदा करता है। यह वैज्ञानिक जांच और नवाचार के माहौल को बढ़ावा देने में योगदान देता है।
इसरो ने देश भर के सभी स्कूलों और शैक्षणिक संस्थानों को अपने परिसर में चंद्रयान -3 की 'सॉफ्ट लैंडिंग' को सक्रिय रूप से प्रचारित करने और सीधे प्रसारित करने के लिए आमंत्रित किया। गौरतलब है कि चंद्रयान-3 की सबसे बड़ी चुनौती इसकी सॉफ्ट लैंडिंग है, क्योंकि चंद्रयान-2 के लैंडर के साथ पिछले प्रयास के दौरान यह क्रैश हो गया था और इसरो अपना लक्ष्य हासिल नहीं कर पाया था. इस बार इसरो ने सभी संभावित दिक्कतों को भांपते हुए पूरी तैयारी की है।
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