08 July 2023 11:46 AM
जोग संजोग टाइम्स,
शुक्रवार, 7 जुलाई को पुनरुत्थान विद्यापीठ विश्वविद्यालय की कुलाधिपति आदरणीय इंदुमती ताई काटदरे अपने बीकानेर प्रवास के दौरान राष्ट्रीय सेविका समिति द्वारा आयोजित सम्मेलन में शामिल हुईं। कार्यक्रम स्वामी आर.एन. में आयोजित किया गया था। करणी नगर में हायर सेकेंडरी स्कूल। सम्मेलन की अध्यक्षता राष्ट्रीय सेविका समिति बीकानेर की विभाग संयोजिका चंद्रकला जी चौधरी ने की. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि व्यास कॉलोनी स्थित आरएसवी हायर सेकेंडरी स्कूल के प्राचार्य थे. *इस सम्मेलन में आदरणीय इंदुमती जी ने "माता प्रथम गुरुहु" (माँ प्रथम गुरु है) विषय पर व्याख्यान दिया। उन्होंने बताया कि एक शिक्षक के रूप में माँ की भूमिका बच्चे के जन्म के बाद शुरू नहीं होती बल्कि गर्भधारण से पहले ही शुरू हो जाती है। जैसे ही माता-पिता भविष्य के बच्चे के बारे में अपने विचारों को पोषित करते हैं, वैसे ही बच्चे का व्यक्तित्व बनना शुरू हो जाता है। अत: गर्भाधान के समय सकारात्मक विचार रखने से राष्ट्र की उन्नति के लिए सहयोगी एवं लाभकारी संतान की प्राप्ति संभव हो जाती है।
महानगर संयोजिका ममता पुरोहित ने पुनरुत्थान न्यास विद्यापीठ बीकानेर केन्द्र का आभार व्यक्त किया। सम्मेलन से लगभग 100 प्रबुद्ध बहनों ने लाभ उठाया। कार्यक्रम में विमला जी डुकवाल, अभिलाषा जी बिकोनिया, प्रिया शर्मा, किरण राजपुरोहित, सावित्री लादरेचा, ललिता खत्री, पीयूष विग, कविता बरड़िया, दीपा मेहरा, ऐश्वर्या खत्री, निकिता स्वामी, सरविका मेमानी और मीनाक्षी सोनी उपस्थित थे।
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शुक्रवार, 7 जुलाई को पुनरुत्थान विद्यापीठ विश्वविद्यालय की कुलाधिपति आदरणीय इंदुमती ताई काटदरे अपने बीकानेर प्रवास के दौरान राष्ट्रीय सेविका समिति द्वारा आयोजित सम्मेलन में शामिल हुईं। कार्यक्रम स्वामी आर.एन. में आयोजित किया गया था। करणी नगर में हायर सेकेंडरी स्कूल। सम्मेलन की अध्यक्षता राष्ट्रीय सेविका समिति बीकानेर की विभाग संयोजिका चंद्रकला जी चौधरी ने की. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि व्यास कॉलोनी स्थित आरएसवी हायर सेकेंडरी स्कूल के प्राचार्य थे.
इस सम्मेलन में आदरणीय इंदुमती जी ने "माता प्रथम गुरुहु" (माँ प्रथम गुरु है) विषय पर व्याख्यान दिया। उन्होंने बताया कि एक शिक्षक के रूप में माँ की भूमिका बच्चे के जन्म के बाद शुरू नहीं होती बल्कि गर्भधारण से पहले ही शुरू हो जाती है। जैसे ही माता-पिता भविष्य के बच्चे के बारे में अपने विचारों को पोषित करते हैं, वैसे ही बच्चे का व्यक्तित्व बनना शुरू हो जाता है। अत: गर्भाधान के समय सकारात्मक विचार रखने से राष्ट्र की उन्नति के लिए सहयोगी एवं लाभकारी संतान की प्राप्ति संभव हो जाती है।
महानगर संयोजिका ममता पुरोहित ने पुनरुत्थान न्यास विद्यापीठ बीकानेर केन्द्र का आभार व्यक्त किया। सम्मेलन से लगभग 100 प्रबुद्ध बहनों ने लाभ उठाया। कार्यक्रम में विमला जी डुकवाल, अभिलाषा जी बिकोनिया, प्रिया शर्मा, किरण राजपुरोहित, सावित्री लादरेचा, ललिता खत्री, पीयूष विग, कविता बरड़िया, दीपा मेहरा, ऐश्वर्या खत्री, निकिता स्वामी, सरविका मेमानी और मीनाक्षी सोनी उपस्थित थे।
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