16 February 2022 12:55 PM
जोग संजोग टाइम्स बीकानेर,
मिली जानकर के अनुसार बीकानेर। आमजन से सीधे जुड़े सरकारी महकमों में अधिकारियों की ढिलाई के कारण काम करने का ढर्रा पटरी पर नहीं आ रहा है जिसका खामियाजा यहां की जनता भुगत रही है। हालात यह है कि जिम्मेदारों को संभाग के सबसे बड़े मुखिया के निर्देशों की भी परवाह नहीं। संभागीय आयुक्त नीरज के. पवन ने 20 जनवरी को अपने कार्यालय में कलेक्टर की मौजूदगी में नगर निगम, यूआईटी, पीडब्ल्यूडी और जलदाय विभाग के अधिकारियों की मीटिंग ली थी। जिम्मेदार अधिकारियों को शहर के प्रमुख स्थानों, सड़कों पर गढ्ढ़े भरने, मरम्मत करने और सीवर लाइन ठीक करने के लिए कहा जिससे कि आने-जाने में परेशानी ना हो। इसके लिए अलग-अलग विभाग को अलग-अलग सड़कों की जिम्मेदारी सौंपी। काम करने के लिए 15 दिन का समय दिया। लेकिन, समय-सीमा बीत जाने के बाद भी आमजन परेशान हैं। ‘तहलका न्यूज बीकानेर ने इसकी हकीकत जानी तो सामने आया कि शहर के हार्ट कोटगेट और केईएम रोड जैसी जगहों पर भी हालात नहीं सुधरे। यहीं नहीं जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने साफ सफाई के लिये अधिकारियों की एक फौज की तैनाती भी की थी। किन्तु स्थिति वहीं ढाक के तीन वाली है। शहर के मुख्य मार्गों की सड़के टूटी पड़ी है। जगह जगह नाले जाम है। हालात यह है कि नगर निगम से पांच से सात मीटर की दूरी पर ऐसे हालत बने है। टूटी सड़कों के कारण वाहन चालकों को हिचकौले खाने पड़ रहे है। तो शहर में सावे को लेकर भी व्यवस्थाओं के दावे खोखले साबित हुए है।
जोग संजोग टाइम्स बीकानेर,
मिली जानकर के अनुसार बीकानेर। आमजन से सीधे जुड़े सरकारी महकमों में अधिकारियों की ढिलाई के कारण काम करने का ढर्रा पटरी पर नहीं आ रहा है जिसका खामियाजा यहां की जनता भुगत रही है। हालात यह है कि जिम्मेदारों को संभाग के सबसे बड़े मुखिया के निर्देशों की भी परवाह नहीं। संभागीय आयुक्त नीरज के. पवन ने 20 जनवरी को अपने कार्यालय में कलेक्टर की मौजूदगी में नगर निगम, यूआईटी, पीडब्ल्यूडी और जलदाय विभाग के अधिकारियों की मीटिंग ली थी। जिम्मेदार अधिकारियों को शहर के प्रमुख स्थानों, सड़कों पर गढ्ढ़े भरने, मरम्मत करने और सीवर लाइन ठीक करने के लिए कहा जिससे कि आने-जाने में परेशानी ना हो। इसके लिए अलग-अलग विभाग को अलग-अलग सड़कों की जिम्मेदारी सौंपी। काम करने के लिए 15 दिन का समय दिया। लेकिन, समय-सीमा बीत जाने के बाद भी आमजन परेशान हैं। ‘तहलका न्यूज बीकानेर ने इसकी हकीकत जानी तो सामने आया कि शहर के हार्ट कोटगेट और केईएम रोड जैसी जगहों पर भी हालात नहीं सुधरे। यहीं नहीं जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने साफ सफाई के लिये अधिकारियों की एक फौज की तैनाती भी की थी। किन्तु स्थिति वहीं ढाक के तीन वाली है। शहर के मुख्य मार्गों की सड़के टूटी पड़ी है। जगह जगह नाले जाम है। हालात यह है कि नगर निगम से पांच से सात मीटर की दूरी पर ऐसे हालत बने है। टूटी सड़कों के कारण वाहन चालकों को हिचकौले खाने पड़ रहे है। तो शहर में सावे को लेकर भी व्यवस्थाओं के दावे खोखले साबित हुए है।
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