30 September 2021 08:32 PM
मिली जानकारी अनुसार राजस्थान सरकार ने कोरोना की तीसरी लहर की आशंका का हवाला देकर प्रदेश भर में शुक्रवार से पटाखों की बिक्री और हर तरह की आतिशबाजी चलाने पर रोक लगा दी है। साफ है कि इस साल दशहरा और दिवाली पर आतिशबाजी नहीं हो पाएगी। गृह विभाग ने एडवाइजरी जारी कर दी है। यह रोक 1 अक्टूबर से लेकर अगले साल 31 जनवरी तक के लिए है। 31 जनवरी तक पटाखों के अस्थायी लाइसेंस जारी करने पर भी रोक लगा दी है। गृह विभाग ने सभी कलेक्टरों को इस संबंध में आदेश दिए हैं। जिला स्तर पर बड़ी संख्या में दिवाली पर अस्थायी लाइसेंस जारी होते हैं।
एडवाइजरी में लिखा है कि एक्सपर्ट ने कोरोना की तीसरी लहर की संभावना जताई है। कोरोना संक्रमित लोगों को आतिशबाजी के धुएं से सांस लेने में दिक्कत को देखते हुए पिछले साल आतिशबाजी पर प्रतिबंध लगाया था। आतिशबाजी के धुएं से वृद्ध, बीमार व्यक्ति, सीओपीडी, अस्थमा और कोविड रोगियों को बहुत तकलीफ होती है। इसलिए इस साल भी आतिशबाजी पर प्रतिबंध लगाना जरूरी है।
पिछले साल भी लगी थी रोक
पिछले साल कोरोना रोगियों को सांस लेने में दिक्कतों का तर्क देकर सरकार ने दिवाली पर पटाखों की खरीद-बिक्री और आतिशबाजी करने पर रोक लगाई थी। इस बार भी दशहरे और दिवाली पर आतिशबाजी नहीं होगी। यह लगातार दूसरा साल है, जब सरकार ने ऐसा निर्णय लिया है। दिल्ली सरकार ने भी पटाखों पर प्रतिबंध लगाया था।
एक हजार करोड़ का कारोबार प्रभावित होगा
राजस्थान में दिवाली सीजन में अनुमान के अनुसार करीब 1000 करोड़ रुपए का पटाखों का कारोबार होता है। आतिशबाजी पर रोक लगने से कारोबार को भारी नुकसान पहुंचेगा। लगातार दूसरे साल पटाखे नहीं बिकने से कारोबारियों को भारी नुकसान का सामना करना होगा
मिली जानकारी अनुसार राजस्थान सरकार ने कोरोना की तीसरी लहर की आशंका का हवाला देकर प्रदेश भर में शुक्रवार से पटाखों की बिक्री और हर तरह की आतिशबाजी चलाने पर रोक लगा दी है। साफ है कि इस साल दशहरा और दिवाली पर आतिशबाजी नहीं हो पाएगी। गृह विभाग ने एडवाइजरी जारी कर दी है। यह रोक 1 अक्टूबर से लेकर अगले साल 31 जनवरी तक के लिए है। 31 जनवरी तक पटाखों के अस्थायी लाइसेंस जारी करने पर भी रोक लगा दी है। गृह विभाग ने सभी कलेक्टरों को इस संबंध में आदेश दिए हैं। जिला स्तर पर बड़ी संख्या में दिवाली पर अस्थायी लाइसेंस जारी होते हैं।
एडवाइजरी में लिखा है कि एक्सपर्ट ने कोरोना की तीसरी लहर की संभावना जताई है। कोरोना संक्रमित लोगों को आतिशबाजी के धुएं से सांस लेने में दिक्कत को देखते हुए पिछले साल आतिशबाजी पर प्रतिबंध लगाया था। आतिशबाजी के धुएं से वृद्ध, बीमार व्यक्ति, सीओपीडी, अस्थमा और कोविड रोगियों को बहुत तकलीफ होती है। इसलिए इस साल भी आतिशबाजी पर प्रतिबंध लगाना जरूरी है।
पिछले साल भी लगी थी रोक
पिछले साल कोरोना रोगियों को सांस लेने में दिक्कतों का तर्क देकर सरकार ने दिवाली पर पटाखों की खरीद-बिक्री और आतिशबाजी करने पर रोक लगाई थी। इस बार भी दशहरे और दिवाली पर आतिशबाजी नहीं होगी। यह लगातार दूसरा साल है, जब सरकार ने ऐसा निर्णय लिया है। दिल्ली सरकार ने भी पटाखों पर प्रतिबंध लगाया था।
एक हजार करोड़ का कारोबार प्रभावित होगा
राजस्थान में दिवाली सीजन में अनुमान के अनुसार करीब 1000 करोड़ रुपए का पटाखों का कारोबार होता है। आतिशबाजी पर रोक लगने से कारोबार को भारी नुकसान पहुंचेगा। लगातार दूसरे साल पटाखे नहीं बिकने से कारोबारियों को भारी नुकसान का सामना करना होगा
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