11 August 2021 09:24 PM
हिमाचल प्रदेश के किन्नौर में एक बार फिर लैंडस्लाइडिंग हुई है। शिमला-किन्नौर नेशनल हाईवे-5 पर ज्यूरी रोड के निगोसारी और चौरा के बीच अचानक एक पहाड़ दरक गया। जिससे चट्टानें एक बस और कुछ गाड़ियों पर जा गिरीं। रिपोर्ट्स के मुताबिक 60 से ज्यादा यात्री मलबे में फंस गए हैं। इनमें से 10 लोगों को निकाल लिया गया है। हादसे में 3 लोगों की मौत भी हो गई। स्थानीय प्रशासन, पुलिस और NDRF की टीमें रेस्क्यू में जुटी हैं। ITBP को भी रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए बुलाया गया है।
मलबे में फंसी बस हिमाचल रोडवेज की है, जो मूरंग से हरिद्वार जा रही थी। एक बस, एक ट्रक, बोलेरो और 3 टैक्सियों पर चट्टानें गिरी हैं। हिमाचल सरकार ने रेस्क्यू के लिए उत्तराखंड और हरियाणा सरकार से हेलिकॉप्टर मांगे हैं। आर्मी ने भी अपने दो हेलिकॉप्टर भेजे हैं। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर भी घटनास्थल पर पहुंचकर रेस्क्यू ऑपरेशन का जायजा ले सकते हैं।
किन्नौर में पिछले महीने भी हुआ था भूस्खलन
25 जुलाई को किन्नौर में भूस्खलन के बाद पहाड़ी से चट्टानें इतनी तेजी से नीचे गिरीं कि बस्पा नदी का पुल टूट गया था। इस हादसे में 9 टूरिस्ट्स की मौत हो गई थी। मरने वालों में 4 राजस्थान के, 2 छत्तीसगढ़ के और एक-एक महाराष्ट्र और वेस्ट दिल्ली के थे। पर्यटक ट्रैवलर गाड़ी में छितकुल से सांगला की ओर जा रहे थे, तभी बटसेरी के गुंसा के पास पुल पर चट्टानें गिरने से पुल टूट गया और पर्यटकों की गाड़ी भी चपेट में आ गई।
हिमाचल प्रदेश के किन्नौर में एक बार फिर लैंडस्लाइडिंग हुई है। शिमला-किन्नौर नेशनल हाईवे-5 पर ज्यूरी रोड के निगोसारी और चौरा के बीच अचानक एक पहाड़ दरक गया। जिससे चट्टानें एक बस और कुछ गाड़ियों पर जा गिरीं। रिपोर्ट्स के मुताबिक 60 से ज्यादा यात्री मलबे में फंस गए हैं। इनमें से 10 लोगों को निकाल लिया गया है। हादसे में 3 लोगों की मौत भी हो गई। स्थानीय प्रशासन, पुलिस और NDRF की टीमें रेस्क्यू में जुटी हैं। ITBP को भी रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए बुलाया गया है।
मलबे में फंसी बस हिमाचल रोडवेज की है, जो मूरंग से हरिद्वार जा रही थी। एक बस, एक ट्रक, बोलेरो और 3 टैक्सियों पर चट्टानें गिरी हैं। हिमाचल सरकार ने रेस्क्यू के लिए उत्तराखंड और हरियाणा सरकार से हेलिकॉप्टर मांगे हैं। आर्मी ने भी अपने दो हेलिकॉप्टर भेजे हैं। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर भी घटनास्थल पर पहुंचकर रेस्क्यू ऑपरेशन का जायजा ले सकते हैं।
किन्नौर में पिछले महीने भी हुआ था भूस्खलन
25 जुलाई को किन्नौर में भूस्खलन के बाद पहाड़ी से चट्टानें इतनी तेजी से नीचे गिरीं कि बस्पा नदी का पुल टूट गया था। इस हादसे में 9 टूरिस्ट्स की मौत हो गई थी। मरने वालों में 4 राजस्थान के, 2 छत्तीसगढ़ के और एक-एक महाराष्ट्र और वेस्ट दिल्ली के थे। पर्यटक ट्रैवलर गाड़ी में छितकुल से सांगला की ओर जा रहे थे, तभी बटसेरी के गुंसा के पास पुल पर चट्टानें गिरने से पुल टूट गया और पर्यटकों की गाड़ी भी चपेट में आ गई।
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