20 June 2021 04:18 PM
बीकानेर में कोरोना संक्रमण के कमजोर पड़ते ही राजनैतिक रस्साकशी शुरू हो गई है। बीकानेर में कल नगर विकास न्यास द्वारा शहर सौंदर्य करण के नाम पर शहर के 8 से 10 प्रमुख स्थानों से होर्डिंग्स को हटा दिए हैं। नगर विकास न्यास द्वारा जिन होर्डिंग्स को हटाया गया वह होर्डिंग्स नगर निगम द्वारा निविदा जारी कर ठेकेदारों को दिए गए थे अब जब यह होर्डिंग्स हटाए गए हैं उसके बाद से ठेकेदार इस घटना को लेकर विरोध जता रहे हैं वहीं दूसरी तरफ इस कार्रवाई के बाद नगर निगम भी एक्शन मोड में आ गया है। हालांकि इस कार्रवाई के दौरान दोनों विभागों के प्रशासनिक अधिकारियों के बीच संवाद हीनता स्पष्ट नजर आ रही है लेकिन वहीं अब यह मामला राजनीतिक रंग में रंगता दिखाई दे रहा है।आज बीकानेर मेयर सुशीला कंवर ने नगर विकास न्यास की इस कार्रवाई को अनुचित बताया है। हालांकि इस पूरे घटनाक्रम के बाद नगर विकास न्यास चेयरमैन का अतिरिक्त कार्यभार संभाल रहे जिला कलेक्टर नमित मेहता का कोई बयान नहीं आया है। अब देखने वाली बात यह होगी की नगर विकास न्यास व नगर निगम के बीच इस टकराव की स्थिति को नियंत्रित करने के लिए प्रशासनिक अधिकारी क्या रणनीति अपनाएंगे हालांकि यह टकराव की स्थिति भी प्रशासनिक अधिकारियों की संवाद हीनता व लापरवाही के चलते ही हुई है। इस टकराव के चलते ठेकेदारों को आर्थिक नुकसान हुआ है साथ ही निगम की प्रतिष्ठा पर भी सवाल उठे हैं। उम्मीद है जल्द ही प्रशासनिक अधिकारी, मेयर व जनप्रतिनिधि मिलकर इस मसले का हल निकाल लेंगे।
बीकानेर में कोरोना संक्रमण के कमजोर पड़ते ही राजनैतिक रस्साकशी शुरू हो गई है। बीकानेर में कल नगर विकास न्यास द्वारा शहर सौंदर्य करण के नाम पर शहर के 8 से 10 प्रमुख स्थानों से होर्डिंग्स को हटा दिए हैं। नगर विकास न्यास द्वारा जिन होर्डिंग्स को हटाया गया वह होर्डिंग्स नगर निगम द्वारा निविदा जारी कर ठेकेदारों को दिए गए थे अब जब यह होर्डिंग्स हटाए गए हैं उसके बाद से ठेकेदार इस घटना को लेकर विरोध जता रहे हैं वहीं दूसरी तरफ इस कार्रवाई के बाद नगर निगम भी एक्शन मोड में आ गया है। हालांकि इस कार्रवाई के दौरान दोनों विभागों के प्रशासनिक अधिकारियों के बीच संवाद हीनता स्पष्ट नजर आ रही है लेकिन वहीं अब यह मामला राजनीतिक रंग में रंगता दिखाई दे रहा है।आज बीकानेर मेयर सुशीला कंवर ने नगर विकास न्यास की इस कार्रवाई को अनुचित बताया है। हालांकि इस पूरे घटनाक्रम के बाद नगर विकास न्यास चेयरमैन का अतिरिक्त कार्यभार संभाल रहे जिला कलेक्टर नमित मेहता का कोई बयान नहीं आया है। अब देखने वाली बात यह होगी की नगर विकास न्यास व नगर निगम के बीच इस टकराव की स्थिति को नियंत्रित करने के लिए प्रशासनिक अधिकारी क्या रणनीति अपनाएंगे हालांकि यह टकराव की स्थिति भी प्रशासनिक अधिकारियों की संवाद हीनता व लापरवाही के चलते ही हुई है। इस टकराव के चलते ठेकेदारों को आर्थिक नुकसान हुआ है साथ ही निगम की प्रतिष्ठा पर भी सवाल उठे हैं। उम्मीद है जल्द ही प्रशासनिक अधिकारी, मेयर व जनप्रतिनिधि मिलकर इस मसले का हल निकाल लेंगे।
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