22 January 2023 01:05 PM
जोग संजोग टाइम्स बीकानेर ,
आने वाले मानसून तक अगर नगर निगम का कैंपस दो फीट ऊंचा नहीं हुआ तो पिछली बार की तरह इस बार भी फाइलें पानी में तैरती नजर आएंगी। तैरने के हालात हनुमान हत्था में भी बनेंगे क्योंकि सड़क ऊंची होने के कारण पानी में भी अब चलने लायक रहेगी लेकिन निगम कैंपस और आसपास के इलाके जलमग्न होंगे। निगम ने जूनागढ़ के सामने से कीर्ति स्तंभ चौराहे तक जहां डिप्रेशन एरिया है वहां एक-एक फीट सड़क ऊंची करने का काम शुरू कर दिया है।
निगम के ठीक सामने पीडब्ल्यूडी ने एक साइड की करीब 30 मीटर लंबी सड़क एक फीट ऊंची कर दी है। अब माता जी मंदिर के पास एक साइड सड़क जाे नीचे है उसे ऊंचा किया जाना शुरू हाे जाएगा। कुल मिलाकर जूनागढ़ से कीर्ति स्तंभ के बीच जहां-जहां डिप्रेशन एरिया है वहां सड़क ऊंची कर इसे बारिश में भी आने-जाने लायक बनाने की काेशिश की जा रही है लेकिन पीडब्ल्यूडी की इस पहल से दूसरे इलाकाें की समस्या बढ़नी तय है।
सबसे बुरे हालात नगर निगम के होने वाले हैं क्योंकि सामने सीसी रोड़ निगम के फर्श से एक फीट ऊंची होगी। बारिश के दिनों में निगम परिसर का पानी बाहर सबसे अंत में निकलेगा। ऊपर से एक फीट तक पानी जमा रहना तय है। ऐसे में अगर निगम को इन हालातों से बचना है तो बिल्डिंग को छोड़ खुले इलाके को एक से दो फीट ऊंचा कराना होगा। क्योंकि नगर निगम के चारों ओर सड़कें अभी निगम परिसर के समान ऊंचाई पर हैं। अब निगम की सड़क ऊंची होने से पानी दबाव निगम कैंपस में ज्यादा जाएगा।
नालाें की सफाई नहीं हुई तो बारिश में डूबेगा हनुमान हत्था का क्षेत्र
पिछले साल प्रशासन से लेकर कलेक्टर ने पूरी काेशिश की लेकिन शहर के नालाें की सफाई नहीं हुई। सिर्फ कागजाें में नाले चमकते रहे और मानसून की बारिश से सफाई की पाेल खुल गई। िनगम के सामने सड़क ऊंची होने के बाद अब हनुमानहत्थे की परेशानी बढ़नी तय है। सिर्फ एक ही उपाय इस इलाके को बचा सकता है और वो है नाला। निगम के पास डेयरी बूथ के पास से गुजर रहा नाला जाम है। सड़क पुलिया के नीचे से लेकर निगम की दीवार से सटा हुआ नाला पेट्रोल पंप तक जाम है। अब ऊपर से पाट दिया गया। जाम होने की वजह नाले का खुला हाेना है।
जहां नाला खुला है मोहल्ले से लेकर कई बिल्डिंगों का कचरा इसी में डाला जा रहा है। निगम ने इसे पटाने का ठेका दिया था बावजूद इसके 40 फीट नाला खुला है। निगम के पीछे भी कई जगह खुला है ताे कई जगह नाले के ऊपर जाल नहीं लगाया। कुछ दिन पहले एक बुजुर्ग यहां साइकिल समेत गिर गया था। दलदल में सिर्फ सिर दिख रहा था। स्थानीय बच्चाें ने बुजुर्ग के बाल पकड़कर बाहर निकाला वरना बड़ी दुर्घटना हाेना तय था।
ये सही है कि नाले की अगर सफाई हाे ताे हनुमानहत्थे का पानी आसानी से नाले से निकल सकता है और सड़क पर भी आवागमन बारिश में बना रह सकता है। मैने पिछले बार भी सफाई के लिए निगम प्रशासन काे कहा था। इस बार विशेष ध्यान रखने की काेशिश करूंगी। रही बात निगम कैंपस की ताे परीक्षण कराया जाएगा। जाे बेहतर हाेगा वाे हाेगा। - सुशीला कंवर राजपुराेहित, मेयर
निगम की दीवार से सटे नाले से माता जी मंदिर तक सड़क का लेवल लेने की कोशिश है ताकि निगम के सामने पानी ना ठहरे। पेट्रोल पंप के पास जहां पानी रुकता था वो भी निकले इसलिए आगे भी सड़क को एक साइड ऊंचा किया जाएगा। ढलान निगम ने जूनागढ की ओर किया जाएगा ताकि नाले में बारिश का पानी जाए। फिर भी अगर कोई दिक्कत होगी तो टीम वापस मौके पर जाकर परीक्षण करेगी। - नरेश जोशी, एक्सईएन पीडब्ल्यूडी सिटी डिवीजन
जोग संजोग टाइम्स बीकानेर ,
आने वाले मानसून तक अगर नगर निगम का कैंपस दो फीट ऊंचा नहीं हुआ तो पिछली बार की तरह इस बार भी फाइलें पानी में तैरती नजर आएंगी। तैरने के हालात हनुमान हत्था में भी बनेंगे क्योंकि सड़क ऊंची होने के कारण पानी में भी अब चलने लायक रहेगी लेकिन निगम कैंपस और आसपास के इलाके जलमग्न होंगे। निगम ने जूनागढ़ के सामने से कीर्ति स्तंभ चौराहे तक जहां डिप्रेशन एरिया है वहां एक-एक फीट सड़क ऊंची करने का काम शुरू कर दिया है।
निगम के ठीक सामने पीडब्ल्यूडी ने एक साइड की करीब 30 मीटर लंबी सड़क एक फीट ऊंची कर दी है। अब माता जी मंदिर के पास एक साइड सड़क जाे नीचे है उसे ऊंचा किया जाना शुरू हाे जाएगा। कुल मिलाकर जूनागढ़ से कीर्ति स्तंभ के बीच जहां-जहां डिप्रेशन एरिया है वहां सड़क ऊंची कर इसे बारिश में भी आने-जाने लायक बनाने की काेशिश की जा रही है लेकिन पीडब्ल्यूडी की इस पहल से दूसरे इलाकाें की समस्या बढ़नी तय है।
सबसे बुरे हालात नगर निगम के होने वाले हैं क्योंकि सामने सीसी रोड़ निगम के फर्श से एक फीट ऊंची होगी। बारिश के दिनों में निगम परिसर का पानी बाहर सबसे अंत में निकलेगा। ऊपर से एक फीट तक पानी जमा रहना तय है। ऐसे में अगर निगम को इन हालातों से बचना है तो बिल्डिंग को छोड़ खुले इलाके को एक से दो फीट ऊंचा कराना होगा। क्योंकि नगर निगम के चारों ओर सड़कें अभी निगम परिसर के समान ऊंचाई पर हैं। अब निगम की सड़क ऊंची होने से पानी दबाव निगम कैंपस में ज्यादा जाएगा।
नालाें की सफाई नहीं हुई तो बारिश में डूबेगा हनुमान हत्था का क्षेत्र
पिछले साल प्रशासन से लेकर कलेक्टर ने पूरी काेशिश की लेकिन शहर के नालाें की सफाई नहीं हुई। सिर्फ कागजाें में नाले चमकते रहे और मानसून की बारिश से सफाई की पाेल खुल गई। िनगम के सामने सड़क ऊंची होने के बाद अब हनुमानहत्थे की परेशानी बढ़नी तय है। सिर्फ एक ही उपाय इस इलाके को बचा सकता है और वो है नाला। निगम के पास डेयरी बूथ के पास से गुजर रहा नाला जाम है। सड़क पुलिया के नीचे से लेकर निगम की दीवार से सटा हुआ नाला पेट्रोल पंप तक जाम है। अब ऊपर से पाट दिया गया। जाम होने की वजह नाले का खुला हाेना है।
जहां नाला खुला है मोहल्ले से लेकर कई बिल्डिंगों का कचरा इसी में डाला जा रहा है। निगम ने इसे पटाने का ठेका दिया था बावजूद इसके 40 फीट नाला खुला है। निगम के पीछे भी कई जगह खुला है ताे कई जगह नाले के ऊपर जाल नहीं लगाया। कुछ दिन पहले एक बुजुर्ग यहां साइकिल समेत गिर गया था। दलदल में सिर्फ सिर दिख रहा था। स्थानीय बच्चाें ने बुजुर्ग के बाल पकड़कर बाहर निकाला वरना बड़ी दुर्घटना हाेना तय था।
ये सही है कि नाले की अगर सफाई हाे ताे हनुमानहत्थे का पानी आसानी से नाले से निकल सकता है और सड़क पर भी आवागमन बारिश में बना रह सकता है। मैने पिछले बार भी सफाई के लिए निगम प्रशासन काे कहा था। इस बार विशेष ध्यान रखने की काेशिश करूंगी। रही बात निगम कैंपस की ताे परीक्षण कराया जाएगा। जाे बेहतर हाेगा वाे हाेगा। - सुशीला कंवर राजपुराेहित, मेयर
निगम की दीवार से सटे नाले से माता जी मंदिर तक सड़क का लेवल लेने की कोशिश है ताकि निगम के सामने पानी ना ठहरे। पेट्रोल पंप के पास जहां पानी रुकता था वो भी निकले इसलिए आगे भी सड़क को एक साइड ऊंचा किया जाएगा। ढलान निगम ने जूनागढ की ओर किया जाएगा ताकि नाले में बारिश का पानी जाए। फिर भी अगर कोई दिक्कत होगी तो टीम वापस मौके पर जाकर परीक्षण करेगी। - नरेश जोशी, एक्सईएन पीडब्ल्यूडी सिटी डिवीजन
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