28 October 2021 04:29 PM
बीकानेर। बीकानेर के सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज के नर्सिंग कॉलेज में पढ़ने वाली स्टूडेंट आयुष के सुसाइड के बाद हॉस्टल मैनेजमेंट पर ही सवाल खड़े हो रहे हैं। आयुष और उसकी रूम मेट चंदा प्रजापत के बीच अर्से से विवाद चल रहा था। कॉलेज प्रशासन ने दोनों के बीच सुलह करवाने की बजाए उन्हें जबरन साथ रहने के लिए मजबूर किया। इससे परेशान होकर आयुष ने सुसाइड कर लिया।
आयुष के पिता मुकेश का आरोप है कि चंदा प्रजापत और कोटपुतली निवासी नाहर सिंह ने मिलकर आयुष को इतना परेशान किया कि उसने सुसाइड कर लिया। वो पिछले लंबे समय से इन दोनों के कारण तनाव में थी। उसने फोन करके पहले बताया कि वो सुसाइड कर रही है। फिर हॉस्टल के कमरे में फंदा लगा लिया। पुलिस ने सुसाइड के लिए उकसाने के आरोप में चंदा और नाहर सिंह के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
क्या था विवाद?
नाहर सिंह रावत को आयुष के पिता मुकेश ही एक बार बीकानेर लेकर आए थे। वो किराए की कार चलाता है। नाहर ने इस दौरान चंदा और आयुष दोनों के नंबर ले लिए। वहीं, चंदा को लेकर शिकायत थी कि वो रात तक तेज लाइट लगाकर पढ़ती है, जिससे आयुष को दिक्कत होती है। आयुष को माइग्रेन की शिकायत थी। दोनों के बीच विवाद बढ़ता गया और कई तरह की शिकायतें होती रही।
फांसी लगाने से पहले वीडियो कॉल
आयुष ने फांसी लगाने से पहले नाहर सिंह और चंदा प्रजापत को वीडियो कॉल किया था। इसकी पुष्टि कॉल रिकार्ड में हो रही है। कॉल के दौरान आयुष ने चंदा और नाहर को क्या कहा? इसका पता लगाया जा रहा है। चंदा को पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की है, जबकि नाहर सिंह को हिरासत में लेने के लिए पुलिस दल कोटपुतली गया है। फिलहाल दोनों की गिरफ्तारी नहीं हुई है, लेकिन कुछ संदिग्ध लगा तो आज गिरफ्तारी भी हो सकती है।
अब बन गई जांच कमेटी
आयुष और चंदा के बीच चल रहे सात महीने पुराने विवाद को निपटाने के लिए कॉलेज प्रबंधन के पास समय नहीं था, लेकिन अब उसकी मौत को लेकर जांच कमेटी का गठन कर दिया गया है। पीबीएम अस्पताल के अधीक्षक डॉ. परमेंद्र सिरोही ने बताया कि जांच कमेटी में डॉ. रेखा आचार्य, डॉ.संजय बुरी, एल.ए. रहमान और नर्सिंग अधीक्षक को जिम्मेदारी दी गई है
बीकानेर। बीकानेर के सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज के नर्सिंग कॉलेज में पढ़ने वाली स्टूडेंट आयुष के सुसाइड के बाद हॉस्टल मैनेजमेंट पर ही सवाल खड़े हो रहे हैं। आयुष और उसकी रूम मेट चंदा प्रजापत के बीच अर्से से विवाद चल रहा था। कॉलेज प्रशासन ने दोनों के बीच सुलह करवाने की बजाए उन्हें जबरन साथ रहने के लिए मजबूर किया। इससे परेशान होकर आयुष ने सुसाइड कर लिया।
आयुष के पिता मुकेश का आरोप है कि चंदा प्रजापत और कोटपुतली निवासी नाहर सिंह ने मिलकर आयुष को इतना परेशान किया कि उसने सुसाइड कर लिया। वो पिछले लंबे समय से इन दोनों के कारण तनाव में थी। उसने फोन करके पहले बताया कि वो सुसाइड कर रही है। फिर हॉस्टल के कमरे में फंदा लगा लिया। पुलिस ने सुसाइड के लिए उकसाने के आरोप में चंदा और नाहर सिंह के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
क्या था विवाद?
नाहर सिंह रावत को आयुष के पिता मुकेश ही एक बार बीकानेर लेकर आए थे। वो किराए की कार चलाता है। नाहर ने इस दौरान चंदा और आयुष दोनों के नंबर ले लिए। वहीं, चंदा को लेकर शिकायत थी कि वो रात तक तेज लाइट लगाकर पढ़ती है, जिससे आयुष को दिक्कत होती है। आयुष को माइग्रेन की शिकायत थी। दोनों के बीच विवाद बढ़ता गया और कई तरह की शिकायतें होती रही।
फांसी लगाने से पहले वीडियो कॉल
आयुष ने फांसी लगाने से पहले नाहर सिंह और चंदा प्रजापत को वीडियो कॉल किया था। इसकी पुष्टि कॉल रिकार्ड में हो रही है। कॉल के दौरान आयुष ने चंदा और नाहर को क्या कहा? इसका पता लगाया जा रहा है। चंदा को पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की है, जबकि नाहर सिंह को हिरासत में लेने के लिए पुलिस दल कोटपुतली गया है। फिलहाल दोनों की गिरफ्तारी नहीं हुई है, लेकिन कुछ संदिग्ध लगा तो आज गिरफ्तारी भी हो सकती है।
अब बन गई जांच कमेटी
आयुष और चंदा के बीच चल रहे सात महीने पुराने विवाद को निपटाने के लिए कॉलेज प्रबंधन के पास समय नहीं था, लेकिन अब उसकी मौत को लेकर जांच कमेटी का गठन कर दिया गया है। पीबीएम अस्पताल के अधीक्षक डॉ. परमेंद्र सिरोही ने बताया कि जांच कमेटी में डॉ. रेखा आचार्य, डॉ.संजय बुरी, एल.ए. रहमान और नर्सिंग अधीक्षक को जिम्मेदारी दी गई है
RELATED ARTICLES
© Copyright 2021-2025, All Rights Reserved by Jogsanjog Times| Designed by amoadvisor.com