02 April 2023 05:59 PM
जोग संजोग टाइम्स,
हिंदू इकोसिस्टम के संस्थापक अध्यक्ष कपिल मिश्रा रविवार को जयपुर पहुंचे। यहां होटल क्लार्क्स आमेर में आयोजित नवोन्मेष फाउंडेशन के कार्यक्रम में पहुंचे। यहां उन्होंने कहा- जो लोग राम लल्ला को टेंट में देखना चाह रहे थे, उनके बंगले खाली हो रहे हैं। जो राम मंदिर का विरोध कर रहे थे, आज वे लोग राम लल्ला को भव्य मंदिर में विराजमान होते देख रहे हैं। वे हमेशा राम लल्ला के मंदिर, रामसेतु पर सवाल उठाते थे। सुप्रीम कोर्ट में एफिडेविट देते थे कि राम मंदिर तो था ही नहीं, राम ताे काल्पनिक है। उनको सबक मिल चुका है। अब बताओ राम मंदिर है के नहीं।
उन्होंने कहा- अभी राहुल गांधी का एक स्टेंटमेंट सुना की मैं गांधी हूं। सावरकर नहीं हूं। मैं कहता हूं कि भाईसाहब आप असली गांधी भी नहीं हो। सावरकर तो आप हो ही नहीं सकते। सावरकर होने की एक शर्त है कि आप राष्ट्रभक्त हो। जहां तक गांधी सरनेम की बात हो तो एक उदाहरण देना चाहता हूं। मुरादाबाद में खान साहब एक दुकान खोलकर बैठे थे। उस पर लिखा था कि आगरा का मशहूर पेठा हमारे यहां मिलता है। मैंने खान साहब से पूछा आगरा का पेठा तो आगरा में बनता होगा। तब उन्होंने कहा- साहब बोर्ड नहीं लगाउंगा तो धंधा कैसे चलेगा। इसलिए आज मैं सभी से कहता हूं कि ये लोग गांधी सरनेम नहीं लगाएंगे तो इनका धंधा कैसे चलेगा। आपके नाम के आगे गांधी राजघाट पर समाधी की वजह से नहीं है। आपके नाम के आगे गांधी उनके नाम पर लगा है, जिनकी प्रयागराज में कब्र है। आप अपने असली पूर्वजों को सामने लाएं। उनकी कब्र पर फूल जरूर चढाएं।
मोदी दीवार बनकर खड़े
नरेन्द्र मोदी पर कपिल मिश्रा ने कहा- मोदी दीवार बनकर खड़े हैं। ये लोग भारत की आर्थिक बर्बादी का सपना देखते हैं। मोदी दीवार बनकर खड़ा है। ये लोग विदेशी वैक्सीन का गुलाम बनाने की बात करते हैं। मोदी स्वदेशी वैक्सीन के साथ दीवार बनकर खड़े हैं। वे धारा 370 को हटाने की बात करते हैं। मोदी दीवार बनकर खड़े हैं। वे वीएफआई का नेटवर्क पूरे देश में खड़ा करना चाह रहे हैं। इनके लिए मोदी दीवार बनकर खड़ा है। इसलिए यह कहना चाहता हूं कि इस देश को ऐसा नेतृत्व और प्रधान ही चाहिए।
रामनवमी के बाद मरहम लगाने के लिए लेनी पड़ेगी छुट्टी
कपिल मिश्रा ने कहा- खालिस्तान की तुलना हिन्दुत्व से करने वालों को इस नववर्ष में कामना करता हूं कि सत्ता से हटे। रामनवमी के दौरान अभी एक दिन की छुट्टी पड़ती है। देश में जो माहौल है, उससे यह तीन दिन की हो जाएगी। यह इसलिए क्योंकि दो दिन की छुट्टी इलाज और मरमपट्टी करवाने के लिए लेनी पड़ेगी। यही माहौल इन दिनों देश में है। एक दिन त्योहार मनाओ। दो दिन मरहम लगाओ। लोग कहेंगे चोट लगेगी तो एडवांस में छुटटी अप्लाई कर देंगे। मैं उनसे कहता हूं. फिर नेटबंदी हो जाएगी। कहां से अप्लाई करोगे। रामनवमी अब ऐसा त्योहार बनता जा रहा है, जब लोग इसके बारे में पढाएंगे कि इसकी तैयारी दोनों समाज के लोग धूमधाम से करते थे। एक पूजा की तैयारी और दूसरा पत्थरबाजी की तैयारी।
कपिल मिश्रा ने कहा- कुछ लोगों ने कहा कि रामनवमी पर मुस्लिम इलाकों से यात्रा निकलेगी तो पथराव होगा। दंगा होगा ही। मैं कहना चाहता हूं कि रामनवमी पर मुस्लिम क्षेत्र से यात्रा निकलेगी तो पथराव होगा। बिटिया छोटे कपड़े पहनेगी तो बलात्कार होगा। यह कहना एक जैसा ही है। अब पीड़ित को अपराध का दोषी बताया जा रहा है। विक्टिम को क्रिमिनल बताने की कोशिश हो रही है। यह तो ऐसा हो गया कि इतनी ऊंचा ट्विन टावर बनाओगे तो कोई हवाई जहाज मारेगा ही। यानी आतंकवादी की गलती नहीं है। ट्विन टावर बनाने वाले की है। इतनी ऊंची बिल्डिंग कैसे बनाई। नवोन्मेष के समन्वयक जुगल शर्मा ने बताया कि वर्तमान भारतीय एवं वैश्विक परिदृश्य जो सनातन संस्कृति के लिए अनेक चुनोतियां पेश कर रहा है। कैसे हम इन चुनौतियों को अवसर में बदल सकते है। इसके लिए ही नवोन्मेष का वैचारिक मंथन जयपुर में आयोजित किया जा रहा है। नवोन्मेष में पूरे दिन के मंथन को 3 सत्र में विभाजित किया गया है।
जोग संजोग टाइम्स,
हिंदू इकोसिस्टम के संस्थापक अध्यक्ष कपिल मिश्रा रविवार को जयपुर पहुंचे। यहां होटल क्लार्क्स आमेर में आयोजित नवोन्मेष फाउंडेशन के कार्यक्रम में पहुंचे। यहां उन्होंने कहा- जो लोग राम लल्ला को टेंट में देखना चाह रहे थे, उनके बंगले खाली हो रहे हैं। जो राम मंदिर का विरोध कर रहे थे, आज वे लोग राम लल्ला को भव्य मंदिर में विराजमान होते देख रहे हैं। वे हमेशा राम लल्ला के मंदिर, रामसेतु पर सवाल उठाते थे। सुप्रीम कोर्ट में एफिडेविट देते थे कि राम मंदिर तो था ही नहीं, राम ताे काल्पनिक है। उनको सबक मिल चुका है। अब बताओ राम मंदिर है के नहीं।
उन्होंने कहा- अभी राहुल गांधी का एक स्टेंटमेंट सुना की मैं गांधी हूं। सावरकर नहीं हूं। मैं कहता हूं कि भाईसाहब आप असली गांधी भी नहीं हो। सावरकर तो आप हो ही नहीं सकते। सावरकर होने की एक शर्त है कि आप राष्ट्रभक्त हो। जहां तक गांधी सरनेम की बात हो तो एक उदाहरण देना चाहता हूं। मुरादाबाद में खान साहब एक दुकान खोलकर बैठे थे। उस पर लिखा था कि आगरा का मशहूर पेठा हमारे यहां मिलता है। मैंने खान साहब से पूछा आगरा का पेठा तो आगरा में बनता होगा। तब उन्होंने कहा- साहब बोर्ड नहीं लगाउंगा तो धंधा कैसे चलेगा। इसलिए आज मैं सभी से कहता हूं कि ये लोग गांधी सरनेम नहीं लगाएंगे तो इनका धंधा कैसे चलेगा। आपके नाम के आगे गांधी राजघाट पर समाधी की वजह से नहीं है। आपके नाम के आगे गांधी उनके नाम पर लगा है, जिनकी प्रयागराज में कब्र है। आप अपने असली पूर्वजों को सामने लाएं। उनकी कब्र पर फूल जरूर चढाएं।
मोदी दीवार बनकर खड़े
नरेन्द्र मोदी पर कपिल मिश्रा ने कहा- मोदी दीवार बनकर खड़े हैं। ये लोग भारत की आर्थिक बर्बादी का सपना देखते हैं। मोदी दीवार बनकर खड़ा है। ये लोग विदेशी वैक्सीन का गुलाम बनाने की बात करते हैं। मोदी स्वदेशी वैक्सीन के साथ दीवार बनकर खड़े हैं। वे धारा 370 को हटाने की बात करते हैं। मोदी दीवार बनकर खड़े हैं। वे वीएफआई का नेटवर्क पूरे देश में खड़ा करना चाह रहे हैं। इनके लिए मोदी दीवार बनकर खड़ा है। इसलिए यह कहना चाहता हूं कि इस देश को ऐसा नेतृत्व और प्रधान ही चाहिए।
रामनवमी के बाद मरहम लगाने के लिए लेनी पड़ेगी छुट्टी
कपिल मिश्रा ने कहा- खालिस्तान की तुलना हिन्दुत्व से करने वालों को इस नववर्ष में कामना करता हूं कि सत्ता से हटे। रामनवमी के दौरान अभी एक दिन की छुट्टी पड़ती है। देश में जो माहौल है, उससे यह तीन दिन की हो जाएगी। यह इसलिए क्योंकि दो दिन की छुट्टी इलाज और मरमपट्टी करवाने के लिए लेनी पड़ेगी। यही माहौल इन दिनों देश में है। एक दिन त्योहार मनाओ। दो दिन मरहम लगाओ। लोग कहेंगे चोट लगेगी तो एडवांस में छुटटी अप्लाई कर देंगे। मैं उनसे कहता हूं. फिर नेटबंदी हो जाएगी। कहां से अप्लाई करोगे। रामनवमी अब ऐसा त्योहार बनता जा रहा है, जब लोग इसके बारे में पढाएंगे कि इसकी तैयारी दोनों समाज के लोग धूमधाम से करते थे। एक पूजा की तैयारी और दूसरा पत्थरबाजी की तैयारी।
कपिल मिश्रा ने कहा- कुछ लोगों ने कहा कि रामनवमी पर मुस्लिम इलाकों से यात्रा निकलेगी तो पथराव होगा। दंगा होगा ही। मैं कहना चाहता हूं कि रामनवमी पर मुस्लिम क्षेत्र से यात्रा निकलेगी तो पथराव होगा। बिटिया छोटे कपड़े पहनेगी तो बलात्कार होगा। यह कहना एक जैसा ही है। अब पीड़ित को अपराध का दोषी बताया जा रहा है। विक्टिम को क्रिमिनल बताने की कोशिश हो रही है। यह तो ऐसा हो गया कि इतनी ऊंचा ट्विन टावर बनाओगे तो कोई हवाई जहाज मारेगा ही। यानी आतंकवादी की गलती नहीं है। ट्विन टावर बनाने वाले की है। इतनी ऊंची बिल्डिंग कैसे बनाई। नवोन्मेष के समन्वयक जुगल शर्मा ने बताया कि वर्तमान भारतीय एवं वैश्विक परिदृश्य जो सनातन संस्कृति के लिए अनेक चुनोतियां पेश कर रहा है। कैसे हम इन चुनौतियों को अवसर में बदल सकते है। इसके लिए ही नवोन्मेष का वैचारिक मंथन जयपुर में आयोजित किया जा रहा है। नवोन्मेष में पूरे दिन के मंथन को 3 सत्र में विभाजित किया गया है।
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