17 February 2023 02:12 PM
जोग संजोग टाइम्स,
गैंगस्टर लॉरेंस विश्नोई दो दिन से जयपुर पुलिस की पड़ में है। सूत्रों की माने तो लॉरेंस ने पूछताछ में अपने पूरे नेटवर्क का खुलासा कर दिया है। गैंग के सभी बदमाशों की जानकारी भी पुलिस को दे दी है। अब जयपुर कमिश्नरेट पुलिस ने अलग-अलग टीमें बनाकर इस पर काम करना शुरू कर दिया है। दरअसल, जवाहर सर्किल थाने में लॉरेंस से कुल तीन पुलिस अधिकारी पूछताछ कर रहे हैं। इनमें एडिशनल डीसीपी वेस्ट रामसिंह शेखावत, एसीपी सीएसटी चिरंजीलाल मीणा और एसीपी सीएसटी खलील अहमद शामिल है। वहीं, इस पूरे मामले की जांच एसएचओ जवाहर सर्किल सुरेन्द्र सैनी के पास है। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए थाने के बाहर अतिरिक्त जाप्ता लगा रखा है। थाने के अंदर लॉरेंस को एक सामान्य बैरक में रखा हुआ है। लॉरेंस के पास बैरक में केवल एक काला कंबल है। हालांकि इस बैरक में अन्य किसी भी बदमाश को नहीं रखा गया है। इस बैरक में सीसीटीवी लगे हुए हैं।
सूत्रों की माने तो लॉरेंस ने रोहित गोदारा और रितिक बॉक्सर की लोकेशन को लेकर जानकारी नहीं होना बताया हैं। पूछताछ में लॉरेंस ने बताया- सीकर में राजू ठेहट की हत्या के बाद वह पूरे राजस्थान में अपना डर फैलाना चाहता था। इससे शराब माफिया, भूमाफिया, क्लब संचालक, होटल इंडस्ट्री से जुड़े व्यापारी उसके नाम से रंगदारी देना शुरू कर देते।
लॉरेंस ने पुलिस पूछताछ में यह भी बताया है कि वह नाबालिगों को अपनी गैंग में ले लेता है। ये लोग केवल उसके साथ वीडियो कॉलिंग के जरिए जुड़ते हैं। वीडियो में लॉरेंस को देख गैंग के सदस्य बन जाते हैं। लॉरेंस की ओर से मिलने वाले किसी भी प्रकार के आदेश पर ये लोग कुछ भी करते थे।
100 से अधिक पुलिस टीमें कर रही राजस्थान में सर्च सूत्रों की माने तो लॉरेंस की सूचना पर जयपुर और बीकानेर पुलिस ने एक बदमाश को पकड़ा है। इसे आज जयपुर लाया जाएगा। इस बदमाश को लॉरेंस के सामने बिठाकर पूछताछ की जाएगी। हालांकि लॉरेंस के कई गुर्गों को राजस्थान के अलग-अलग कोनों से पुलिस पकड़ चुकी हैं। पुलिस हर घटना को लेकर लॉरेंस और वारदात करने वाले बदमाश से क्रॉस पूछताछ करेगी। लॉरेंस ने पूछताछ में बताया- वह यूपी, दिल्ली और पंजाब की तरह राजस्थान में भी अपना गैंग खड़ा करना चाहता था।
गुर्गों को पकड़ने 12 टीमें रवाना लॉरेंस के वकील दीपक चौहान ने बताया कि लॉरेंस को उसके अधिवक्ताओं से मिलने की अनुमति दी गई है। लॉरेंस को गुरुवार को वीसी के जरिए कोर्ट में पेश किया था। उधर, पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव ने बताया कि लॉरेंस से हुई 16 घंटे की पूछताछ के बाद करीब एक दर्जन टीमों को प्रदेश के अलग-अलग जिलों में भेजा है, जो चिन्हित बदमाशों को पकड़ेंगी। गैंग को मिलने वाली रुपयों की मदद व रोहित गोदारा, गोल्डी बराड़, अनमोल बिश्नोई किस चैनल से विदेश भागे यह भी पता कर रहे हैं। जी-क्लब फायरिंग में किसके जरिए शूटर को सहयोग करवाया, सोशल मीडिया पर इसकी जिम्मेदारी लेने वाले रितिक बॉक्सर के बारे में पूछताछ चल रही है।
जोग संजोग टाइम्स,
गैंगस्टर लॉरेंस विश्नोई दो दिन से जयपुर पुलिस की पड़ में है। सूत्रों की माने तो लॉरेंस ने पूछताछ में अपने पूरे नेटवर्क का खुलासा कर दिया है। गैंग के सभी बदमाशों की जानकारी भी पुलिस को दे दी है। अब जयपुर कमिश्नरेट पुलिस ने अलग-अलग टीमें बनाकर इस पर काम करना शुरू कर दिया है। दरअसल, जवाहर सर्किल थाने में लॉरेंस से कुल तीन पुलिस अधिकारी पूछताछ कर रहे हैं। इनमें एडिशनल डीसीपी वेस्ट रामसिंह शेखावत, एसीपी सीएसटी चिरंजीलाल मीणा और एसीपी सीएसटी खलील अहमद शामिल है। वहीं, इस पूरे मामले की जांच एसएचओ जवाहर सर्किल सुरेन्द्र सैनी के पास है। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए थाने के बाहर अतिरिक्त जाप्ता लगा रखा है। थाने के अंदर लॉरेंस को एक सामान्य बैरक में रखा हुआ है। लॉरेंस के पास बैरक में केवल एक काला कंबल है। हालांकि इस बैरक में अन्य किसी भी बदमाश को नहीं रखा गया है। इस बैरक में सीसीटीवी लगे हुए हैं।
सूत्रों की माने तो लॉरेंस ने रोहित गोदारा और रितिक बॉक्सर की लोकेशन को लेकर जानकारी नहीं होना बताया हैं। पूछताछ में लॉरेंस ने बताया- सीकर में राजू ठेहट की हत्या के बाद वह पूरे राजस्थान में अपना डर फैलाना चाहता था। इससे शराब माफिया, भूमाफिया, क्लब संचालक, होटल इंडस्ट्री से जुड़े व्यापारी उसके नाम से रंगदारी देना शुरू कर देते।
लॉरेंस ने पुलिस पूछताछ में यह भी बताया है कि वह नाबालिगों को अपनी गैंग में ले लेता है। ये लोग केवल उसके साथ वीडियो कॉलिंग के जरिए जुड़ते हैं। वीडियो में लॉरेंस को देख गैंग के सदस्य बन जाते हैं। लॉरेंस की ओर से मिलने वाले किसी भी प्रकार के आदेश पर ये लोग कुछ भी करते थे।
100 से अधिक पुलिस टीमें कर रही राजस्थान में सर्च सूत्रों की माने तो लॉरेंस की सूचना पर जयपुर और बीकानेर पुलिस ने एक बदमाश को पकड़ा है। इसे आज जयपुर लाया जाएगा। इस बदमाश को लॉरेंस के सामने बिठाकर पूछताछ की जाएगी। हालांकि लॉरेंस के कई गुर्गों को राजस्थान के अलग-अलग कोनों से पुलिस पकड़ चुकी हैं। पुलिस हर घटना को लेकर लॉरेंस और वारदात करने वाले बदमाश से क्रॉस पूछताछ करेगी। लॉरेंस ने पूछताछ में बताया- वह यूपी, दिल्ली और पंजाब की तरह राजस्थान में भी अपना गैंग खड़ा करना चाहता था।
गुर्गों को पकड़ने 12 टीमें रवाना लॉरेंस के वकील दीपक चौहान ने बताया कि लॉरेंस को उसके अधिवक्ताओं से मिलने की अनुमति दी गई है। लॉरेंस को गुरुवार को वीसी के जरिए कोर्ट में पेश किया था। उधर, पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव ने बताया कि लॉरेंस से हुई 16 घंटे की पूछताछ के बाद करीब एक दर्जन टीमों को प्रदेश के अलग-अलग जिलों में भेजा है, जो चिन्हित बदमाशों को पकड़ेंगी। गैंग को मिलने वाली रुपयों की मदद व रोहित गोदारा, गोल्डी बराड़, अनमोल बिश्नोई किस चैनल से विदेश भागे यह भी पता कर रहे हैं। जी-क्लब फायरिंग में किसके जरिए शूटर को सहयोग करवाया, सोशल मीडिया पर इसकी जिम्मेदारी लेने वाले रितिक बॉक्सर के बारे में पूछताछ चल रही है।
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