19 March 2022 01:29 PM
जोग संजोग टाइम्स,बीकानेर
जागरूक जनता नेटवर्क। कोरोना को लेकर विश्वभर की नजरें चीन पर टिकी हुई है क्योंकि एक बार फिर से चीन में कोरोना के केस तेजी से बढ़ने लगे हैं, वो भी तब जब यहां सबसे ज्यादा सख्ती से गाइडलाइन की पालना की जा रही है । चीन के जिलिन , हांगकांग , फुजियान , शंघाई जैसे 11 बड़े शहरों में सरकार ने केस बढ़ने के बाद लॉकडाउन लगाया है । माना जा रहा है कि ‘जीरो कोविड पॉलिसी ‘ अपनाने के बावजूद चीन में केस बढ़ने का कारण ओमिक्रॉन का BA.2 सब वैरिएंट है ।
राजस्थान में अगर कोरोना की चौथी लहर आती है तो इसमें बच्चों को सबसे ज्यादा खतरा हो सकता है । राजस्थान स्टेट कोविड मैनेजमेंट कमेटी के मेंबर और एसएमएस हॉस्पिटल के पूर्व सीनियर डॉक्टर वीरेन्द्र सिंह की मानें तो कोविड की गाइडलाइन की पालना हमें अभी भी करनी चाहिए । भले ही नेचुरल तरीके या वैक्सीनेशन के जरिए हमारे शरीर में एंटीबॉडी बन चुकी हो , लेकिन कोरोना का वायरस अभी पूरी तरह खत्म नहीं हुआ । फिलहाल सरकार 15 साल या उससे ज्यादा एज ग्रुप के बच्चों को वैक्सीनेट कर रही है और हाल ही में 12 से 14 साल के बच्चों का वैक्सीनेशन शुरू हुआ है , लेकिन इस एज ग्रुप से छोटे बच्चों के लिए अब भी खतरा बरकरार है ।
कोरोना की तीसरी लहर पहली दोनों लहर से कम घातक थी , लेकिन अभी कोरोना पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है । चीन के मौजूदा हालात और इजराइल में मिले नए वैरिएंट ने सरकार की चिंता फिर बढ़ा दी है । वहीं , आईआईटी कानपुर के रिसर्चर्स ने भी भारत में कोरोना की चौथी लहर आने के संकेत दिए हैं । दरअसल , आईआईटी कानपुर की मेडरिव पत्रिका में हाल ही में प्रकाशित रिपोर्ट में आशंका जताई गई है कि कोरोना की चौथी लहर जून में आ सकती है । यह लहर करीब तीन से चार महीने तक रहेगी । यह कितनी घातक होगी , इसके बारे में अभी कोई अनुमान नहीं है । भले ही हेल्थ सेक्टर से जुड़े विशेषज्ञ इस रिपोर्ट को सही नहीं मान रहे , लेकिन चीन के 11 शहरों के हालात और इजराइल में मिला नया वैरिएंट चिंता बढ़ाने वाला है ।
एक्सपर्ट का कहना है कि दिसंबर 2021 और फरवरी के बीच आई तीसरी लहर के कारण लोगों की इम्युनिटी बढ़ी हुई है। साथ ही देश के कई राज्यों में वैक्सीनेशन की दर बहुत अधिक है। हालांकि, स्वास्थ्य सेवाओं के पूर्व राज्य महानिदेशक और राज्य सरकार के तकनीकी सलाहकार डॉ. सुभाष सालुंखे ने कहा कि हम अपनी तैयारी को कम नहीं कर सकते क्योंकि दुनिया के अन्य हिस्सों की तरह भारत में चौथी लहर आ सकती है। डॉ सालुंखे ने कहा कि चौथी लहर के बारे में केवल एक चीज पता नहीं है कि यह वास्तव में कब होगी और यह कितनी गंभीर होगी।
जोग संजोग टाइम्स,बीकानेर
जागरूक जनता नेटवर्क। कोरोना को लेकर विश्वभर की नजरें चीन पर टिकी हुई है क्योंकि एक बार फिर से चीन में कोरोना के केस तेजी से बढ़ने लगे हैं, वो भी तब जब यहां सबसे ज्यादा सख्ती से गाइडलाइन की पालना की जा रही है । चीन के जिलिन , हांगकांग , फुजियान , शंघाई जैसे 11 बड़े शहरों में सरकार ने केस बढ़ने के बाद लॉकडाउन लगाया है । माना जा रहा है कि ‘जीरो कोविड पॉलिसी ‘ अपनाने के बावजूद चीन में केस बढ़ने का कारण ओमिक्रॉन का BA.2 सब वैरिएंट है ।
राजस्थान में अगर कोरोना की चौथी लहर आती है तो इसमें बच्चों को सबसे ज्यादा खतरा हो सकता है । राजस्थान स्टेट कोविड मैनेजमेंट कमेटी के मेंबर और एसएमएस हॉस्पिटल के पूर्व सीनियर डॉक्टर वीरेन्द्र सिंह की मानें तो कोविड की गाइडलाइन की पालना हमें अभी भी करनी चाहिए । भले ही नेचुरल तरीके या वैक्सीनेशन के जरिए हमारे शरीर में एंटीबॉडी बन चुकी हो , लेकिन कोरोना का वायरस अभी पूरी तरह खत्म नहीं हुआ । फिलहाल सरकार 15 साल या उससे ज्यादा एज ग्रुप के बच्चों को वैक्सीनेट कर रही है और हाल ही में 12 से 14 साल के बच्चों का वैक्सीनेशन शुरू हुआ है , लेकिन इस एज ग्रुप से छोटे बच्चों के लिए अब भी खतरा बरकरार है ।
कोरोना की तीसरी लहर पहली दोनों लहर से कम घातक थी , लेकिन अभी कोरोना पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है । चीन के मौजूदा हालात और इजराइल में मिले नए वैरिएंट ने सरकार की चिंता फिर बढ़ा दी है । वहीं , आईआईटी कानपुर के रिसर्चर्स ने भी भारत में कोरोना की चौथी लहर आने के संकेत दिए हैं । दरअसल , आईआईटी कानपुर की मेडरिव पत्रिका में हाल ही में प्रकाशित रिपोर्ट में आशंका जताई गई है कि कोरोना की चौथी लहर जून में आ सकती है । यह लहर करीब तीन से चार महीने तक रहेगी । यह कितनी घातक होगी , इसके बारे में अभी कोई अनुमान नहीं है । भले ही हेल्थ सेक्टर से जुड़े विशेषज्ञ इस रिपोर्ट को सही नहीं मान रहे , लेकिन चीन के 11 शहरों के हालात और इजराइल में मिला नया वैरिएंट चिंता बढ़ाने वाला है ।
एक्सपर्ट का कहना है कि दिसंबर 2021 और फरवरी के बीच आई तीसरी लहर के कारण लोगों की इम्युनिटी बढ़ी हुई है। साथ ही देश के कई राज्यों में वैक्सीनेशन की दर बहुत अधिक है। हालांकि, स्वास्थ्य सेवाओं के पूर्व राज्य महानिदेशक और राज्य सरकार के तकनीकी सलाहकार डॉ. सुभाष सालुंखे ने कहा कि हम अपनी तैयारी को कम नहीं कर सकते क्योंकि दुनिया के अन्य हिस्सों की तरह भारत में चौथी लहर आ सकती है। डॉ सालुंखे ने कहा कि चौथी लहर के बारे में केवल एक चीज पता नहीं है कि यह वास्तव में कब होगी और यह कितनी गंभीर होगी।
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