27 January 2022 02:27 PM
जोग संजोग टाइम्स,
जयपुर, प्रदेश में बढ़ते अपराधों और कानून व्यवस्था को लेकर लगातार विपक्ष के निशाने पर आई गहलोत सरकार अब अलर्ट मोड पर है। हाल ही में गृह विभाग की समीक्षा लेने के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आज सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों के साथ वर्चुअल बैठक करने जा रहे हैं। शाम 4 बजे होने से होने वाली वर्चुअल बैठक में तमाम जिलों के पुलिस अधीक्षक शामिल होंगे। इसके साथ ही गृह राज्यमंत्री राजेंद्र यादव, मुख्य सचिव निरंजन आर्य, पुलिस महानिदेशक एमएल लाठर और गृह विभाग के कई आलाधिकारी इस बैठक में शामिल होंगे।
वन टू वन होगी जिलेवार समीक्षा
सूत्रों की मानें तो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत वर्चुअल होने वाली बैठक में तमाम जिलों के पुलिस अधीक्षकों से उनके इलाकों में हो रहे अपराध और अपराधों की रोकथाम के लिए किए जा रहे कामकाज की जिलेवार वन टू वन फीडबैक लेंगे। इसके अलावा भू माफिया, मादक पदार्थ तस्करों पर सख्ती बरतने के साथ ही महिला अपराधों की रोकथाम को लेकर भी चर्चा करेंगे।
कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक को भी मिल चुकी है जान से मारने की धमकी
इधर धौलपुर जिले के बाड़ी से कांग्रेस विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा को कुख्यात डकैत जगन गुर्जर की ओर से जान से मारने की धमकी देने के बाद भी यह मामला प्रदेश भर में तूल पकड़ गया है। इस मामले को लेकर खुद विधायक गिराज मलिंगा ने मंगलवार रात मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात कर घटनाक्रम से अवगत करवाया था। जिसके बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पुलिस अधिकारियों को सख्त से सख्त कार्रवाई करने के आदेश दिए थे । माना जा रहा है कि आज होने वाली बैठक में भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत डकैत जगन गुर्जर के खिलाफ स्पेशल ऑपरेशन चलाने के निर्देश भी आलाधिकारियों को देंगे।
कई पुलिस अधीक्षकों पर फिर गिर सकती है गाज
बताया जाता है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जिलेवार पुलिस अधीक्षकों से उनके कामकाज की रिपोर्ट कार्ड लेंगे। इस दौरान जिन पुलिस अधीक्षकों के कामकाज से मुख्यमंत्री संतुष्ट नहीं हुए उन जिलों में एक बार फिर से पुलिस अधीक्षक को बदला जा सकता है।
हाल ही में गृह विभाग की समीक्षा बैठक के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कई जिलों में पुलिस अधीक्षकों को बदल दिया था। ऐसे में आज होने जा रही इस बैठक को काफी अहम माना जा रहा है। गौरतलब है कि अलवर में एक नाबालिग मूक बधिर के साथ दरिंदगी के मामले में विपक्ष ने जमकर गहलोत सरकार को घेरा था और प्रदेश में कानून व्यवस्था फेल होने का दावा किया था। जिसके बाद से ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत लगातार गृह विभाग और पुलिस विभाग की मॉनिटरिंग कर रहे हैं।
जोग संजोग टाइम्स,
जयपुर, प्रदेश में बढ़ते अपराधों और कानून व्यवस्था को लेकर लगातार विपक्ष के निशाने पर आई गहलोत सरकार अब अलर्ट मोड पर है। हाल ही में गृह विभाग की समीक्षा लेने के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आज सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों के साथ वर्चुअल बैठक करने जा रहे हैं। शाम 4 बजे होने से होने वाली वर्चुअल बैठक में तमाम जिलों के पुलिस अधीक्षक शामिल होंगे। इसके साथ ही गृह राज्यमंत्री राजेंद्र यादव, मुख्य सचिव निरंजन आर्य, पुलिस महानिदेशक एमएल लाठर और गृह विभाग के कई आलाधिकारी इस बैठक में शामिल होंगे।
वन टू वन होगी जिलेवार समीक्षा
सूत्रों की मानें तो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत वर्चुअल होने वाली बैठक में तमाम जिलों के पुलिस अधीक्षकों से उनके इलाकों में हो रहे अपराध और अपराधों की रोकथाम के लिए किए जा रहे कामकाज की जिलेवार वन टू वन फीडबैक लेंगे। इसके अलावा भू माफिया, मादक पदार्थ तस्करों पर सख्ती बरतने के साथ ही महिला अपराधों की रोकथाम को लेकर भी चर्चा करेंगे।
कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक को भी मिल चुकी है जान से मारने की धमकी
इधर धौलपुर जिले के बाड़ी से कांग्रेस विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा को कुख्यात डकैत जगन गुर्जर की ओर से जान से मारने की धमकी देने के बाद भी यह मामला प्रदेश भर में तूल पकड़ गया है। इस मामले को लेकर खुद विधायक गिराज मलिंगा ने मंगलवार रात मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात कर घटनाक्रम से अवगत करवाया था। जिसके बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पुलिस अधिकारियों को सख्त से सख्त कार्रवाई करने के आदेश दिए थे । माना जा रहा है कि आज होने वाली बैठक में भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत डकैत जगन गुर्जर के खिलाफ स्पेशल ऑपरेशन चलाने के निर्देश भी आलाधिकारियों को देंगे।
कई पुलिस अधीक्षकों पर फिर गिर सकती है गाज
बताया जाता है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जिलेवार पुलिस अधीक्षकों से उनके कामकाज की रिपोर्ट कार्ड लेंगे। इस दौरान जिन पुलिस अधीक्षकों के कामकाज से मुख्यमंत्री संतुष्ट नहीं हुए उन जिलों में एक बार फिर से पुलिस अधीक्षक को बदला जा सकता है।
हाल ही में गृह विभाग की समीक्षा बैठक के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कई जिलों में पुलिस अधीक्षकों को बदल दिया था। ऐसे में आज होने जा रही इस बैठक को काफी अहम माना जा रहा है। गौरतलब है कि अलवर में एक नाबालिग मूक बधिर के साथ दरिंदगी के मामले में विपक्ष ने जमकर गहलोत सरकार को घेरा था और प्रदेश में कानून व्यवस्था फेल होने का दावा किया था। जिसके बाद से ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत लगातार गृह विभाग और पुलिस विभाग की मॉनिटरिंग कर रहे हैं।
RELATED ARTICLES
© Copyright 2021-2025, All Rights Reserved by Jogsanjog Times| Designed by amoadvisor.com