09 July 2021 05:53 PM
जोग संजोग संवादाता अनुसार करीब 3 महीने पहले 8 फरवरी को घेवरचंद को महावीर चौक से पूछताछ के बहाने गंगाशहर थाने लेकर गए जिसके गवाह वंहा के सब्ज़ी ओर ठेले वाले हे और पूरे 2 दिन तक उसे वहां रखा गया जिसके दौरान 8 फ़रवरी को उसके घर वालो ने वंहा जाकर पूछताछ की तो उन्हें बताया गया कि कोई पूछता चल रही है और उसे छोड़ दिया जाएगा तत्पश्चात 9 तारीख को रात को 8:00 बजे उसके खिलाफ एक जूठा देसी पिस्टल का मुकदमा बनाया गया
घेवरचाँद से पूछताछ में पता चला की 8 तारीख को घेवर चंद को थाने ले जाने के बाद वहां से उसे एक गाड़ी में रासीसर गांव लेकर गए जहां से उन्होंने देवेंद्र विश्नोई क़ो रात 10:30 बजे गिरफ्तार किया गया तथा उसे भी गंगाशहर थाने लाया गया और उससे भी पूछताछ की गई और उसे दूसरे दिन शाम को 6:00 बजे वहां से छोड़ दिया गया जिसका कारण यह है कि उसके पिताजी पुलिस महकमे के हैंऔर उसके पश्चात घेवरचंद के ऊपर एक जूठा पिस्टल का मुकदमा बनाया गया
FIR में बताया गया की 9 फ़रवरी रात 8:00 के क़रीब घेवरचंद बद्री भैरव मंदिर के पास तराये पर पुलिस की गाड़ी को देखकर भागने लगा और पुलिस प्रशासन के कॉन्स्टेबल राजाराम बिश्नोई और राजाराम मंडा ने उसका पीछा कर पकड़ा और तलाशी लेने पर उसके पास देसी पिस्टल पाया गया जो कि सरासर गलत है क्योंकि घेवरचंद को तो 8 फ़रवरी को ही पूछताछ के बहाने बुला लिया गया था और वो 9 फ़रवरी को तो पहले से ही थाने में ही था फिर f.i.r. में बताए अनुसार 9 फ़रवरी को बद्री भैरव मंदिर के पास केसे गिरफ़्तार किया। जब 8 तारीख को घेवर चंद को थाने में ले गए तो 9 तारीख को बद्री भैरव मंदिर के पास होने का कोई सवाल नहीं है और घेवरचंद के बताए अनुसार कांस्टेबल राजाराम बिश्नोई जिसने घेवर चंद को पकड़ा था उससे उसका पहले से कोई लेन-देन को लेकर आपकी मनमुटाव था ओर इसी के चलते राजाराम बिश्नोई ने षड्यंत्र रचते हुए घेवर चंद को इस मुकदमे में जानबूझकर फंसाया गया fir में बताए अनुसार ओर उसके पास कुछ भी ना होना बताया गया जबकि स्कूटी RJ07 sy 8527 उसके पास थी जिसे 10.2.2021 को वापस दिया गया ओर एक सोने की चेन,मोबाइल ओर 13400रु थे चेन ओर मोबाइल भी 12.2.2021वापसी की ओर पेसे राजाराम विस्नोई ने रख लिए ओर उसने कहा कि 20000 रू दो सी॰आई साहब ने बोला हे नहीं तो दो तीन धराए ओर जोड़ दी जाएगी
चूँकि राजाराम बिश्नोई सीआई रानी दान चारण के खास होने के कारण इस वारदात को अंजाम दिया गया और उसके बाद जब घेवर चंद के भाई तथा उसके साथी वहां बार-बार पूछाताछ करने के लिए जाने के बावजूद भी वहां उन्हें संतुष्टि पूर्वक जवाब नहीं मिला और ना ही घेवरचंद से मिलाया गया 2 दिन तक उसे वहां रख कर उसके बाद उस पर झूठा मुकदमा बनाया गया इसके बाद उसे जेल भेज दिया गया और न्याय पाने के उद्देश्य से इसकी शिकायत एसपी,आईजी,से बार-बार करने के बावजूद भी कोई सुनवाई नहीं हुई और फिर संपर्क पोर्टल के जरिए इसकी जांच को चेंज को कराया गया और जाँच सीओ सदर पवन भदोरिया को दी गई उसके बावजूद भी इसका कोई निष्कर्ष नहीं निकला और वहां सभी 8-10 गवाह जो घटना स्थल पर मौजूद थे और जो थाने में 2 दिन के भीतरवाह पुलिस से घेवरचंद के बारे में पूछने के लिए गए थे उन सभी की गवाही पवन भदोरिया केऑफिस में रिकॉर्ड की गई इसके बावजूद भी इस पर कोई एक्शन नहीं हुआ तथा ओर देवेंद्र विश्नोई जिसे पवन भदोरिया द्वारा बुलाया गया और उसे झूठा सरकारी गवाह बनने के लिए मजबूर किया गया यह बात देवेंद्र विश्नोई ने खुद फोन पर बताई और उसने बताया कि सीआई रानी दान चारण ने मुझे बुलाया और पवन भदोरिया के पास लेकर गए जहां उन्होंने मेरे से जबरन एक दस्तावेज पर सिग्नेचर करवाएं जिस पर लिखा था मैं देवेंद्र विश्नोई गांव रशिसर मैंने राजाराम बिश्नोई को फोन कर इतला दी थी की घेवरचाँद के पास पिस्टल है ऐसा उसमें लिखा हुआ था मैंने उस पर साइन करने से इनकार किया था लेकिन उन्होंने जबरन इस पर साइन करवाया जिसका रिकॉर्ड हमारे पास उपलब्ध है
फिर हमने एसपी साहब,आईजी साहब को भी अवगत कराया कि आप गंगाशहर थाना के सीसी टीवी फुटेज 8 फ़रवरी शाम 6:15 से 7:00 बजे तक का तथा 9 तारीख का 8:00 बजे से10:00 बजे तक का फुटेज चेक करें और गंगाशहर महावीर चौक में लगे अभय कमांड के केमरों के 6:15 से6:45 तक का फुटेज चेक करें तथा जिन कॉन्स्टेबल द्वारा गिरफ़्तार होना बताया गया उनकी और मेरे मोबाइल की लोकेशन चेक की जाए और उसका मिलान किया जाए लेकिन फिर भी कोई कार्यवाही नहीं हुई
पिछले 4 महीनो से कोई कार्यवाही नहीं हो रही हे इसलिए अब हमने इसकी सूचना जयपुर डी ज़ी. ऑफ़िस में भी दी हे ओर ड़ी जी. साहब ने स्वयं ये आस्वसन दिया हे की फ़ाइल को दुबारा पढ़कर न्याय दिलाया जाएगा
घेवर चाँद की आईं ज़ी साहब से अपील देशी पिस्टल की फ़ोरेंसिक जाँच करवाई जाए ओर फिंगरप्रिंट मेच कर जाँच की जाए तथा सीसीटीवी ओर लाइव लोकेसन को साथ में लेते हुए इसका अनुसंधान किया जाए
जोग संजोग की अपील जल्द से जल्द इस पर कार्यवाही कर दोषियों को सजा ओर निर्दोष को न्याय दिलाया जाए
जोग संजोग संवादाता अनुसार करीब 3 महीने पहले 8 फरवरी को घेवरचंद को महावीर चौक से पूछताछ के बहाने गंगाशहर थाने लेकर गए जिसके गवाह वंहा के सब्ज़ी ओर ठेले वाले हे और पूरे 2 दिन तक उसे वहां रखा गया जिसके दौरान 8 फ़रवरी को उसके घर वालो ने वंहा जाकर पूछताछ की तो उन्हें बताया गया कि कोई पूछता चल रही है और उसे छोड़ दिया जाएगा तत्पश्चात 9 तारीख को रात को 8:00 बजे उसके खिलाफ एक जूठा देसी पिस्टल का मुकदमा बनाया गया
घेवरचाँद से पूछताछ में पता चला की 8 तारीख को घेवर चंद को थाने ले जाने के बाद वहां से उसे एक गाड़ी में रासीसर गांव लेकर गए जहां से उन्होंने देवेंद्र विश्नोई क़ो रात 10:30 बजे गिरफ्तार किया गया तथा उसे भी गंगाशहर थाने लाया गया और उससे भी पूछताछ की गई और उसे दूसरे दिन शाम को 6:00 बजे वहां से छोड़ दिया गया जिसका कारण यह है कि उसके पिताजी पुलिस महकमे के हैंऔर उसके पश्चात घेवरचंद के ऊपर एक जूठा पिस्टल का मुकदमा बनाया गया
FIR में बताया गया की 9 फ़रवरी रात 8:00 के क़रीब घेवरचंद बद्री भैरव मंदिर के पास तराये पर पुलिस की गाड़ी को देखकर भागने लगा और पुलिस प्रशासन के कॉन्स्टेबल राजाराम बिश्नोई और राजाराम मंडा ने उसका पीछा कर पकड़ा और तलाशी लेने पर उसके पास देसी पिस्टल पाया गया जो कि सरासर गलत है क्योंकि घेवरचंद को तो 8 फ़रवरी को ही पूछताछ के बहाने बुला लिया गया था और वो 9 फ़रवरी को तो पहले से ही थाने में ही था फिर f.i.r. में बताए अनुसार 9 फ़रवरी को बद्री भैरव मंदिर के पास केसे गिरफ़्तार किया। जब 8 तारीख को घेवर चंद को थाने में ले गए तो 9 तारीख को बद्री भैरव मंदिर के पास होने का कोई सवाल नहीं है और घेवरचंद के बताए अनुसार कांस्टेबल राजाराम बिश्नोई जिसने घेवर चंद को पकड़ा था उससे उसका पहले से कोई लेन-देन को लेकर आपकी मनमुटाव था ओर इसी के चलते राजाराम बिश्नोई ने षड्यंत्र रचते हुए घेवर चंद को इस मुकदमे में जानबूझकर फंसाया गया fir में बताए अनुसार ओर उसके पास कुछ भी ना होना बताया गया जबकि स्कूटी RJ07 sy 8527 उसके पास थी जिसे 10.2.2021 को वापस दिया गया ओर एक सोने की चेन,मोबाइल ओर 13400रु थे चेन ओर मोबाइल भी 12.2.2021वापसी की ओर पेसे राजाराम विस्नोई ने रख लिए ओर उसने कहा कि 20000 रू दो सी॰आई साहब ने बोला हे नहीं तो दो तीन धराए ओर जोड़ दी जाएगी
चूँकि राजाराम बिश्नोई सीआई रानी दान चारण के खास होने के कारण इस वारदात को अंजाम दिया गया और उसके बाद जब घेवर चंद के भाई तथा उसके साथी वहां बार-बार पूछाताछ करने के लिए जाने के बावजूद भी वहां उन्हें संतुष्टि पूर्वक जवाब नहीं मिला और ना ही घेवरचंद से मिलाया गया 2 दिन तक उसे वहां रख कर उसके बाद उस पर झूठा मुकदमा बनाया गया इसके बाद उसे जेल भेज दिया गया और न्याय पाने के उद्देश्य से इसकी शिकायत एसपी,आईजी,से बार-बार करने के बावजूद भी कोई सुनवाई नहीं हुई और फिर संपर्क पोर्टल के जरिए इसकी जांच को चेंज को कराया गया और जाँच सीओ सदर पवन भदोरिया को दी गई उसके बावजूद भी इसका कोई निष्कर्ष नहीं निकला और वहां सभी 8-10 गवाह जो घटना स्थल पर मौजूद थे और जो थाने में 2 दिन के भीतरवाह पुलिस से घेवरचंद के बारे में पूछने के लिए गए थे उन सभी की गवाही पवन भदोरिया केऑफिस में रिकॉर्ड की गई इसके बावजूद भी इस पर कोई एक्शन नहीं हुआ तथा ओर देवेंद्र विश्नोई जिसे पवन भदोरिया द्वारा बुलाया गया और उसे झूठा सरकारी गवाह बनने के लिए मजबूर किया गया यह बात देवेंद्र विश्नोई ने खुद फोन पर बताई और उसने बताया कि सीआई रानी दान चारण ने मुझे बुलाया और पवन भदोरिया के पास लेकर गए जहां उन्होंने मेरे से जबरन एक दस्तावेज पर सिग्नेचर करवाएं जिस पर लिखा था मैं देवेंद्र विश्नोई गांव रशिसर मैंने राजाराम बिश्नोई को फोन कर इतला दी थी की घेवरचाँद के पास पिस्टल है ऐसा उसमें लिखा हुआ था मैंने उस पर साइन करने से इनकार किया था लेकिन उन्होंने जबरन इस पर साइन करवाया जिसका रिकॉर्ड हमारे पास उपलब्ध है
फिर हमने एसपी साहब,आईजी साहब को भी अवगत कराया कि आप गंगाशहर थाना के सीसी टीवी फुटेज 8 फ़रवरी शाम 6:15 से 7:00 बजे तक का तथा 9 तारीख का 8:00 बजे से10:00 बजे तक का फुटेज चेक करें और गंगाशहर महावीर चौक में लगे अभय कमांड के केमरों के 6:15 से6:45 तक का फुटेज चेक करें तथा जिन कॉन्स्टेबल द्वारा गिरफ़्तार होना बताया गया उनकी और मेरे मोबाइल की लोकेशन चेक की जाए और उसका मिलान किया जाए लेकिन फिर भी कोई कार्यवाही नहीं हुई
पिछले 4 महीनो से कोई कार्यवाही नहीं हो रही हे इसलिए अब हमने इसकी सूचना जयपुर डी ज़ी. ऑफ़िस में भी दी हे ओर ड़ी जी. साहब ने स्वयं ये आस्वसन दिया हे की फ़ाइल को दुबारा पढ़कर न्याय दिलाया जाएगा
घेवर चाँद की आईं ज़ी साहब से अपील देशी पिस्टल की फ़ोरेंसिक जाँच करवाई जाए ओर फिंगरप्रिंट मेच कर जाँच की जाए तथा सीसीटीवी ओर लाइव लोकेसन को साथ में लेते हुए इसका अनुसंधान किया जाए
जोग संजोग की अपील जल्द से जल्द इस पर कार्यवाही कर दोषियों को सजा ओर निर्दोष को न्याय दिलाया जाए
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