19 November 2022 11:42 AM
जोग संजोग टाइम्स बीकानेर,
वर्ष 2050 में पेयजल आपूर्ति के लिए बनाए जा रहे 2 जलाशय
शहर के चकगर्बी एरिया में जल्द 3000 मिलियन लीटर पेयजल क्षमता के वाटर रिजर्व वायर का निर्माण शुरू होगा। निर्माण से पहले जमीन की क्षमता और बारीकियां जांचने गुजरात से एक्सपर्ट की टीम शुक्रवार काे बीकानेर आई। *इस टीम ने बीछवाल में निर्माणाधीन 2500 एमएल के रिजर्व वायर का भी मुआयना किया।जलदाय विभाग के अधिकारियों के मुताबिक निर्माणाधीन डब्ल्यूआर की गुणवत्ता पर संतोष जताया वहीं चकगर्बी से मिट्टी के सैंपल लिए हैं। इससे सॉयल बियरिंग कैपेसिटी का परीक्षण किया जाना है। इस परीक्षण से पता चलेगा कि कि रिजर्व वायर बनने के बाद पानी के भार को यह निर्माण सहन कर पाएगा या नहीं।यह टीम प्राथमिक ताैर पर अपनी रिपाेर्ट संतोषजनक बता चुकी है, डिटेल रिपाेर्ट जल्द भेजेगी। हालांकि दाेनाें जलाशय तय समय से देरी से बन रहे हैं, लेकिन इनमें से एक बीछवाल जलाशय का लगभग 40 फीसदी काम पूरा हो चुका है। ऐसे में यह 2023 में बनकर तैयार होने की संभावना है। चकगर्बी जलाशय का निर्माण भी तेज गति से करने की हिदायत सरकार ने दी है। पीएचईडी के एसई राजेश राजपुरोहित, एक्सईएन विजय वर्मा आदि ने एक्सपर्ट्स के मुआयना किया।
दो पैकेज में पूरा होगा शहर में पेयजल का प्रोजेक्ट
गुजरात के एक्सपर्ट्स की टीम को दोनों जगह निरीक्षण करवाया। सॉयल बियरिंग टेस्ट के लिए सैंपल लिए गए। निर्माणाधीन रिजर्व वायर को भी देखा। सारी कवायद का मकसद यह है कि काम पूरी गुणवत्ता का हो। -राजेश राजपुरोहित, एसई पीएचईडी
जोग संजोग टाइम्स बीकानेर,
वर्ष 2050 में पेयजल आपूर्ति के लिए बनाए जा रहे 2 जलाशय
शहर के चकगर्बी एरिया में जल्द 3000 मिलियन लीटर पेयजल क्षमता के वाटर रिजर्व वायर का निर्माण शुरू होगा। निर्माण से पहले जमीन की क्षमता और बारीकियां जांचने गुजरात से एक्सपर्ट की टीम शुक्रवार काे बीकानेर आई।
इस टीम ने बीछवाल में निर्माणाधीन 2500 एमएल के रिजर्व वायर का भी मुआयना किया।जलदाय विभाग के अधिकारियों के मुताबिक निर्माणाधीन डब्ल्यूआर की गुणवत्ता पर संतोष जताया वहीं चकगर्बी से मिट्टी के सैंपल लिए हैं। इससे सॉयल बियरिंग कैपेसिटी का परीक्षण किया जाना है। इस परीक्षण से पता चलेगा कि कि रिजर्व वायर बनने के बाद पानी के भार को यह निर्माण सहन कर पाएगा या नहीं।यह टीम प्राथमिक ताैर पर अपनी रिपाेर्ट संतोषजनक बता चुकी है, डिटेल रिपाेर्ट जल्द भेजेगी। हालांकि दाेनाें जलाशय तय समय से देरी से बन रहे हैं, लेकिन इनमें से एक बीछवाल जलाशय का लगभग 40 फीसदी काम पूरा हो चुका है। ऐसे में यह 2023 में बनकर तैयार होने की संभावना है। चकगर्बी जलाशय का निर्माण भी तेज गति से करने की हिदायत सरकार ने दी है। पीएचईडी के एसई राजेश राजपुरोहित, एक्सईएन विजय वर्मा आदि ने एक्सपर्ट्स के मुआयना किया।
दो पैकेज में पूरा होगा शहर में पेयजल का प्रोजेक्ट
गुजरात के एक्सपर्ट्स की टीम को दोनों जगह निरीक्षण करवाया। सॉयल बियरिंग टेस्ट के लिए सैंपल लिए गए। निर्माणाधीन रिजर्व वायर को भी देखा। सारी कवायद का मकसद यह है कि काम पूरी गुणवत्ता का हो। -राजेश राजपुरोहित, एसई पीएचईडी
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