23 April 2024 09:41 AM
बीकानेर जिले के लूणकरणसर क्षेत्र के सहजरासर गांव में धंसी जमीन को लेकर जिज्ञासा बनी हुई है। वही कई युवा रील व वीडियो बनाने के चक्कर मे वहां पहुँच रहे हैं। लेकिन प्रशासन ने वहां 144 लगाकर इलाका प्रतिबंधित कर दिया है। बीते मंगलवार को हुई इस घटना के बाद से जिला प्रशासन और भूगर्भ विभाग के विशेषज्ञ अब भी इसको लेकर जाँच कर रहे है.
इस इलाके में पिछले लंबे समय से लगातार जमीन धंसती ही जा रही है.वहीं इसकी लंबाई चौड़ाई के साथ गहराई बढ़ी रही है. वहीं भू गर्भ विशेषज्ञ मौके पर पहुंचे है और जांच शुरू की है। हालांकि विशेषज्ञ का कहना है की कई बार पानी जमा होने से ऐसे जमीन धस जाती है।
फिलहाल बहुत सारी चीजो पर जांच के बाद ही स्थिति क्लियर हो पाएगी. वहीं ग्रामीण का कहना है की यहां काफी वर्षो पहले बिजली गिरी थी, जिससे इस गड्डे को बिजल गड्ढा का नाम से जाना जाता था.ग्रामीणों ने बताया की हर साल इसमें मिट्टी धंसती रही है और ग्रामीणों ने काफी बार प्रशासन को अवगत भी करवाया था.
घटना के बाद से सहजरासर गांव में धंसी जमीन वाली जगह युवाओं के लिए पिकनिक स्पॉट बन गया है. घटना वाले दिन पुलिस के जवान तैनात किए गए थे,जो दो दिन तक यहां तैनात थे, वहीं बाद में पुलिसकर्मी नदारद रहे,तो रील बनाने पहुंचे युवा गड्डे के अंदर जाकर वीडियो बना रहे है.
मिट्टी में अब भी कटाव जारी है कई स्थानों पर रोज नई दरारें आ रही है. ऐसे में बड़ी दुर्घटना से इंकार नहीं किया जा सकता.पुलिस प्रशासन द्वारा रस्सियां बांधी गई थी लेकिन तैनात कांस्टेबल आज नहीं आए तो लोग अंदर जाकर वीडियो बनाने लगे. इस सूचना के साथ इलाक़े में प्रशासन ने सख़्ती दिखाते हुए धारा 144 लग दी है वही किसी का भी इस इलाके में आने जाने पर रोक लगा दी गई है।
बीकानेर जिले के लूणकरणसर क्षेत्र के सहजरासर गांव में धंसी जमीन को लेकर जिज्ञासा बनी हुई है। वही कई युवा रील व वीडियो बनाने के चक्कर मे वहां पहुँच रहे हैं। लेकिन प्रशासन ने वहां 144 लगाकर इलाका प्रतिबंधित कर दिया है। बीते मंगलवार को हुई इस घटना के बाद से जिला प्रशासन और भूगर्भ विभाग के विशेषज्ञ अब भी इसको लेकर जाँच कर रहे है.
इस इलाके में पिछले लंबे समय से लगातार जमीन धंसती ही जा रही है.वहीं इसकी लंबाई चौड़ाई के साथ गहराई बढ़ी रही है. वहीं भू गर्भ विशेषज्ञ मौके पर पहुंचे है और जांच शुरू की है। हालांकि विशेषज्ञ का कहना है की कई बार पानी जमा होने से ऐसे जमीन धस जाती है।
फिलहाल बहुत सारी चीजो पर जांच के बाद ही स्थिति क्लियर हो पाएगी. वहीं ग्रामीण का कहना है की यहां काफी वर्षो पहले बिजली गिरी थी, जिससे इस गड्डे को बिजल गड्ढा का नाम से जाना जाता था.ग्रामीणों ने बताया की हर साल इसमें मिट्टी धंसती रही है और ग्रामीणों ने काफी बार प्रशासन को अवगत भी करवाया था.
घटना के बाद से सहजरासर गांव में धंसी जमीन वाली जगह युवाओं के लिए पिकनिक स्पॉट बन गया है. घटना वाले दिन पुलिस के जवान तैनात किए गए थे,जो दो दिन तक यहां तैनात थे, वहीं बाद में पुलिसकर्मी नदारद रहे,तो रील बनाने पहुंचे युवा गड्डे के अंदर जाकर वीडियो बना रहे है.
मिट्टी में अब भी कटाव जारी है कई स्थानों पर रोज नई दरारें आ रही है. ऐसे में बड़ी दुर्घटना से इंकार नहीं किया जा सकता.पुलिस प्रशासन द्वारा रस्सियां बांधी गई थी लेकिन तैनात कांस्टेबल आज नहीं आए तो लोग अंदर जाकर वीडियो बनाने लगे. इस सूचना के साथ इलाक़े में प्रशासन ने सख़्ती दिखाते हुए धारा 144 लग दी है वही किसी का भी इस इलाके में आने जाने पर रोक लगा दी गई है।
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