19 January 2023 12:56 PM
जोग संजोग टाइम्स बीकानेर ,
उन दुष्ट राक्षसों से बचकर तो आ गए, लेकिन वे हमें कभी भी मार सकते हैं। हमारे परिवार में किसी की भी हत्या कर सकते हैं…।
ये उस वीडियो की लाइनें हैं, जो प्रॉपर्टी डीलर भवानी सिंह राजपुरोहित की 22 साल की पत्नी और बहन ने बनाए हैं। अपने परिवार के जुल्मों से तंग आकर दोनों घर से भाग गईं और ये वीडियो बनाए। पुलिस और समाज से बचाने की अपील करती रही।
32 साल के बिजनेसमैन चचेरे भाई कुलदीप ने इस मामले में दोनों का साथ दिया। 15 जनवरी को महिला के पति और कुछ बदमाशों ने उसका अपहरण कर हत्या कर दी। हत्या के बाद पुलिस और प्रशासन आमजन के निशाने पर है।
इस हाई प्रोफाइल मर्डर में कई अनसुलझे सवाल हैं। दैनिक भास्कर ने पूरे मामले की पड़ताल की तो कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। कुलदीप की चचेरी बहन और उसकी ननद पति और ससुराल वालों के जुल्मों से तंग आ चुकी थीं। महिला की ननद ने अपनी भाभी का साथ दिया तो परिवार वालों ने उस पर भी जुल्म ढहाने शुरू कर दिए। आखिर में दोनों भाभी और ननद घर से भाग गईं। अब बहन और ननद अकेली रह रही हैं और उन्हें डर है कि कहीं उनकी भी हत्या कर दी न जाए। भास्कर पड़ताल में पुलिस की लापरवाही भी सामने आई। व्यापारी की हत्या में जोधपुर की एक गैंग के शामिल होने की भी बात सामने आ रही है।
मृतक कुलदीप का बहनोई आरोपी भवानी सिंह राजपुरोहित। ये लग्जरी लाइफ जीने का शौकीन है। अपने फोटो और वीडियो इंस्टाग्राम पर अपलोड करता रहता है।
भास्कर ने कुलदीप की बहन और उसकी ननद से बात की और जाना कि आखिर क्यों वे अपने ही परिवार के खिलाफ खड़ी है और क्यों भाई की मौत का जिम्मेदार उन्हें मान रही है।
कुलदीप की बहन का कहना है कि उसने परिवार वालों के खिलाफ जाकर भवानी सिंह से शादी की थी। 3 शादी साल तक रही। शादी के बाद कुछ महीनों तक भवानी ने अच्छे से रखा। फिर छोटी-छोटी बात पर परेशान करने लगा। सब्जी में नमक कम होने पर भी सीधा थप्पड़ मार देता था। मारपीट के अलावा वो कई तरह के अत्याचार करता था। घर में उसके साथ रोज-रोज की मारपीट होती देख उसकी ननद भाई का विरोध करती थी, लेकिन ऐसा कहने पर वह अपनी बहन के साथ भी मारपीट करने लग जाता था।
ऐसे में दोनों ने तय किया कि सब कुछ छोड़कर अपने गांव रूपावास चली जाएंगी, लेकिन उन्हें मौका नहीं मिल रहा था। भवानी का अत्याचार बढ़ गया था उन्हें नजरबंद रखा जाता था। घर में कॉल गर्ल्स को बुलाया जाने लगा था। अब तक एक बच्चा भी हो गया था। पूरा परिवार उसे प्रेम विवाह करने पर ताने देने लगा था। ऐसे में ननद और भाभी ने तय किया कि मौका मिलने पर बच्चे और ननद के साथ भागकर अपने पीहर आ जाएगी। यहां भी डर था कि वो भागकर गई थी, कोई साथ देगा या नहीं, लेकिन चचेरे भाई कुलदीप ने साथ दिया, लेकिन उस बेकसूर को इन लोगों ने मार डाला।
पापा-भाई को देखकर डर जाती थी
कुलदीप की बहन की ननद और आरोपी भवानी सिंह राजपुरोहित की बहन ने बताया कि 2016 में मां की कैंसर से मौत हो गई थी। उसके बाद पिता सुरेश सिंह और भाई ने पढ़ाई छुड़वा दी। ऐसे में 10वीं तक भी नहीं पढ़ पाई। घर से बाहर नहीं निकलने देते थे। छोटी-छोटी बातों पर डांटना और मारपीट करना आम बात था। पापा और भाई को देखकर डर जाती थी। भाभी के आने के बाद उसे कुछ सहारा मिला, लेकिन उससे भी भाई मारपीट करता था। उसका कहना है कि, उसके पास पेन ड्राइव में उनके खिलाफ ऐसे गंदे वीडियो हैं, जिन्हें वह खुद भी नहीं देख सकती। भाभी ने इनके जुल्मों के खिलाफ बोलने की कोशिश की तो भाई और परिवार वालों के अत्याचार बढ़ गए। व्यापारी कुलदीप सिंह की बहन से बात के दौरान पता चला कि वह पिता बनने वाला था। उसकी पत्नी मानषी कंवर 5 महीने की गर्भवती है।
कुलदीप की बहन के ससुर और काका ससुर। दोनों पर भी हत्या करने का मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस की लापरवाही से मेरा सुहाग छीन गया
कुलदीप की पत्नी मानषी से भी बात की तो वो रोने लगीं। बुधवार को ही पति का अंतिम संस्कार हुआ था। ज्यादा कुछ बोलने की स्थिति में वह नहीं थी। लेकिन रोते बस इतना कह पाई कि मैं अब कैसे जिंदा रहूंगी। मुझे भी अब जिंदा नहीं रहना है। पुलिस वालों की लापरवाही से मेरा सुहाग छीन गया। वे बदमाशों को पहले गिरफ्तार कर लेते तो शायद मेरे पति आज मेरे साथ होते। आखिर उन्होंने गुनाह ही क्या किया था? किसी बहन का साथ देना गुनाह है क्या? मानषी का पुलिस की लापरवाही को लेकर काफी गुस्सा था। परिवार वालों ने बताया कि कुलदीप की हत्या के बाद वो अक्सर बेसुध हो जाती है।
कुलदीप ने कहा था- 15 मिनट में घर आ जाऊंगा
मानषी आगे बताती हैं कि - उनके दोस्त के बेटे की शादी थी। ऐसे में रविवार सुबह 10 बजे ही कार लेकर घर से निकल गए थे। रात करीब 9 बजे कॉल कर पूछा कि घर कब तक आओगे? बोले कि- 15 मिनट में घर आ जाऊंगा। कुछ मेहमानों को छोड़ना है। मैं उनके आने का इंतजार कर रही थी, लेकिन वे नहीं आए। फिर उनकी मौत की खबर आ गई। (इतना कहते ही मानषी दहाड़े मारकर रोने लगी)
आंसू पोंछते हुए बोली कि- शादी के 6 साल बाद मां बनने की खुशी मिलने वाली थी। 5 महीने का गर्भ है। वे मेरा बहुत ख्याल रखते थे। हम दोनों बहुत खुश थे। लड़का होगा तो क्या नाम रखेंगे, लड़की होगी तो क्या नाम रखेंगे? इसको लेकर बात भी करते थे। घर में नए मेहमान के आने की उन्हें बहुत खुशी थी, लेकिन बदमाशों ने मेरा सुहाग ही छीन लिया।
मृतक जल्द पिता बनने वाला था। उसकी पत्नी ने पुलिस पर टाइम पर कार्रवाई नहीं करने और लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है।
पुलिस की लापरवाही, जिसके कारण कुलदीप की हत्या हुई
वीडियो के जरिए मांगी सुरक्षा
भास्कर जैसे-जैसे केस की तह तक पहुंचा, कई और परतें खुलती चली गईं। कुलदीप की बहन ने बताया कि पाली आकर पुलिस में मामला दर्ज करवाया। इसके अलावा ननद के साथ वीडियो बनाकर भी पुलिस और समाज से सुरक्षा की मांग की। लेकिन पुलिस ने सही कार्रवाई नहीं की और मुझे भाई को खोना पड़ा। दोनों वीडियो भास्कर के पास भी है। भाई की मौत के बाद एक बार फिर उसकी बहन ने अपने पति और ससुराल वालों को फांसी पर लटकाने की मांग की है। साथ ही सुरक्षा की मांग की है।
वीडियो में कुलदीप की बहन और उसकी ननद ने क्या कहा, पढिए…
दिसंबर 2022 का वीडियो
व्यापारी कुलदीप की बहन- उन दुष्ट राक्षसों से बचकर तो आ गए। लेकिन वे हमें कभी भी मार सकते है। हमारे परिवार को भी मार सकते है।
आरोपी की बहन- हमारा हाथ जोड़कर समाज और दुनिया से निवेदन है कि हमारा सपोर्ट कीजिए। हम अपनी जान बचाना चाहते हैं। हमें जानवरों की तरह मारते-पीटते थे। चलो, ये तो उनकी बहू थी। मैं तो उनकी बेटी थी। लेकिन मेरे उपर भी जरा तरस नहीं खाया।
व्यापारी कुलदीप की बहन- दो नंबर का पैसा है। वो सबको खिलाएंगे-पिलाएंगे। खिलाने वाले से ज्यादा तो खाने वाले दुष्ट होंगे। क्योंकि आज जो बेटी-बहू का साथ नहीं दे रहा तो वो इंसान किसी का नहीं हो सकता है।
आरोपी की बहन- हम अपना बयान नहीं पलटेंगे। उन मुलजिमों का नाम एक भवानी राजपुरोहित है, सुरेश सिंह राजपुरोहित है, एक नाथू सिंह राजपुरोहित है।
व्यापारी कुलदीप की बहन- आप सभी से विनती है कि उन दुष्ट राक्षसों को सजा मिले और प्लीज हमारी रक्षा कीजिए। ये समाज की गंदगी है, जिनको साफ करना है।
कुलदीप की मौत के बाद 17 जनवरी 2023 का वीडियो
आरोपी की बहन– हमारे साथ खड़े रहते थे, कुलदीप भाई। उन लोगों भवानी सिंह, सुरेश सिंह और नाथू सिंह ने उन्हें मार दिया। क्या गलती थी उनकी, वो सिर्फ हमारा सपोर्ट ही कर रहे थे।
कुलदीप की बहन- हम 2 दिसंबर को घर से निकले थे। वे घर में कॉल गर्ल बुलाते थे। हमारे साथ ऐसा व्यवहार करते थे, जो दुश्मन के साथ भी नहीं करता।
आरोपी की बहन- शिवपुरा पुलिस के पास जा-जाकर हम थक चुके हैं। वो हमें बस झूठा साबित करने पर तुले हुए हैं। पहले दिन 4 दिसंबर को रिपोर्ट दर्ज करवाई। फिर उन लोगों ने रिपोर्ट खारिज कर दी। मेडिकल करवाया हमारा, हमारे शरीर पर चोटों के निशान हैं।
कुलदीप की बहन- हम पाली IPS ऑफिस गए, वहां भी हमारी सुनवाई नहीं हो रही है। उन लोगों ने धमकी दी हमारे भाई को मारने की। हमारे घरवालों को भी मारने की धमकी दी है। उनके खिलाफ मेरे पास प्रूफ भी हैं। मेरे पास एक पेन ड्राइव भी है। इतने गंदे वीडियो हैं उनके कि मैं खुद नहीं देख सकती।
मृतक की चचेरी बहन और उसकी ननद दिसंबर में अहमदाबाद से भागकर आई थी और मामला दर्ज करवाया था।
जेल में बंद बदमाशों से मिला था भवानी सिंह
पुलिस बुधवार देर रात आरोपी सुरेश और नाथूसिंह राजपुरोहित को हिरासत में ले लिया है। मामले में जोधपुर के बिलाड़ा थाना क्षेत्र के खेजड़ला गांव के सरपंच भूपेंद्र देवड़ा का नाम भी आ रहा है। देवड़ा मुख्य आरोपी भवानी सिंह राजपुरोहित का दोस्त है। मामला दर्ज होने के बाद सरपंच अपने दोस्त की मदद कर रहा था। मृतक कुलदीप को सबक सिखाने के लिए आरोपी बिलाड़ा जेल में बंद एक बदमाश से मिले और मुंहमांगी रकम देने का प्रस्ताव दिया। इसके लिए आरोपी पक्ष जैतारण व निमाज में भी अपराध प्रवृति के लोगों से मिले थे। खेजड़ला सरपंच के साथ समबाड़िया गांव का लादूसिंह और परिहारों की ढाणी के शिवसिंह भी आरोपी भवानी सिंह के साथ देखे गए थे। संदिग्ध भूमिका के चलते उनकी भी तलाश की जा रही है।
कुलदीप के परिवार से बात करने के बाद हमने पुलिस का भी पक्ष जाना।
पुलिस की लापरवाही सामने आई तो होगी जांच
पाली SP डॉ. गगनदीप सिंगला ने कहा कि, युवक की मौत पर परिजनों ने सोजत सिटी में हत्या का मामला दर्ज करवाया है। तीनों मुख्य समेत अन्य 6-7 अन्य आरोपियों को पकड़ने के लिए टीम भेजी गई है। मृतक की बहन के पहले के दर्ज मामले की जांच में पुलिस की लापरवाही सामने नहीं आई है। फिर भी इस संबंध में और जांच की जाएगी।
शिवपुरा थानाप्रभारी बोले- जांच में बंधक बनाने की बात गलत निकली
मामले में शिवपुरा थानाप्रभारी महेश गोयल ने बताया कि भवानी सिंह की पत्नी ने थाने में उसके खिलाफ रेप और बंधक बनाने का मामला दर्ज करवाया था। बंधक बनाए रखने जैसी बात प्रारंभिक जांच में सामने नहीं आई। पीड़िता के परिजनों ने शिवपुरा थाने में उसकी गुमशुदगी दर्ज करवाई थी। तब अहमदाबाद उसे लेने गए तब गुजरात पुलिस के सामने भवानी सिंह से कोर्ट मैरिज करने और उसके साथ रहने की बात परिजनों के सामने की थी। दोनों पति-पत्नी की तरह रहे थे। बच्चे के जन्म प्रमाण-पत्र में माता-पिता के रूप में आरोपी और पीड़िता का नाम दर्ज है। मामले की जांच चल रही है।
जोग संजोग टाइम्स बीकानेर ,
उन दुष्ट राक्षसों से बचकर तो आ गए, लेकिन वे हमें कभी भी मार सकते हैं। हमारे परिवार में किसी की भी हत्या कर सकते हैं…।
ये उस वीडियो की लाइनें हैं, जो प्रॉपर्टी डीलर भवानी सिंह राजपुरोहित की 22 साल की पत्नी और बहन ने बनाए हैं। अपने परिवार के जुल्मों से तंग आकर दोनों घर से भाग गईं और ये वीडियो बनाए। पुलिस और समाज से बचाने की अपील करती रही।
32 साल के बिजनेसमैन चचेरे भाई कुलदीप ने इस मामले में दोनों का साथ दिया। 15 जनवरी को महिला के पति और कुछ बदमाशों ने उसका अपहरण कर हत्या कर दी। हत्या के बाद पुलिस और प्रशासन आमजन के निशाने पर है।
इस हाई प्रोफाइल मर्डर में कई अनसुलझे सवाल हैं। दैनिक भास्कर ने पूरे मामले की पड़ताल की तो कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। कुलदीप की चचेरी बहन और उसकी ननद पति और ससुराल वालों के जुल्मों से तंग आ चुकी थीं। महिला की ननद ने अपनी भाभी का साथ दिया तो परिवार वालों ने उस पर भी जुल्म ढहाने शुरू कर दिए। आखिर में दोनों भाभी और ननद घर से भाग गईं। अब बहन और ननद अकेली रह रही हैं और उन्हें डर है कि कहीं उनकी भी हत्या कर दी न जाए। भास्कर पड़ताल में पुलिस की लापरवाही भी सामने आई। व्यापारी की हत्या में जोधपुर की एक गैंग के शामिल होने की भी बात सामने आ रही है।
मृतक कुलदीप का बहनोई आरोपी भवानी सिंह राजपुरोहित। ये लग्जरी लाइफ जीने का शौकीन है। अपने फोटो और वीडियो इंस्टाग्राम पर अपलोड करता रहता है।
भास्कर ने कुलदीप की बहन और उसकी ननद से बात की और जाना कि आखिर क्यों वे अपने ही परिवार के खिलाफ खड़ी है और क्यों भाई की मौत का जिम्मेदार उन्हें मान रही है।
कुलदीप की बहन का कहना है कि उसने परिवार वालों के खिलाफ जाकर भवानी सिंह से शादी की थी। 3 शादी साल तक रही। शादी के बाद कुछ महीनों तक भवानी ने अच्छे से रखा। फिर छोटी-छोटी बात पर परेशान करने लगा। सब्जी में नमक कम होने पर भी सीधा थप्पड़ मार देता था। मारपीट के अलावा वो कई तरह के अत्याचार करता था। घर में उसके साथ रोज-रोज की मारपीट होती देख उसकी ननद भाई का विरोध करती थी, लेकिन ऐसा कहने पर वह अपनी बहन के साथ भी मारपीट करने लग जाता था।
ऐसे में दोनों ने तय किया कि सब कुछ छोड़कर अपने गांव रूपावास चली जाएंगी, लेकिन उन्हें मौका नहीं मिल रहा था। भवानी का अत्याचार बढ़ गया था उन्हें नजरबंद रखा जाता था। घर में कॉल गर्ल्स को बुलाया जाने लगा था। अब तक एक बच्चा भी हो गया था। पूरा परिवार उसे प्रेम विवाह करने पर ताने देने लगा था। ऐसे में ननद और भाभी ने तय किया कि मौका मिलने पर बच्चे और ननद के साथ भागकर अपने पीहर आ जाएगी। यहां भी डर था कि वो भागकर गई थी, कोई साथ देगा या नहीं, लेकिन चचेरे भाई कुलदीप ने साथ दिया, लेकिन उस बेकसूर को इन लोगों ने मार डाला।
पापा-भाई को देखकर डर जाती थी
कुलदीप की बहन की ननद और आरोपी भवानी सिंह राजपुरोहित की बहन ने बताया कि 2016 में मां की कैंसर से मौत हो गई थी। उसके बाद पिता सुरेश सिंह और भाई ने पढ़ाई छुड़वा दी। ऐसे में 10वीं तक भी नहीं पढ़ पाई। घर से बाहर नहीं निकलने देते थे। छोटी-छोटी बातों पर डांटना और मारपीट करना आम बात था। पापा और भाई को देखकर डर जाती थी। भाभी के आने के बाद उसे कुछ सहारा मिला, लेकिन उससे भी भाई मारपीट करता था। उसका कहना है कि, उसके पास पेन ड्राइव में उनके खिलाफ ऐसे गंदे वीडियो हैं, जिन्हें वह खुद भी नहीं देख सकती। भाभी ने इनके जुल्मों के खिलाफ बोलने की कोशिश की तो भाई और परिवार वालों के अत्याचार बढ़ गए। व्यापारी कुलदीप सिंह की बहन से बात के दौरान पता चला कि वह पिता बनने वाला था। उसकी पत्नी मानषी कंवर 5 महीने की गर्भवती है।
कुलदीप की बहन के ससुर और काका ससुर। दोनों पर भी हत्या करने का मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस की लापरवाही से मेरा सुहाग छीन गया
कुलदीप की पत्नी मानषी से भी बात की तो वो रोने लगीं। बुधवार को ही पति का अंतिम संस्कार हुआ था। ज्यादा कुछ बोलने की स्थिति में वह नहीं थी। लेकिन रोते बस इतना कह पाई कि मैं अब कैसे जिंदा रहूंगी। मुझे भी अब जिंदा नहीं रहना है। पुलिस वालों की लापरवाही से मेरा सुहाग छीन गया। वे बदमाशों को पहले गिरफ्तार कर लेते तो शायद मेरे पति आज मेरे साथ होते। आखिर उन्होंने गुनाह ही क्या किया था? किसी बहन का साथ देना गुनाह है क्या? मानषी का पुलिस की लापरवाही को लेकर काफी गुस्सा था। परिवार वालों ने बताया कि कुलदीप की हत्या के बाद वो अक्सर बेसुध हो जाती है।
कुलदीप ने कहा था- 15 मिनट में घर आ जाऊंगा
मानषी आगे बताती हैं कि - उनके दोस्त के बेटे की शादी थी। ऐसे में रविवार सुबह 10 बजे ही कार लेकर घर से निकल गए थे। रात करीब 9 बजे कॉल कर पूछा कि घर कब तक आओगे? बोले कि- 15 मिनट में घर आ जाऊंगा। कुछ मेहमानों को छोड़ना है। मैं उनके आने का इंतजार कर रही थी, लेकिन वे नहीं आए। फिर उनकी मौत की खबर आ गई। (इतना कहते ही मानषी दहाड़े मारकर रोने लगी)
आंसू पोंछते हुए बोली कि- शादी के 6 साल बाद मां बनने की खुशी मिलने वाली थी। 5 महीने का गर्भ है। वे मेरा बहुत ख्याल रखते थे। हम दोनों बहुत खुश थे। लड़का होगा तो क्या नाम रखेंगे, लड़की होगी तो क्या नाम रखेंगे? इसको लेकर बात भी करते थे। घर में नए मेहमान के आने की उन्हें बहुत खुशी थी, लेकिन बदमाशों ने मेरा सुहाग ही छीन लिया।
मृतक जल्द पिता बनने वाला था। उसकी पत्नी ने पुलिस पर टाइम पर कार्रवाई नहीं करने और लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है।
पुलिस की लापरवाही, जिसके कारण कुलदीप की हत्या हुई
वीडियो के जरिए मांगी सुरक्षा
भास्कर जैसे-जैसे केस की तह तक पहुंचा, कई और परतें खुलती चली गईं। कुलदीप की बहन ने बताया कि पाली आकर पुलिस में मामला दर्ज करवाया। इसके अलावा ननद के साथ वीडियो बनाकर भी पुलिस और समाज से सुरक्षा की मांग की। लेकिन पुलिस ने सही कार्रवाई नहीं की और मुझे भाई को खोना पड़ा। दोनों वीडियो भास्कर के पास भी है। भाई की मौत के बाद एक बार फिर उसकी बहन ने अपने पति और ससुराल वालों को फांसी पर लटकाने की मांग की है। साथ ही सुरक्षा की मांग की है।
वीडियो में कुलदीप की बहन और उसकी ननद ने क्या कहा, पढिए…
दिसंबर 2022 का वीडियो
व्यापारी कुलदीप की बहन- उन दुष्ट राक्षसों से बचकर तो आ गए। लेकिन वे हमें कभी भी मार सकते है। हमारे परिवार को भी मार सकते है।
आरोपी की बहन- हमारा हाथ जोड़कर समाज और दुनिया से निवेदन है कि हमारा सपोर्ट कीजिए। हम अपनी जान बचाना चाहते हैं। हमें जानवरों की तरह मारते-पीटते थे। चलो, ये तो उनकी बहू थी। मैं तो उनकी बेटी थी। लेकिन मेरे उपर भी जरा तरस नहीं खाया।
व्यापारी कुलदीप की बहन- दो नंबर का पैसा है। वो सबको खिलाएंगे-पिलाएंगे। खिलाने वाले से ज्यादा तो खाने वाले दुष्ट होंगे। क्योंकि आज जो बेटी-बहू का साथ नहीं दे रहा तो वो इंसान किसी का नहीं हो सकता है।
आरोपी की बहन- हम अपना बयान नहीं पलटेंगे। उन मुलजिमों का नाम एक भवानी राजपुरोहित है, सुरेश सिंह राजपुरोहित है, एक नाथू सिंह राजपुरोहित है।
व्यापारी कुलदीप की बहन- आप सभी से विनती है कि उन दुष्ट राक्षसों को सजा मिले और प्लीज हमारी रक्षा कीजिए। ये समाज की गंदगी है, जिनको साफ करना है।
कुलदीप की मौत के बाद 17 जनवरी 2023 का वीडियो
आरोपी की बहन– हमारे साथ खड़े रहते थे, कुलदीप भाई। उन लोगों भवानी सिंह, सुरेश सिंह और नाथू सिंह ने उन्हें मार दिया। क्या गलती थी उनकी, वो सिर्फ हमारा सपोर्ट ही कर रहे थे।
कुलदीप की बहन- हम 2 दिसंबर को घर से निकले थे। वे घर में कॉल गर्ल बुलाते थे। हमारे साथ ऐसा व्यवहार करते थे, जो दुश्मन के साथ भी नहीं करता।
आरोपी की बहन- शिवपुरा पुलिस के पास जा-जाकर हम थक चुके हैं। वो हमें बस झूठा साबित करने पर तुले हुए हैं। पहले दिन 4 दिसंबर को रिपोर्ट दर्ज करवाई। फिर उन लोगों ने रिपोर्ट खारिज कर दी। मेडिकल करवाया हमारा, हमारे शरीर पर चोटों के निशान हैं।
कुलदीप की बहन- हम पाली IPS ऑफिस गए, वहां भी हमारी सुनवाई नहीं हो रही है। उन लोगों ने धमकी दी हमारे भाई को मारने की। हमारे घरवालों को भी मारने की धमकी दी है। उनके खिलाफ मेरे पास प्रूफ भी हैं। मेरे पास एक पेन ड्राइव भी है। इतने गंदे वीडियो हैं उनके कि मैं खुद नहीं देख सकती।
मृतक की चचेरी बहन और उसकी ननद दिसंबर में अहमदाबाद से भागकर आई थी और मामला दर्ज करवाया था।
जेल में बंद बदमाशों से मिला था भवानी सिंह
पुलिस बुधवार देर रात आरोपी सुरेश और नाथूसिंह राजपुरोहित को हिरासत में ले लिया है। मामले में जोधपुर के बिलाड़ा थाना क्षेत्र के खेजड़ला गांव के सरपंच भूपेंद्र देवड़ा का नाम भी आ रहा है। देवड़ा मुख्य आरोपी भवानी सिंह राजपुरोहित का दोस्त है। मामला दर्ज होने के बाद सरपंच अपने दोस्त की मदद कर रहा था। मृतक कुलदीप को सबक सिखाने के लिए आरोपी बिलाड़ा जेल में बंद एक बदमाश से मिले और मुंहमांगी रकम देने का प्रस्ताव दिया। इसके लिए आरोपी पक्ष जैतारण व निमाज में भी अपराध प्रवृति के लोगों से मिले थे। खेजड़ला सरपंच के साथ समबाड़िया गांव का लादूसिंह और परिहारों की ढाणी के शिवसिंह भी आरोपी भवानी सिंह के साथ देखे गए थे। संदिग्ध भूमिका के चलते उनकी भी तलाश की जा रही है।
कुलदीप के परिवार से बात करने के बाद हमने पुलिस का भी पक्ष जाना।
पुलिस की लापरवाही सामने आई तो होगी जांच
पाली SP डॉ. गगनदीप सिंगला ने कहा कि, युवक की मौत पर परिजनों ने सोजत सिटी में हत्या का मामला दर्ज करवाया है। तीनों मुख्य समेत अन्य 6-7 अन्य आरोपियों को पकड़ने के लिए टीम भेजी गई है। मृतक की बहन के पहले के दर्ज मामले की जांच में पुलिस की लापरवाही सामने नहीं आई है। फिर भी इस संबंध में और जांच की जाएगी।
शिवपुरा थानाप्रभारी बोले- जांच में बंधक बनाने की बात गलत निकली
मामले में शिवपुरा थानाप्रभारी महेश गोयल ने बताया कि भवानी सिंह की पत्नी ने थाने में उसके खिलाफ रेप और बंधक बनाने का मामला दर्ज करवाया था। बंधक बनाए रखने जैसी बात प्रारंभिक जांच में सामने नहीं आई। पीड़िता के परिजनों ने शिवपुरा थाने में उसकी गुमशुदगी दर्ज करवाई थी। तब अहमदाबाद उसे लेने गए तब गुजरात पुलिस के सामने भवानी सिंह से कोर्ट मैरिज करने और उसके साथ रहने की बात परिजनों के सामने की थी। दोनों पति-पत्नी की तरह रहे थे। बच्चे के जन्म प्रमाण-पत्र में माता-पिता के रूप में आरोपी और पीड़िता का नाम दर्ज है। मामले की जांच चल रही है।
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