09 January 2023 01:03 PM
जोग संजोग टाइम्स बीकानेर,
राजस्थान में सर्दी का सितम जारी रहेगा और मौसम शुष्क रहेगा। कई पाला तो कहीं कोहरे का प्रकोप भी जारी रहेगा। मौसम में बड़े बदलाव की संभावना नहीं है। सर्दी के मौसम में धुंध, कोहरा, शीत लहर और शीत दिवस जैसे शब्द हमें लगातार सुनाई दे रहे हैं लेकिन आखिर ये है क्या यह मौसम विभाग से जुड़े लोगों के अलावा बहुत ही कम लोगों को मालूम है। ऐसे में आज हम आपको इसके बारे में सबकुछ बताएंगे कि आखिर किस पैमाने पर मौसम विभाग आरेंज और यलो अलर्ट घोषित करता है। शीत दिवस और शीत लहर में अंतर क्या रहता है।
मकर संक्रांति पर रहेगी ठंडक
मौसम विभाग ने प्रदेश के मौसम को लेकर अलर्ट जारी कर दिया है। शीतलहर से फिलहाल इस सप्ताह राहत नहीं मिलने जा रहा है। मकर संक्रांति के मौके पर जयपुर का न्यूनतम तापमान सात डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना व्यक्ति की है। इस दिन बारिश की कोई संभावना नहीं है।
पश्चिमी विक्षोभ से मिलेगी राहत भारतीय मौसम विभाग के जयपुर केंद्र के मुताबिक कुछ जिलो में अगले दो दिन तक यलो और आरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा मौसम सर्द रहेगा। पश्चिमी विक्षोभ 10 जनवरी को एक बार फिर से सक्रिय होने की संभावना है। ऐसे में लोगों को सर्दी से मामूली राहत मिलने की संभावना है।
क्या है शीतदिन और गंभीर शीत दिवस में अंतर
मैदानी इलाकों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस या इससे कम हो। दूसरा सामान्य तापमान से —4.5 से —6.4 सेल्सियस कम हो या शीत दिन कहलाता है।
गंभीर शीत दिवस मैदानी इलाकों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस या इससे कम हो। दूसरा सामान्य तापमान से —6.5 सेल्सियस कम हो या गंभीर शीत दिवस कहलाता है।
शीत लहर और अति शीतलहर को कैसे मांपता है मौसम विभाग
शीतलहर शीतलहर की स्थिति तीन परिस्थितियों में बनती है। पहला मैदानी इलाकों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस या इससे कम हो। दूसरा सामान्य तापमान से —4.5 से —6.4 सेल्सियस कम हो और तीसरा तापमान 4 डिग्री सेल्सियस से कम हो जाए।
अति शीतलहर की स्थिति तीन परिस्थितियों में बनती है। पहला मैदानी इलाकों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस या इससे कम हो। दूसरा सामान्य तापमान से —6.4 सेल्सियस कम हो और तीसरा तापमान 2 डिग्री सेल्सियस से कम हो जाए।
अलर्ट में क्या करता है मौसम विभाग अगर अलर्ट जारी करता है तो सबसे पहले आपको ठंड में रहने से बचना है। सिर, गर्दन, हाथ और पैर की उंगुलियों को छुपाना है। शरीर की उष्मा बनाए रखना है। शीतदंश होने पर तुरंत चिकित्सक से संपर्क करना है। पशुओं और दलहन की फसल को भी इससे नुकसान हो सकता है तो इसके लिए भी उचित उपाय करना है।
जोग संजोग टाइम्स बीकानेर,
राजस्थान में सर्दी का सितम जारी रहेगा और मौसम शुष्क रहेगा। कई पाला तो कहीं कोहरे का प्रकोप भी जारी रहेगा। मौसम में बड़े बदलाव की संभावना नहीं है। सर्दी के मौसम में धुंध, कोहरा, शीत लहर और शीत दिवस जैसे शब्द हमें लगातार सुनाई दे रहे हैं लेकिन आखिर ये है क्या यह मौसम विभाग से जुड़े लोगों के अलावा बहुत ही कम लोगों को मालूम है। ऐसे में आज हम आपको इसके बारे में सबकुछ बताएंगे कि आखिर किस पैमाने पर मौसम विभाग आरेंज और यलो अलर्ट घोषित करता है। शीत दिवस और शीत लहर में अंतर क्या रहता है।
मकर संक्रांति पर रहेगी ठंडक
मौसम विभाग ने प्रदेश के मौसम को लेकर अलर्ट जारी कर दिया है। शीतलहर से फिलहाल इस सप्ताह राहत नहीं मिलने जा रहा है। मकर संक्रांति के मौके पर जयपुर का न्यूनतम तापमान सात डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना व्यक्ति की है। इस दिन बारिश की कोई संभावना नहीं है।
पश्चिमी विक्षोभ से मिलेगी राहत भारतीय मौसम विभाग के जयपुर केंद्र के मुताबिक कुछ जिलो में अगले दो दिन तक यलो और आरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा मौसम सर्द रहेगा। पश्चिमी विक्षोभ 10 जनवरी को एक बार फिर से सक्रिय होने की संभावना है। ऐसे में लोगों को सर्दी से मामूली राहत मिलने की संभावना है।
क्या है शीतदिन और गंभीर शीत दिवस में अंतर
मैदानी इलाकों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस या इससे कम हो। दूसरा सामान्य तापमान से —4.5 से —6.4 सेल्सियस कम हो या शीत दिन कहलाता है।
गंभीर शीत दिवस मैदानी इलाकों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस या इससे कम हो। दूसरा सामान्य तापमान से —6.5 सेल्सियस कम हो या गंभीर शीत दिवस कहलाता है।
शीत लहर और अति शीतलहर को कैसे मांपता है मौसम विभाग
शीतलहर शीतलहर की स्थिति तीन परिस्थितियों में बनती है। पहला मैदानी इलाकों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस या इससे कम हो। दूसरा सामान्य तापमान से —4.5 से —6.4 सेल्सियस कम हो और तीसरा तापमान 4 डिग्री सेल्सियस से कम हो जाए।
अति शीतलहर की स्थिति तीन परिस्थितियों में बनती है। पहला मैदानी इलाकों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस या इससे कम हो। दूसरा सामान्य तापमान से —6.4 सेल्सियस कम हो और तीसरा तापमान 2 डिग्री सेल्सियस से कम हो जाए।
अलर्ट में क्या करता है मौसम विभाग अगर अलर्ट जारी करता है तो सबसे पहले आपको ठंड में रहने से बचना है। सिर, गर्दन, हाथ और पैर की उंगुलियों को छुपाना है। शरीर की उष्मा बनाए रखना है। शीतदंश होने पर तुरंत चिकित्सक से संपर्क करना है। पशुओं और दलहन की फसल को भी इससे नुकसान हो सकता है तो इसके लिए भी उचित उपाय करना है।
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