28 February 2023 01:30 PM
जोग संजोग टाइम्स बीकानेर ,
राेडवेजकर्मी बाेले: दस साल में कभी नहीं भरे गए सभी पद
राेडवेज काे घाटे से बाहर निकालने के लिए हैड ऑफिस लगातार चैकिंग पर जाेर दे रहा है। बीकानेर डिपाे के पास चैकिंग के लिए स्टाफ ही नहीं है। ऐसे में बसाें में बेटिकट यात्रियाें काे पकड़ने की कार्यवाही नहीं हाे पा रही है। डिपाे के पास एक ट्रैफिक मैनेजर, तीन टीआई आैर 8 एटीआई समेत 12 पद स्वीकृत हैं। तैनात यहां एक मात्र टीटाई है।
ऐसे में चैकिंग व्यवस्था चाैपट हाेना लाजमी है। नतीजतन हैड आॅफिस की फ्लाइंग डिपाे की बसाें में चैकिंग कर रही है। जनवरी में बीकानेर से अजमेर रवाना हुई में 49 आैर खाजूवाला रूट की बस में 18 यात्री बेटिकट पकड़े गए थे। चाैकाने वाली बात यह है कि अजमेर रूट की 52 सीटर बस में 70 यात्री सवार थे, जिनमें से 49 के पास टिकट नहीं थी। हालांकि हैड आॅफिस की रिपाेर्ट के बाद बीकानेर डिपाे ने दाेनाें बसाें के कंडेक्टर्स काे ब्लैक लिस्ट कर दिया था। उधर बीकानेर डिपाे के मुख्य प्रबंधक अंकित शर्मा का कहना है कि स्टाफ की कमी के बारे में हैड ऑफिस काे अवगत करवाया है। फिलहाल एक मात्र टीआई से ही चैकिंग का काम करवाया जा रहा है।
वर्ष 2013 में रहा था सात कर्मचारियाें का स्टाफ
पड़ताल में मालूम चला है कि बीकानेर डिपाे के पास वर्ष 2013 में ट्रैफिक मैनेजर समेत सात कर्मचारियाें का स्टाफ रहा था। उसके बाद कभी एक ताे कभी दाे या तीन टीआई ही माैजूद रहे हैं। वर्तमान में सालभर से ज्यादा का समय बीत गया है। डिपाे के पास महज एक ही टीआई है। गाैरतलब है कि बीकानेर डिपाे के पास वर्तमान में 97 बसें है। इन बसाें में करीब 19 हजार से अधिक यात्री राेजाना सफर करते हैं, जिससे डिपाे काे करीब 17 लाख रुपए की डेली इनकम हाेती है। चैकिंग बढ़ाई जाने से डिपाे काे इनकम बढ़ने की उम्मीद है।
राेडवेज: जयपुर, जाेधपुर, अजमेर व श्रीगंगानगर के लिए दाे मार्च तक सुबह जल्दी की बस सर्विस कैंसिल
बीकानेर डिपाे की छह बसें खाटूश्याम मेले के लिए रविवार काे सीकर के लिए रवाना कर दी गई है। डिपाे के पास पहले से बसाें की कमी है। ऐसे में छह बसाें के दाे मार्च तक डिपाे में नहीं हाेने से चार रूटाें पर बस सर्विस प्रभावित रहेगी। इसमें जयपुर, जाेधपुर, अजमेर व श्रीगंगानगर शामिल है। डिपाे के बेड़े में इस समय 97 बसें हैं, जाे रविवार से अब 91 हाे गई है। हालांकि यह बसें तीन मार्च तक डिपाे में पुन: लाैट आएगी। हाेली से पहले भरने वाले खाटूश्याम के मेले के लिए प्रदेश के कई डिपाे से बसाें काे यात्रियाें की सुविधा के लिए सीकर डिपाे में अस्थायी ताैर पर स्थानांतरित किया जाता है।बीकानेर डिपाे के मुख्य प्रबंधक अंकित शर्मा ने बताया कि जिन छह बसाें काे सीकर डिपाे भेजा गया है। उनके यहां नहीं हाेने पर जयपुर, जाेधपुर व अजमेर के लिए सुबह 6.30 बजे रवाना हाेने वाली बस सर्विस काे कैंसिल किया गया है। ऐसे ही श्रीगंगानगर के लिए सुबह 7.15 बजे रवाना हाेने वाली बस भी तीन मार्च तक कैंसिल रहेगी। इन रूटाें की अन्य बसाें काे यात्रीभार के अनुसार गंतव्य के लिए रवाना किया जाएगा। आसपास के गांवाें से बीकानेर आना-जाना करने वाले यात्रियाें काे परेशानी न हाे। इस वास्ते किसी भी ग्रामीण रूट की सर्विस काे बंद नहीं किया गया है। जिन रूटाें से बसाें काे हटाया हैं, वहां पर बीकानेर आैर अन्य डिपाे की आैर बस सर्विस हैं।
जोग संजोग टाइम्स बीकानेर ,
राेडवेजकर्मी बाेले: दस साल में कभी नहीं भरे गए सभी पद
राेडवेज काे घाटे से बाहर निकालने के लिए हैड ऑफिस लगातार चैकिंग पर जाेर दे रहा है। बीकानेर डिपाे के पास चैकिंग के लिए स्टाफ ही नहीं है। ऐसे में बसाें में बेटिकट यात्रियाें काे पकड़ने की कार्यवाही नहीं हाे पा रही है। डिपाे के पास एक ट्रैफिक मैनेजर, तीन टीआई आैर 8 एटीआई समेत 12 पद स्वीकृत हैं। तैनात यहां एक मात्र टीटाई है।
ऐसे में चैकिंग व्यवस्था चाैपट हाेना लाजमी है। नतीजतन हैड आॅफिस की फ्लाइंग डिपाे की बसाें में चैकिंग कर रही है। जनवरी में बीकानेर से अजमेर रवाना हुई में 49 आैर खाजूवाला रूट की बस में 18 यात्री बेटिकट पकड़े गए थे। चाैकाने वाली बात यह है कि अजमेर रूट की 52 सीटर बस में 70 यात्री सवार थे, जिनमें से 49 के पास टिकट नहीं थी। हालांकि हैड आॅफिस की रिपाेर्ट के बाद बीकानेर डिपाे ने दाेनाें बसाें के कंडेक्टर्स काे ब्लैक लिस्ट कर दिया था। उधर बीकानेर डिपाे के मुख्य प्रबंधक अंकित शर्मा का कहना है कि स्टाफ की कमी के बारे में हैड ऑफिस काे अवगत करवाया है। फिलहाल एक मात्र टीआई से ही चैकिंग का काम करवाया जा रहा है।
वर्ष 2013 में रहा था सात कर्मचारियाें का स्टाफ
पड़ताल में मालूम चला है कि बीकानेर डिपाे के पास वर्ष 2013 में ट्रैफिक मैनेजर समेत सात कर्मचारियाें का स्टाफ रहा था। उसके बाद कभी एक ताे कभी दाे या तीन टीआई ही माैजूद रहे हैं। वर्तमान में सालभर से ज्यादा का समय बीत गया है। डिपाे के पास महज एक ही टीआई है। गाैरतलब है कि बीकानेर डिपाे के पास वर्तमान में 97 बसें है। इन बसाें में करीब 19 हजार से अधिक यात्री राेजाना सफर करते हैं, जिससे डिपाे काे करीब 17 लाख रुपए की डेली इनकम हाेती है। चैकिंग बढ़ाई जाने से डिपाे काे इनकम बढ़ने की उम्मीद है।
राेडवेज: जयपुर, जाेधपुर, अजमेर व श्रीगंगानगर के लिए दाे मार्च तक सुबह जल्दी की बस सर्विस कैंसिल
बीकानेर डिपाे की छह बसें खाटूश्याम मेले के लिए रविवार काे सीकर के लिए रवाना कर दी गई है। डिपाे के पास पहले से बसाें की कमी है। ऐसे में छह बसाें के दाे मार्च तक डिपाे में नहीं हाेने से चार रूटाें पर बस सर्विस प्रभावित रहेगी। इसमें जयपुर, जाेधपुर, अजमेर व श्रीगंगानगर शामिल है। डिपाे के बेड़े में इस समय 97 बसें हैं, जाे रविवार से अब 91 हाे गई है। हालांकि यह बसें तीन मार्च तक डिपाे में पुन: लाैट आएगी। हाेली से पहले भरने वाले खाटूश्याम के मेले के लिए प्रदेश के कई डिपाे से बसाें काे यात्रियाें की सुविधा के लिए सीकर डिपाे में अस्थायी ताैर पर स्थानांतरित किया जाता है।बीकानेर डिपाे के मुख्य प्रबंधक अंकित शर्मा ने बताया कि जिन छह बसाें काे सीकर डिपाे भेजा गया है। उनके यहां नहीं हाेने पर जयपुर, जाेधपुर व अजमेर के लिए सुबह 6.30 बजे रवाना हाेने वाली बस सर्विस काे कैंसिल किया गया है। ऐसे ही श्रीगंगानगर के लिए सुबह 7.15 बजे रवाना हाेने वाली बस भी तीन मार्च तक कैंसिल रहेगी। इन रूटाें की अन्य बसाें काे यात्रीभार के अनुसार गंतव्य के लिए रवाना किया जाएगा। आसपास के गांवाें से बीकानेर आना-जाना करने वाले यात्रियाें काे परेशानी न हाे। इस वास्ते किसी भी ग्रामीण रूट की सर्विस काे बंद नहीं किया गया है। जिन रूटाें से बसाें काे हटाया हैं, वहां पर बीकानेर आैर अन्य डिपाे की आैर बस सर्विस हैं।
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