19 October 2021 04:45 PM
बीकानेर, जिला कलक्टर नमित मेहता ने वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से ‘प्रशासन गांवों के संग अभियान’ की प्रगति की विभागवार समीक्षा की।
उन्होंने कहा कि 2 अक्टूबर से अब तक आयोजित 75 शिविरों के दौरान जिन विभागों की प्रगति कम है, वे गंभीरतापूर्वक कार्य करें तथा यह सुनिश्चित करें कि किसी एक विभाग के कारण जिले की स्थिति प्रभावित नहीं हो। प्रत्येक विभाग के जिला स्तरीय अधिकारी अपने-अपने ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों के कार्यों की समीक्षा करें तथा खुद भी नियमित रूप से इन शिविरों में जाएं। ब्लॉक स्तर पर नियुक्त नोडल अधिकारी भी नियमित रूप से इन शिविरों में जाएं तथा निर्धारित प्रारूप में सूचना उपलब्ध करवाएं। उन्होंने कहा कि किसी भी स्तर पर समन्वय की कमी नहीं रहे तथा स्थानीय लोगों को इन शिविरों का भरपूर लाभ हो। प्रत्येक शिविर से संबंधित प्रगति सूचना पूर्ण सावधानी के साथ अपलोड की जाए। उन्होंने कहा कि शिविरों की प्रगति की प्रत्येक सप्ताह समीक्षा की जाएगी तथा फिसड्डी विभागों की जिम्मेदारी तय करते हुए उनके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कहा कि प्री-कैंप को पूर्ण गंभीरता से लिया जाए तथा इनमें निस्तारण योग्य प्रकरणों का चिन्हीकरण करते हुए शिविरों के दौरान इनका निस्तारण किया जाए। जरूरत के मुताबिक फॉलोअप शिविर भी लगाए जाएं। प्रत्येक शिविर का प्रचार-प्रसार हो। प्रत्येक प्रकरण का नियम सम्मत निस्तारण होने तक अधिकारी शिविरों में रहें तथा विभागीय योजनाओं की जानकारी आमजन को उपलब्ध करवाई जाए। उन्होंने बताया कि राजस्व विभाग द्वारा अब तक 3 हजार 600 राजस्व अभिलेखों एवं खातों का शुद्धिकरण तथा 493 प्रकरणों का आपसी सहमति से खाता विभाजन किया गया। रास्ते के 413 तथा नामांतरण के 5 हजार 435 प्रकरण निस्तारित किए जा चुके हैं। उन्होंने विभिन्न विभागों की विभागवार प्रगति के बारे जाना। इस दौरान जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ओमप्रकाश, अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रशासन) बलदेव राम धोजक तथा अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी सिद्धार्थ पलनिचामी मौजूद रहे।
बीकानेर, जिला कलक्टर नमित मेहता ने वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से ‘प्रशासन गांवों के संग अभियान’ की प्रगति की विभागवार समीक्षा की।
उन्होंने कहा कि 2 अक्टूबर से अब तक आयोजित 75 शिविरों के दौरान जिन विभागों की प्रगति कम है, वे गंभीरतापूर्वक कार्य करें तथा यह सुनिश्चित करें कि किसी एक विभाग के कारण जिले की स्थिति प्रभावित नहीं हो। प्रत्येक विभाग के जिला स्तरीय अधिकारी अपने-अपने ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों के कार्यों की समीक्षा करें तथा खुद भी नियमित रूप से इन शिविरों में जाएं। ब्लॉक स्तर पर नियुक्त नोडल अधिकारी भी नियमित रूप से इन शिविरों में जाएं तथा निर्धारित प्रारूप में सूचना उपलब्ध करवाएं। उन्होंने कहा कि किसी भी स्तर पर समन्वय की कमी नहीं रहे तथा स्थानीय लोगों को इन शिविरों का भरपूर लाभ हो। प्रत्येक शिविर से संबंधित प्रगति सूचना पूर्ण सावधानी के साथ अपलोड की जाए। उन्होंने कहा कि शिविरों की प्रगति की प्रत्येक सप्ताह समीक्षा की जाएगी तथा फिसड्डी विभागों की जिम्मेदारी तय करते हुए उनके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कहा कि प्री-कैंप को पूर्ण गंभीरता से लिया जाए तथा इनमें निस्तारण योग्य प्रकरणों का चिन्हीकरण करते हुए शिविरों के दौरान इनका निस्तारण किया जाए। जरूरत के मुताबिक फॉलोअप शिविर भी लगाए जाएं। प्रत्येक शिविर का प्रचार-प्रसार हो। प्रत्येक प्रकरण का नियम सम्मत निस्तारण होने तक अधिकारी शिविरों में रहें तथा विभागीय योजनाओं की जानकारी आमजन को उपलब्ध करवाई जाए। उन्होंने बताया कि राजस्व विभाग द्वारा अब तक 3 हजार 600 राजस्व अभिलेखों एवं खातों का शुद्धिकरण तथा 493 प्रकरणों का आपसी सहमति से खाता विभाजन किया गया। रास्ते के 413 तथा नामांतरण के 5 हजार 435 प्रकरण निस्तारित किए जा चुके हैं। उन्होंने विभिन्न विभागों की विभागवार प्रगति के बारे जाना। इस दौरान जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ओमप्रकाश, अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रशासन) बलदेव राम धोजक तथा अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी सिद्धार्थ पलनिचामी मौजूद रहे।
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18 September 2025 12:36 PM
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