26 February 2022 12:15 PM
ये 1962 का भारत-चीन युद्ध या 1971 का भारत-पाक युद्ध नहीं है। यूक्रेन और रूस का युद्ध 2022 में हो रहा है। अब युद्ध सिर्फ बंदूक, गोली, बारूद, मिसाइल, टैंकों से नहीं लड़े जाते, अब होता ये है कि इधर कंप्यूटर पर एक बटन दबाया और उधर दुश्मन घुटने पर। लड़ाई के इसी तरीके को कहते हैं साइबर वॉरफेयर।
इंटरनेट पर नजर रखने वाली कंपनी नेटब्लॉक्स ने 23 फरवरी की शाम को बताया कि ‘यूक्रेन की विदेश, रक्षा, आंतरिक सुरक्षा, कैबिनेट मंत्रियों की वेबसाइट ठप हो गई हैं। यूक्रेन सरकार की वेबसाइट्स पर डिस्ट्रिब्यूटेड डिनायल ऑफ सर्विसेज यानी डी-डॉस अटैक महसूस किया गया है।’ हमने विस्तार से समझाया है कि साइबर अटैक क्या है? ये कितना भयानक हो सकता है? रूस की साइबर वॉरफेयर की कैपेसिटी क्या है? और यूक्रेन-रूस के बीच साइबर वॉर में क्या-क्या हुआ |
ये 1962 का भारत-चीन युद्ध या 1971 का भारत-पाक युद्ध नहीं है। यूक्रेन और रूस का युद्ध 2022 में हो रहा है। अब युद्ध सिर्फ बंदूक, गोली, बारूद, मिसाइल, टैंकों से नहीं लड़े जाते, अब होता ये है कि इधर कंप्यूटर पर एक बटन दबाया और उधर दुश्मन घुटने पर। लड़ाई के इसी तरीके को कहते हैं साइबर वॉरफेयर।
इंटरनेट पर नजर रखने वाली कंपनी नेटब्लॉक्स ने 23 फरवरी की शाम को बताया कि ‘यूक्रेन की विदेश, रक्षा, आंतरिक सुरक्षा, कैबिनेट मंत्रियों की वेबसाइट ठप हो गई हैं। यूक्रेन सरकार की वेबसाइट्स पर डिस्ट्रिब्यूटेड डिनायल ऑफ सर्विसेज यानी डी-डॉस अटैक महसूस किया गया है।’ हमने विस्तार से समझाया है कि साइबर अटैक क्या है? ये कितना भयानक हो सकता है? रूस की साइबर वॉरफेयर की कैपेसिटी क्या है? और यूक्रेन-रूस के बीच साइबर वॉर में क्या-क्या हुआ |
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