08 May 2022 01:20 PM
जोग संजोग टाइम्स बीकानेर
मिली जानकारी के अनुसार शहरी क्षेत्र के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को खेल सुविधाएं मुहैया कराने के लिए राज्य के प्रत्येक संभाग मुख्यालय पर शाला क्रीड़ा संगम खोले जाएंगे। राज्य सरकार ने इस संबंध में शिक्षा विभाग को मंजूरी दे दी है। प्रत्येक शाला क्रीड़ा संगम को खेल उपकरण खरीदने और मैदानों के रखरखाव के लिए हर वर्ष दो लाख रुपए का वार्षिक जिला क्रीड़ा शुल्क शिक्षा निदेशालय की ओर से दिया जाएगा। इन केंद्रों पर राज्य में खेले जाने वाले 10 खेलों का प्रशिक्षण विद्यार्थियों को मिलेगा।
प्रत्येक केंद्र में दो-दो शारीरिक शिक्षक लगाए जाएंगे। यह शारीरिक शिक्षक इन केंद्रों पर सुबह और शाम दोनों समय विद्यार्थियों को विभिन्न खेलों का प्रशिक्षण देंगे। शिक्षा ग्रुप एक विभाग के शासन उप सचिव प्रथम ने प्रत्येक संभाग मुख्यालय में शाला क्रीड़ा संगम स्थापित करने के संबंध में माध्यमिक शिक्षा निदेशक को दिशा निर्देश जारी किए हैं। संभाग मुख्यालय पर संचालित होने वाले यह केंद्र डीईओ माध्यमिक के अधीन होंगे।
इंटरव्यू के जरिए लगेंगे पीटीआई
इन शाला क्रीड़ा संगम में संबंधित खेलों के शारीरिक शिक्षकों की नियुक्ति शिक्षा विभाग में कार्यरत योग्य शारीरिक शिक्षकों में से ही की जाएगी। जिनका चयन वाॅक इन इंटरव्यू के जरिए होगा। यह इंटरव्यू संयुक्त निदेशक की अध्यक्षता में गठित कमेटी की ओर से लिए जाएंगे।
बीकानेर सहित तीन संभाग मुख्यालय पर चल रहे हैं केंद्र : वर्तमान में बीकानेर सहित उदयपुर व जोधपुर संभाग मुख्यालय पर शाला क्रीड़ा संगम चल रहे हैं। अब अजमेर, कोटा, चूरू, जयपुर, पाली और भरतपुर संभाग में भी शाला क्रीडा संगम स्थापित करने की स्वीकृति राज्य सरकार ने दे दी है।
संयुक्त निदेशक व सीडीईओ को देंगे निर्देश
6 संभाग मुख्यालय पर नए शाला क्रीड़ा संगम खोले जाएंगे। सरकार से स्वीकृति मिल गई है। जल्द ही इस संबंध में संबंधित संयुक्त निदेशक और सीडीईओ को दिशा-निर्देश जारी किए जाएंगे। गौरव अग्रवाल, निदेशक, माध्यमिक शिक्षा
प्रत्येक संभाग मुख्यालय पर शाला क्रीड़ा संगम स्थापित होने से शहरी क्षेत्र के विद्यार्थियों को खेलों में बढ़ावा मिलेगा। इससे उनका मानसिक और शारीरिक विकास भी होगा। श्रवण पुरोहित, प्रदेश मंत्री, शिक्षक संघ शेखावत
हर संभाग मुख्यालय पर शाला क्रीड़ा संगम खोलने का निर्णय अच्छा है। इससे जिला और राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं में खिलाड़ियों का प्रदर्शन अच्छा होगा।
जोग संजोग टाइम्स बीकानेर
मिली जानकारी के अनुसार शहरी क्षेत्र के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को खेल सुविधाएं मुहैया कराने के लिए राज्य के प्रत्येक संभाग मुख्यालय पर शाला क्रीड़ा संगम खोले जाएंगे। राज्य सरकार ने इस संबंध में शिक्षा विभाग को मंजूरी दे दी है। प्रत्येक शाला क्रीड़ा संगम को खेल उपकरण खरीदने और मैदानों के रखरखाव के लिए हर वर्ष दो लाख रुपए का वार्षिक जिला क्रीड़ा शुल्क शिक्षा निदेशालय की ओर से दिया जाएगा। इन केंद्रों पर राज्य में खेले जाने वाले 10 खेलों का प्रशिक्षण विद्यार्थियों को मिलेगा।
प्रत्येक केंद्र में दो-दो शारीरिक शिक्षक लगाए जाएंगे। यह शारीरिक शिक्षक इन केंद्रों पर सुबह और शाम दोनों समय विद्यार्थियों को विभिन्न खेलों का प्रशिक्षण देंगे। शिक्षा ग्रुप एक विभाग के शासन उप सचिव प्रथम ने प्रत्येक संभाग मुख्यालय में शाला क्रीड़ा संगम स्थापित करने के संबंध में माध्यमिक शिक्षा निदेशक को दिशा निर्देश जारी किए हैं। संभाग मुख्यालय पर संचालित होने वाले यह केंद्र डीईओ माध्यमिक के अधीन होंगे।
इंटरव्यू के जरिए लगेंगे पीटीआई
इन शाला क्रीड़ा संगम में संबंधित खेलों के शारीरिक शिक्षकों की नियुक्ति शिक्षा विभाग में कार्यरत योग्य शारीरिक शिक्षकों में से ही की जाएगी। जिनका चयन वाॅक इन इंटरव्यू के जरिए होगा। यह इंटरव्यू संयुक्त निदेशक की अध्यक्षता में गठित कमेटी की ओर से लिए जाएंगे।
बीकानेर सहित तीन संभाग मुख्यालय पर चल रहे हैं केंद्र : वर्तमान में बीकानेर सहित उदयपुर व जोधपुर संभाग मुख्यालय पर शाला क्रीड़ा संगम चल रहे हैं। अब अजमेर, कोटा, चूरू, जयपुर, पाली और भरतपुर संभाग में भी शाला क्रीडा संगम स्थापित करने की स्वीकृति राज्य सरकार ने दे दी है।
संयुक्त निदेशक व सीडीईओ को देंगे निर्देश
6 संभाग मुख्यालय पर नए शाला क्रीड़ा संगम खोले जाएंगे। सरकार से स्वीकृति मिल गई है। जल्द ही इस संबंध में संबंधित संयुक्त निदेशक और सीडीईओ को दिशा-निर्देश जारी किए जाएंगे। गौरव अग्रवाल, निदेशक, माध्यमिक शिक्षा
प्रत्येक संभाग मुख्यालय पर शाला क्रीड़ा संगम स्थापित होने से शहरी क्षेत्र के विद्यार्थियों को खेलों में बढ़ावा मिलेगा। इससे उनका मानसिक और शारीरिक विकास भी होगा। श्रवण पुरोहित, प्रदेश मंत्री, शिक्षक संघ शेखावत
हर संभाग मुख्यालय पर शाला क्रीड़ा संगम खोलने का निर्णय अच्छा है। इससे जिला और राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं में खिलाड़ियों का प्रदर्शन अच्छा होगा।
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