09 January 2023 12:08 PM
जोग संजोग टाइम्स बीकानेर ,
बीकानेर के तापमान में महज दो-तीन डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी होते ही जिला प्रशासन ने स्कूल फिर से शुरू करने का फरमान जारी कर दिया। हकीकत ये है कि दो से तीन डिग्री सेल्सियस तापमान में भी बच्चों को बमुश्किल स्कूल जाना पड़ रहा है। प्राइवेट स्कूल्स ने अपना समय बदल कर भले ही नौ बजे कर लिया लेकिन बच्चों को लाने वाले ऑटो चालक सात बजे ही घर का दरवाजा खटखटा देते हैं।
बीकानेर में सोमवार सुबह तापमान चार डिग्री सेल्सियस के आसपास रहा, आठ बजे के आसपास धूप भी निकल गई। तापमान में हुई बढ़ोतरी से दोपहर में तो गर्मी रहेगी लेकिन सुबह जल्दी काफी ठंड रही। ऐसे में स्कूल के लिए बच्चों का जाना मुश्किल हुआ। बच्चों के माता-पिता भी स्कूल समय परिवर्तन नहीं होने से परेशान हुए। खासकर सरकारी स्कूल्स के स्टूडेंट्स परेशान हुए। दो पारी वाली स्कूल सुबह साढ़े सात बजे से लगी, तब तक सर्दी ज्यादा रही। प्राइवेट स्कूल्स ने अपना समय नौ बजे से कर दिया। यहां स्कूल शुरू होने का समय तो सही था लेकिन बच्चों को घर से करीब एक से डेढ़ घंटे पहले निकलना पड़ता है। ऐसे में बच्चों को सुबह साढ़े सात बजे तैयार होकर स्टेंड पर खड़ा होना पड़ा। बच्चों को सुबह जल्दी उठने से निजात नहीं मिली, क्योंकि तैयार होने के लिए भी एक घंटे का समय लगता है।
दोपहर में गर्मी, रात में सर्दी
बीकानेर में पिछले चौबीस घंटे में अधिकतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस से अधिक रहा। ऐसे में लोगों को गर्म कपड़े उतारने पड़े। वहीं न्यूनतम तापमान चार डिग्री सेल्सियस रहा। रात के समय सर्दी से सामान्य राहत ही मिल सकी। जिला प्रशासन ने तापमान चार डिग्री तक होने के कारण ही ना तो अवकाश बढ़ाया और ना समय में परिवर्तन किया। बीकानेर में दिन का तापमान सामान्य से तीन डिग्री सेल्सियस अधिक है लेकिन न्यूनतम तापमान में सामान्य से दो डिग्री सेल्सियस कम है।
कलक्टर कर सकते हैं समय परिवर्तन
शिक्षा विभाग ने स्कूल समय परिवर्तन का अधिकार भी जिला कलक्टर को दिया है। इसके बाद भी बीकानेर में समय परिवर्तन नहीं किया। इसके लिए शिक्षा विभाग को प्रस्ताव देना होता है लेकिन वहां से भी कोई प्रस्ताव नहीं दिया गया। दरअसल, शिक्षा विभाग अपनी दो पारी स्कूल के कारण समय परिवर्तन से बचता है।
जोग संजोग टाइम्स बीकानेर ,
बीकानेर के तापमान में महज दो-तीन डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी होते ही जिला प्रशासन ने स्कूल फिर से शुरू करने का फरमान जारी कर दिया। हकीकत ये है कि दो से तीन डिग्री सेल्सियस तापमान में भी बच्चों को बमुश्किल स्कूल जाना पड़ रहा है। प्राइवेट स्कूल्स ने अपना समय बदल कर भले ही नौ बजे कर लिया लेकिन बच्चों को लाने वाले ऑटो चालक सात बजे ही घर का दरवाजा खटखटा देते हैं।
बीकानेर में सोमवार सुबह तापमान चार डिग्री सेल्सियस के आसपास रहा, आठ बजे के आसपास धूप भी निकल गई। तापमान में हुई बढ़ोतरी से दोपहर में तो गर्मी रहेगी लेकिन सुबह जल्दी काफी ठंड रही। ऐसे में स्कूल के लिए बच्चों का जाना मुश्किल हुआ। बच्चों के माता-पिता भी स्कूल समय परिवर्तन नहीं होने से परेशान हुए। खासकर सरकारी स्कूल्स के स्टूडेंट्स परेशान हुए। दो पारी वाली स्कूल सुबह साढ़े सात बजे से लगी, तब तक सर्दी ज्यादा रही। प्राइवेट स्कूल्स ने अपना समय नौ बजे से कर दिया। यहां स्कूल शुरू होने का समय तो सही था लेकिन बच्चों को घर से करीब एक से डेढ़ घंटे पहले निकलना पड़ता है। ऐसे में बच्चों को सुबह साढ़े सात बजे तैयार होकर स्टेंड पर खड़ा होना पड़ा। बच्चों को सुबह जल्दी उठने से निजात नहीं मिली, क्योंकि तैयार होने के लिए भी एक घंटे का समय लगता है।
दोपहर में गर्मी, रात में सर्दी
बीकानेर में पिछले चौबीस घंटे में अधिकतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस से अधिक रहा। ऐसे में लोगों को गर्म कपड़े उतारने पड़े। वहीं न्यूनतम तापमान चार डिग्री सेल्सियस रहा। रात के समय सर्दी से सामान्य राहत ही मिल सकी। जिला प्रशासन ने तापमान चार डिग्री तक होने के कारण ही ना तो अवकाश बढ़ाया और ना समय में परिवर्तन किया। बीकानेर में दिन का तापमान सामान्य से तीन डिग्री सेल्सियस अधिक है लेकिन न्यूनतम तापमान में सामान्य से दो डिग्री सेल्सियस कम है।
कलक्टर कर सकते हैं समय परिवर्तन
शिक्षा विभाग ने स्कूल समय परिवर्तन का अधिकार भी जिला कलक्टर को दिया है। इसके बाद भी बीकानेर में समय परिवर्तन नहीं किया। इसके लिए शिक्षा विभाग को प्रस्ताव देना होता है लेकिन वहां से भी कोई प्रस्ताव नहीं दिया गया। दरअसल, शिक्षा विभाग अपनी दो पारी स्कूल के कारण समय परिवर्तन से बचता है।
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