03 June 2021 02:59 PM
बीकानेर। लंबी चुप्पी के बाद अब सप्ताह में पांच दिन प्रतिदिन नौ घंटे बाजार खोलने की मांग उठने लगी है। बीकानेर रेडीमेड होजरी एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को मांग पत्र लिखा है। एसोसिएशन ने मांग की है सभी बाजारों को सुबह 10 बजे से शाम 7 बजे तक खोलने की अनुमति दी जाए। वहीं शनिवार व रविवार को पूर्ण बाजार बंद रखा जाए।
एसोसिएशन का तर्क है कि बाजारों को सुबह के कम समय में ए बी अथवा फ्लोर वाइज खोलने से भीड़ अधिक इकट्ठा होती है। इसकी बजाय अधिक समय तक पूरा बाजार खोलने से भीड़ बंट जाती है, जिससे कोरोना फैलाव का खतरा कम हो जाता है।
एसोसिएशन के शांतिलाल कोचर, मालचंद बेगानी, संजय कुमार सांड सहित समस्त व्यापारियों ने सरकारी राहत की मांग भी की है। एसोसिएशन का कहना है कि कोरोना की वजह से दुकानें बंद थी। विवाह का सीजन भी चौपट हो गया। दूसरी ओर बंद दुकानों के बिजली बिल भरने पड़े। किराया, स्टाफ का खर्चा भी देना पड़ा। हालात यह हुए कि हर दुकानदार के पास विवाह सीजन का स्टॉक पड़ा रह गया। सरकार को व्यापारियों के इस नुकसान की भरपाई करने हेतु योजना बनानी चाहिए।
बता दें कि वर्तमान में सुबह 6 बजे से 11 बजे तक बाजार खुलने का समय निर्धारित है। कटलों में ए बी प्लान से यह व्यवस्था लागू की गई है। गलत समय व गलत प्लान की वजह से भीड़ बढ़ रही है। सुबह सुबह ग्राहक घरों से निकल नहीं पाते हैं, ऐसे में 2-3 घंटे में ही सभी बाहर निकलते हैं, ऊपर से आधी दुकानें खुली होने से दो दुकानों की भीड़ एक दुकान में इकट्ठा हो जाती है।
बीकानेर। लंबी चुप्पी के बाद अब सप्ताह में पांच दिन प्रतिदिन नौ घंटे बाजार खोलने की मांग उठने लगी है। बीकानेर रेडीमेड होजरी एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को मांग पत्र लिखा है। एसोसिएशन ने मांग की है सभी बाजारों को सुबह 10 बजे से शाम 7 बजे तक खोलने की अनुमति दी जाए। वहीं शनिवार व रविवार को पूर्ण बाजार बंद रखा जाए।
एसोसिएशन का तर्क है कि बाजारों को सुबह के कम समय में ए बी अथवा फ्लोर वाइज खोलने से भीड़ अधिक इकट्ठा होती है। इसकी बजाय अधिक समय तक पूरा बाजार खोलने से भीड़ बंट जाती है, जिससे कोरोना फैलाव का खतरा कम हो जाता है।
एसोसिएशन के शांतिलाल कोचर, मालचंद बेगानी, संजय कुमार सांड सहित समस्त व्यापारियों ने सरकारी राहत की मांग भी की है। एसोसिएशन का कहना है कि कोरोना की वजह से दुकानें बंद थी। विवाह का सीजन भी चौपट हो गया। दूसरी ओर बंद दुकानों के बिजली बिल भरने पड़े। किराया, स्टाफ का खर्चा भी देना पड़ा। हालात यह हुए कि हर दुकानदार के पास विवाह सीजन का स्टॉक पड़ा रह गया। सरकार को व्यापारियों के इस नुकसान की भरपाई करने हेतु योजना बनानी चाहिए।
बता दें कि वर्तमान में सुबह 6 बजे से 11 बजे तक बाजार खुलने का समय निर्धारित है। कटलों में ए बी प्लान से यह व्यवस्था लागू की गई है। गलत समय व गलत प्लान की वजह से भीड़ बढ़ रही है। सुबह सुबह ग्राहक घरों से निकल नहीं पाते हैं, ऐसे में 2-3 घंटे में ही सभी बाहर निकलते हैं, ऊपर से आधी दुकानें खुली होने से दो दुकानों की भीड़ एक दुकान में इकट्ठा हो जाती है।
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