15 October 2022 11:40 AM
जोग संजोग टाइम्स बीकानेर,
ढोल, बैग पाइप, नगाड़ा वादन और दुर्लभ गीत -संगीत के साथ शुरु हुआ रंगारंग 10वां मोमासर उत्सव।ये उत्सव बीकानेर के मोमासर गाँव में पिछले 10 साल से किया जा रहा हैं। जिससे लुप्त होती लोक कला और कलाकारों को प्रोत्साहन दिया जा सके। इस मौके पर गांव की सरपंच सरिता देवी संचेती और उपसरपंच जुगराज संचेती ने पारंपरिक नगाड़ा बजाकर उत्सव का शुभारंभ किया। उत्सव का आयोजन जाजम फाउंडेशन द्वारा किया गया है। सुरवि चैरिटेबल ट्रस्ट, संचेती ग्रुप, राजस्थान पर्यटन, राजीविका, नागपाल इवेंट्स के सहयोग से और डांसिंग पिकॉक व मर्करी कम्यूनिकेशन के द्वारा सह आयोजि किया जा रहा है।उत्सव के पहले दिन जानी मानी राजस्थानी मांड गायिका भंवरी देवी की प्रस्तुति ने दर्शकों का मन मोह लिया। सांवरियो घट माई रे और चढ़-चढ़ जाना जैसे गीतों ने जयचंद पटावरी हवेली में समां बांध दिया। हाकम खान और उनके साथियों ने कमायचा पर सुंदर राग छेड़ी। इससे पहले दिन की शुरुआत शास्त्रीय संगीत के साथ योग से हुई। इसके बाद मारवाड़ के मेघवालों ने हरिजस में कृष्ण, मीरा, राम के भजनों से दिन की भक्तिमय शुरुआत की।संगीत परंपराएं देखने को मिली। उत्सव में पहली बार महिलाओं की भागीदारी बड़े स्तर पर देखने को मिली। चाहे गायन हो या हाट बाज़ार, हर जगह महिलाओं ने भागीदारी निभाई। राजीविका हाट बाज़ार में स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं ने अपने हाथों से बनाए उत्पादों का विक्रय किया। मोमासर मेले में भी दस्तकारों ने अनेक हस्तकलाओं का प्रदर्शन किया। शाम को भोमियाजी मंदिर में पुष्कर के प्रसिद्ध पंडितों ने विशाल दीपकों से महाआरती की। रात में म्यूज़िक अंदर द स्टार्स कार्यक्रम में लंगा कम्यूनिटी का सारंगी वादन, सुगनी-पुन्नाथ कालबेलिया की प्रस्तुति, पाबू जी के भोपा भोपी और मांगणियार ट्रेडीशनल बैंड की प्रस्तुति ने सुंदर धोरों में मधुर संगीत का रस भर दिया।
जोग संजोग टाइम्स बीकानेर,
ढोल, बैग पाइप, नगाड़ा वादन और दुर्लभ गीत -संगीत के साथ शुरु हुआ रंगारंग 10वां मोमासर उत्सव।ये उत्सव बीकानेर के मोमासर गाँव में पिछले 10 साल से किया जा रहा हैं। जिससे लुप्त होती लोक कला और कलाकारों को प्रोत्साहन दिया जा सके। इस मौके पर गांव की सरपंच सरिता देवी संचेती और उपसरपंच जुगराज संचेती ने पारंपरिक नगाड़ा बजाकर उत्सव का शुभारंभ किया। उत्सव का आयोजन जाजम फाउंडेशन द्वारा किया गया है। सुरवि चैरिटेबल ट्रस्ट, संचेती ग्रुप, राजस्थान पर्यटन, राजीविका, नागपाल इवेंट्स के सहयोग से और डांसिंग पिकॉक व मर्करी कम्यूनिकेशन के द्वारा सह आयोजि किया जा रहा है।उत्सव के पहले दिन जानी मानी राजस्थानी मांड गायिका भंवरी देवी की प्रस्तुति ने दर्शकों का मन मोह लिया। सांवरियो घट माई रे और चढ़-चढ़ जाना जैसे गीतों ने जयचंद पटावरी हवेली में समां बांध दिया। हाकम खान और उनके साथियों ने कमायचा पर सुंदर राग छेड़ी। इससे पहले दिन की शुरुआत शास्त्रीय संगीत के साथ योग से हुई। इसके बाद मारवाड़ के मेघवालों ने हरिजस में कृष्ण, मीरा, राम के भजनों से दिन की भक्तिमय शुरुआत की।संगीत परंपराएं देखने को मिली। उत्सव में पहली बार महिलाओं की भागीदारी बड़े स्तर पर देखने को मिली। चाहे गायन हो या हाट बाज़ार, हर जगह महिलाओं ने भागीदारी निभाई। राजीविका हाट बाज़ार में स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं ने अपने हाथों से बनाए उत्पादों का विक्रय किया। मोमासर मेले में भी दस्तकारों ने अनेक हस्तकलाओं का प्रदर्शन किया। शाम को भोमियाजी मंदिर में पुष्कर के प्रसिद्ध पंडितों ने विशाल दीपकों से महाआरती की। रात में म्यूज़िक अंदर द स्टार्स कार्यक्रम में लंगा कम्यूनिटी का सारंगी वादन, सुगनी-पुन्नाथ कालबेलिया की प्रस्तुति, पाबू जी के भोपा भोपी और मांगणियार ट्रेडीशनल बैंड की प्रस्तुति ने सुंदर धोरों में मधुर संगीत का रस भर दिया।
RELATED ARTICLES
© Copyright 2021-2025, All Rights Reserved by Jogsanjog Times| Designed by amoadvisor.com