19 March 2022 01:12 PM
जोग संजोग टाइम्स ,बीकानेर
खेत में मोठ और मूंग हुई थी। इसी फसल को झौपड़े में रखा हुआ था। साथ ही बकरी बेचने से मिले चालीस हजार रुपए के नोट भी रखे हुए थे।
आग लगने से झौपड़े में रखा अनाज जल गया, वहीं दो दिन पहले बकरियां बेचने पर मिली चालीस हजार रुपए नगद भी जलकर राख हो गए
बीकानेर। जिले के श्रीकोलायत थानान्तर्गत सियाणा भाटियान गांव में गुरुवार को एक झौपड़े में आग लग गई । आग गांव के ईश्वर सिंह के झौपड़े में उस वक्त आग लगी, जब वो बाहर गया हुआ था। जानकारी के मुताबिक आग लगने से झौपड़े में रखा अनाज जल गया, वहीं दो दिन पहले बकरियां बेचने पर मिली चालीस हजार रुपए नगद भी जलकर राख हो गए।
पुलिस और सरपंच ने मौके पर पहुंचकर आग बुझाने में सहयोग किया। बताया जाता है कि पिछले कुछ महीनों की मेहनत के बाद ईश्वर सिंह के खेत में मोठ और मूंग हुई थी। इसी फसल को झौपड़े में रखा हुआ था। साथ ही बकरी बेचने से मिले चालीस हजार रुपए के नोट भी रखे हुए थे।
गुरुवार दोपहर अचानक झौपड़े में आग लग गई। आग का पता चलने पर आसपास के लोगों ने बुझाने का प्रयास भी किया लेकिन सफलता नहीं मिली। आसपास की पानी की कुंडियों से लाकर बाल्टियों से पानी डाला गया लेकिन आग विकराल रूप ले चुकी थी। ईश्वर सिंह ने पुलिस को इस पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी है।
ग्राम पंचायत के सरपंच मनोहर सिंह भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने प्रशासन को भी सूचना दी है। मौके पर हुए नुकसान की पटवारी ने रिपोर्ट तैयार की है। नुकसान की भरपाई के लिए जिला प्रशासन से आग्रह किया गया है।
रंगों भरे जीवन की खुशियों का खजाना जिस तिजोरी में भरा है वह तिजोरी पिचकारी है और उस पिचकारी को परिश्रम से ही दबाकर खजाना निकाला जाता है।
समृद्ध और सौभाग्यशाली वही है जिसका जीवन ही परिश्रम है।
जोग संजोग टाइम्स ,बीकानेर
खेत में मोठ और मूंग हुई थी। इसी फसल को झौपड़े में रखा हुआ था। साथ ही बकरी बेचने से मिले चालीस हजार रुपए के नोट भी रखे हुए थे।
आग लगने से झौपड़े में रखा अनाज जल गया, वहीं दो दिन पहले बकरियां बेचने पर मिली चालीस हजार रुपए नगद भी जलकर राख हो गए
बीकानेर। जिले के श्रीकोलायत थानान्तर्गत सियाणा भाटियान गांव में गुरुवार को एक झौपड़े में आग लग गई । आग गांव के ईश्वर सिंह के झौपड़े में उस वक्त आग लगी, जब वो बाहर गया हुआ था। जानकारी के मुताबिक आग लगने से झौपड़े में रखा अनाज जल गया, वहीं दो दिन पहले बकरियां बेचने पर मिली चालीस हजार रुपए नगद भी जलकर राख हो गए।
पुलिस और सरपंच ने मौके पर पहुंचकर आग बुझाने में सहयोग किया। बताया जाता है कि पिछले कुछ महीनों की मेहनत के बाद ईश्वर सिंह के खेत में मोठ और मूंग हुई थी। इसी फसल को झौपड़े में रखा हुआ था। साथ ही बकरी बेचने से मिले चालीस हजार रुपए के नोट भी रखे हुए थे।
गुरुवार दोपहर अचानक झौपड़े में आग लग गई। आग का पता चलने पर आसपास के लोगों ने बुझाने का प्रयास भी किया लेकिन सफलता नहीं मिली। आसपास की पानी की कुंडियों से लाकर बाल्टियों से पानी डाला गया लेकिन आग विकराल रूप ले चुकी थी। ईश्वर सिंह ने पुलिस को इस पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी है।
ग्राम पंचायत के सरपंच मनोहर सिंह भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने प्रशासन को भी सूचना दी है। मौके पर हुए नुकसान की पटवारी ने रिपोर्ट तैयार की है। नुकसान की भरपाई के लिए जिला प्रशासन से आग्रह किया गया है।
रंगों भरे जीवन की खुशियों का खजाना जिस तिजोरी में भरा है वह तिजोरी पिचकारी है और उस पिचकारी को परिश्रम से ही दबाकर खजाना निकाला जाता है।
समृद्ध और सौभाग्यशाली वही है जिसका जीवन ही परिश्रम है।
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