26 July 2022 02:59 PM
जोग संजोग टाइम्स,
बीकानेर, लूणकरणसर पुलिस द्वारा एक नाबालिग व एक युवक को बर्बरता से पीटने का मामला सामने आया है। घटना शुक्रवार देर रात की बताई जा रही है। मामले की शिकायत आईजी बीकानेर ओमप्रकाश पासवान से की गई है। पीड़ित पक्ष ने तत्कालीन थानाधिकारी सुमन पड़िहार, कांस्टेबल नेतराम, कांस्टेबल जेपी भांभु व सुरेश मीणा आदि पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पीड़ितों ने बर्बरता से की गई मारपीट के साक्ष्य के तौर पर आईजी के समक्ष अपने फोटोग्राफ्स भी पेश किए हैं।*
ये बताई जा रही कहानी:- पीड़ित रोझा निवासी अनिल चौधरी का कहना है कि उनके घर के पास ओमसिंह पंवार का शराब का ठेका है। यह ठेका रात आठ बजे बाद खुला रहता है। कुछ दिनों पहले इसका विरोध किया मगर बात नहीं बनी। तब 181 पर शिकायत कर दी गई। शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं हुई, उल्टा दो दिन बाद यानी शुक्रवार दोपहर को उसे व उसके मित्र विष्णु को उस समय उठा लिया गया, जब वह दोनों धीरेरां स्थित मनीराम गोदारा के यहां थे। यहां अनिल की बहन की शादी हो रखी है।
आरोप है कि तत्कालीन थानाधिकारी सुमन पड़िहार अपनी टीम के साथ ठेकेदार की काली स्कॉर्पियो गाड़ी में आए। मनीराम के घर में घुसे और दोनों पीड़ितों को थाने ले गए। थाने के पीछे वाले दरवाजे से अंदर ले जाया गया। बाद में परिजन थाने पहुंचे तो अनिल और उसके साथी को उठाने की बात से इंकार कर दिया गया। बाद में रात 11 बजे से तीन बजे तक रस्सी बंधी लकड़ी, हॉकी व बेंत से बुरी तरह पिटाई की। चमड़ी उधड़ने की हद तक बर्बरता की गई। शनिवार शाम पांच बजे दोनों को 151 के तहत गिरफ्तारी दिखाकर पेश किया और छोड़ दिया। जबकि विष्णु नाबालिग है।
आईजी को दिए परिवाद में कहा गया है कि सुमन पड़िहार ने पुलिसकर्मियों से कहा बर्बरता करने को कहा। कहा कि नाबालिग की उम्र 18 वर्ष दिखाकर दोनों की इस तरह से फिटनेस करो कि शराब ठेकेदार ओमसिंह के खिलाफ शिकायत करना भूल जाए। ठेकेदार हमें मंथली देता है और तुम लोग उसकी शिकायत करते हो। यह भी आरोप है कि थानाधिकारी सुमन ने कहा कि अशोक गहलोत का बेटा वैभव मेरा रिश्तेदार हैं। मैं तुम दोनों को जान से मार दूंगी तब भी मेरा कुछ नहीं बिगड़ेगा। बताया जा रहा है कि इस दौरान ठेकेदार का एक आदमी भी वहीं मौजूद था।
बर्बरता की हदें पार करने वाले इस मामले में आईजी ओमप्रकाश ने एक्शन लेते हुए एसपी बीकानेर योगेश यादव को मामले की जांच करवाने के आदेश दिए। एसपी ने सीओ लूणकरणसर नारायण बाजिया को जांच के आदेश दिए हैं। पीड़ित पक्ष द्वारा पेश किए जा रहे फोटोग्राफ्स में बर्बरता की कहानी स्पष्ट हो रही है। मामले की जांच के बाद ही पूरी बात सामने आएगी।*
वहीं दूसरी ओर पीड़ित अनिल पर भी आरोप लगाए जा रहे हैं। आरोप है कि अनिल ने ठेकेदार से पैसे मांगता था। सात दिन पहले भी पुलिस मौके पर गई थी। चार माह पूर्व राजियासर में भी अनिल पर हमला हुआ था। कुछ युवकों ने उसे बुरी तरह पीटा। घटना का वीडियो भी वायरल हुआ। अनिल ने राजियासर थाने में कालू नाथ आदि के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज करवाया।
बता दें कि सुमन पड़िहार का जिले में समय पूरा होने पर हाल ही में बीकानेर से चुरू तबादला हो गया था। वह रिलीव नहीं हुईं थीं। लेकिन सोमवार शाम आई लिस्ट में उन्हें लाइन भेज दिया गया।
जोग संजोग टाइम्स,
बीकानेर, लूणकरणसर पुलिस द्वारा एक नाबालिग व एक युवक को बर्बरता से पीटने का मामला सामने आया है। घटना शुक्रवार देर रात की बताई जा रही है। मामले की शिकायत आईजी बीकानेर ओमप्रकाश पासवान से की गई है। पीड़ित पक्ष ने तत्कालीन थानाधिकारी सुमन पड़िहार, कांस्टेबल नेतराम, कांस्टेबल जेपी भांभु व सुरेश मीणा आदि पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पीड़ितों ने बर्बरता से की गई मारपीट के साक्ष्य के तौर पर आईजी के समक्ष अपने फोटोग्राफ्स भी पेश किए हैं।
ये बताई जा रही कहानी:- पीड़ित रोझा निवासी अनिल चौधरी का कहना है कि उनके घर के पास ओमसिंह पंवार का शराब का ठेका है। यह ठेका रात आठ बजे बाद खुला रहता है। कुछ दिनों पहले इसका विरोध किया मगर बात नहीं बनी। तब 181 पर शिकायत कर दी गई। शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं हुई, उल्टा दो दिन बाद यानी शुक्रवार दोपहर को उसे व उसके मित्र विष्णु को उस समय उठा लिया गया, जब वह दोनों धीरेरां स्थित मनीराम गोदारा के यहां थे। यहां अनिल की बहन की शादी हो रखी है।
आरोप है कि तत्कालीन थानाधिकारी सुमन पड़िहार अपनी टीम के साथ ठेकेदार की काली स्कॉर्पियो गाड़ी में आए। मनीराम के घर में घुसे और दोनों पीड़ितों को थाने ले गए। थाने के पीछे वाले दरवाजे से अंदर ले जाया गया। बाद में परिजन थाने पहुंचे तो अनिल और उसके साथी को उठाने की बात से इंकार कर दिया गया। बाद में रात 11 बजे से तीन बजे तक रस्सी बंधी लकड़ी, हॉकी व बेंत से बुरी तरह पिटाई की। चमड़ी उधड़ने की हद तक बर्बरता की गई। शनिवार शाम पांच बजे दोनों को 151 के तहत गिरफ्तारी दिखाकर पेश किया और छोड़ दिया। जबकि विष्णु नाबालिग है।
आईजी को दिए परिवाद में कहा गया है कि सुमन पड़िहार ने पुलिसकर्मियों से कहा बर्बरता करने को कहा। कहा कि नाबालिग की उम्र 18 वर्ष दिखाकर दोनों की इस तरह से फिटनेस करो कि शराब ठेकेदार ओमसिंह के खिलाफ शिकायत करना भूल जाए। ठेकेदार हमें मंथली देता है और तुम लोग उसकी शिकायत करते हो। यह भी आरोप है कि थानाधिकारी सुमन ने कहा कि अशोक गहलोत का बेटा वैभव मेरा रिश्तेदार हैं। मैं तुम दोनों को जान से मार दूंगी तब भी मेरा कुछ नहीं बिगड़ेगा। बताया जा रहा है कि इस दौरान ठेकेदार का एक आदमी भी वहीं मौजूद था।
बर्बरता की हदें पार करने वाले इस मामले में आईजी ओमप्रकाश ने एक्शन लेते हुए एसपी बीकानेर योगेश यादव को मामले की जांच करवाने के आदेश दिए। एसपी ने सीओ लूणकरणसर नारायण बाजिया को जांच के आदेश दिए हैं। पीड़ित पक्ष द्वारा पेश किए जा रहे फोटोग्राफ्स में बर्बरता की कहानी स्पष्ट हो रही है। मामले की जांच के बाद ही पूरी बात सामने आएगी।
वहीं दूसरी ओर पीड़ित अनिल पर भी आरोप लगाए जा रहे हैं। आरोप है कि अनिल ने ठेकेदार से पैसे मांगता था। सात दिन पहले भी पुलिस मौके पर गई थी। चार माह पूर्व राजियासर में भी अनिल पर हमला हुआ था। कुछ युवकों ने उसे बुरी तरह पीटा। घटना का वीडियो भी वायरल हुआ। अनिल ने राजियासर थाने में कालू नाथ आदि के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज करवाया।
बता दें कि सुमन पड़िहार का जिले में समय पूरा होने पर हाल ही में बीकानेर से चुरू तबादला हो गया था। वह रिलीव नहीं हुईं थीं। लेकिन सोमवार शाम आई लिस्ट में उन्हें लाइन भेज दिया गया।
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