01 May 2022 11:25 AM
जोग संजग टाइम्स,
सेना में नौकरी लगाने का झांसा देकर स्टूडेंट्स से लाखों रुपए हड़पने के आरोप में ईगल डिफेंस अकादमी के संचालक यशपालसिंह गहलोत, उसके तीन सहयोगियों व एक अन्य के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज किया है।
जालौर निवासी प्रवीण कुमार ने पुलिस को बताया कि एक साल पहले समाचार पत्रों में विज्ञापन पढ़ने के बाद डिफेंस की तैयारी के लिए उसने कोचिंग संचालक यशपालसिंह शेखावत से संपर्क किया था। जयपुर में मुलाकात के दौरान शेखावत ने दो साल में सरकारी नौकरी लगाने का झांसा देकर उससे दो लाख रुपए फीस तय की नौकरी नहीं लगने पर रकम लौटाने का वादा भी किया। एक लाख रुपए जमा करवाने के बाद वह नौरंगदेसर स्थित अकादमी में आकर तैयारी करने लगा। यहां रहने के बाद मालूम चला कि संचालक बच्चों को नौकरी लगाने का झांसा देकर रुपए ऐंठता है। इस बात का पता चलने पर संचालक से संपर्क किया तो उसने धमकी दी। संचालक ने बोला कि 50 पुलिस
केस चल रहे हैं। एक और हो जाएगा तो फर्क नहीं पड़ेगा। 28 अप्रैल को संस्था के कार्यालय पहुंचा तो वहां ताला लगा मिला। तभी सहयोगी महेंद्र जाट ने आकर उन्हें दिलासा दिया। उसने पुलिस को बताया कि संचालक ने अकादमी बच्चों से रुपए ठगने के लिए खोल रखी है। उसके व बाकी बच्चों के शैक्षणिक कागजात संस्था के पास जमा है। हैरानी की बात ये है कि ठगी का शिकार हुए स्टूडेंट्स भीषण गर्मी में तीन दिन से संचालक के विरुद्ध केस दर्ज कराने के लिए थाने के चक्कर लगाते रहे, लेकिन पुलिस ने सुनवाई ही नहीं की। भास्कर के शनिवार के अंक में स्टूडेंट्स की पीड़ा उजागर होने के बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है।
चेक बाउंस केस में 15 दिन पहले ही पकड़ा गया था शेखावत:
जेएनवीसी के एसआई मनोज कुमार ने बताया कि आरोपी संचालक यशपालसिंह शेखावत को 15 दिन पहले एनआई एक्ट (चेक बाउंस) के मामले में कोर्ट में पेश किया था। जहां उसे जमानत मिल गई थी। इस मामले में छह-सात बच्चों के बयान हो चुके हैं। बच्चों ने संचालक के कहे अनुसार अकाउंट में रुपए जमा करवाए हैं। संचालक का मोबाइल बंद है। पुलिस अब उसकी लोकेशन व आपराधिक रिकार्ड खंगालने में जुटी है। अभी यह मालूम नहीं चल पाया है कि कितने बच्चों की कितने महीनों की फीस लेकर आरोपी व सहयोगी फरार हुए हैं। संचालक शेखावत कोतपूतली का रहने वाला है। दो साल पहले बीकानेर आया था।
जोग संजग टाइम्स,
सेना में नौकरी लगाने का झांसा देकर स्टूडेंट्स से लाखों रुपए हड़पने के आरोप में ईगल डिफेंस अकादमी के संचालक यशपालसिंह गहलोत, उसके तीन सहयोगियों व एक अन्य के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज किया है।
जालौर निवासी प्रवीण कुमार ने पुलिस को बताया कि एक साल पहले समाचार पत्रों में विज्ञापन पढ़ने के बाद डिफेंस की तैयारी के लिए उसने कोचिंग संचालक यशपालसिंह शेखावत से संपर्क किया था। जयपुर में मुलाकात के दौरान शेखावत ने दो साल में सरकारी नौकरी लगाने का झांसा देकर उससे दो लाख रुपए फीस तय की नौकरी नहीं लगने पर रकम लौटाने का वादा भी किया। एक लाख रुपए जमा करवाने के बाद वह नौरंगदेसर स्थित अकादमी में आकर तैयारी करने लगा। यहां रहने के बाद मालूम चला कि संचालक बच्चों को नौकरी लगाने का झांसा देकर रुपए ऐंठता है। इस बात का पता चलने पर संचालक से संपर्क किया तो उसने धमकी दी। संचालक ने बोला कि 50 पुलिस
केस चल रहे हैं। एक और हो जाएगा तो फर्क नहीं पड़ेगा। 28 अप्रैल को संस्था के कार्यालय पहुंचा तो वहां ताला लगा मिला। तभी सहयोगी महेंद्र जाट ने आकर उन्हें दिलासा दिया। उसने पुलिस को बताया कि संचालक ने अकादमी बच्चों से रुपए ठगने के लिए खोल रखी है। उसके व बाकी बच्चों के शैक्षणिक कागजात संस्था के पास जमा है। हैरानी की बात ये है कि ठगी का शिकार हुए स्टूडेंट्स भीषण गर्मी में तीन दिन से संचालक के विरुद्ध केस दर्ज कराने के लिए थाने के चक्कर लगाते रहे, लेकिन पुलिस ने सुनवाई ही नहीं की। भास्कर के शनिवार के अंक में स्टूडेंट्स की पीड़ा उजागर होने के बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है।
चेक बाउंस केस में 15 दिन पहले ही पकड़ा गया था शेखावत:
जेएनवीसी के एसआई मनोज कुमार ने बताया कि आरोपी संचालक यशपालसिंह शेखावत को 15 दिन पहले एनआई एक्ट (चेक बाउंस) के मामले में कोर्ट में पेश किया था। जहां उसे जमानत मिल गई थी। इस मामले में छह-सात बच्चों के बयान हो चुके हैं। बच्चों ने संचालक के कहे अनुसार अकाउंट में रुपए जमा करवाए हैं। संचालक का मोबाइल बंद है। पुलिस अब उसकी लोकेशन व आपराधिक रिकार्ड खंगालने में जुटी है। अभी यह मालूम नहीं चल पाया है कि कितने बच्चों की कितने महीनों की फीस लेकर आरोपी व सहयोगी फरार हुए हैं। संचालक शेखावत कोतपूतली का रहने वाला है। दो साल पहले बीकानेर आया था।
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