28 October 2021 01:36 PM

जयपुर। शिक्षा राज्यमंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि कोर्ट में कोई मामला नहीं अटका तो अगले एक-डेढ महीने में रीट का परिणाम आ जाएगा। अभी इस संबंध में जो केस चल रहे हैं, उस पर एजी से राय ले लेंगे। कोर्ट का जो भी निर्णय आएगा, उसके अनुसार ही परिणाम जारी किया जाएगा। साथ ही कहा कि भर्ती संबंधी जो प्रकरण कोर्ट में अटके हुए हैं, उन्हें जल्द निकालने के प्रयास किए जाएंगे। डोटासरा बुधवार को शिक्षा संकुल में आरटीई प्रवेश की लॉटरी निकालने के दौरान बोल रहे थे।
प्री-प्राइमरी कक्षाओं में आरटीई के तहत प्रवेश देने के कोर्ट के आदेश के सवाल पर कहा कि लॉटरी निकालने से कोर्ट ने नहीं रोका, इसीलिए लॉटरी निकाली है। कोर्ट का जो भी फैसला आएगा, उसका परीक्षण करके आगे काम करेंगे।
1 लाख 11 हज़ार विद्यार्थी ले पाएंगे निजी विद्यालयों में नि:शुल्क शिक्षा
डोटासरा ने आरटीई के तहत प्रवेश लॉटरी निकाली। इस लॉटरी के बाद 1 लाख 11 हजार से अधिक आर्थिक रूप से कमजोर विद्यार्थी निजी स्कूलों में नि:शुल्क शिक्षा ले पाएंगे। निजी विद्यालयों को इनकी फीस का पुनर्भरण राज्य सरकार करेगी।
उन्होंने कहा कि इस साल सरकारी स्कूलों में रेकॉर्ड 10 लाख अधिक नामांकन हुए हैं। अब प्राइवेट और सरकारी स्कूलों में शिक्षा गुणवत्ता स्तर के आधार पर ग्रेडिंग की प्रक्रिया शुरू की जाएगी जिससे अभिभावकों को अपने बच्चों के प्रवेश के लिए उचित विद्यालय चुनने में सहायता मिलेगी।
डोटासरा ने कहा की प्रदेश के शिक्षक संगठनों की गिरदावरी कर उन को सरकारी मान्यता दी जाएगी। ताकि ये संगठन अपना कार्य और अधिक प्रभावी रूप से कर सकें। वहीं स्कूलों को पूरी क्षमता से खोलने के सवाल पर कहा कि एक सक्षम समिति सभी पक्षों का विश्लेषण करेगी, उसके बाद निर्णय लिया जाएगा। इस दौरान अतिरिक मुख्य सचिव पवन कुमार गोयल, समग्र शिक्षा के राज्य परियोजना निदेशक भंवर लाल व माध्यमिक शिक्षा निदेशक काना राम सहित विभाग के सभी आला अधिकारी उपस्थित रहे।
जयपुर। शिक्षा राज्यमंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि कोर्ट में कोई मामला नहीं अटका तो अगले एक-डेढ महीने में रीट का परिणाम आ जाएगा। अभी इस संबंध में जो केस चल रहे हैं, उस पर एजी से राय ले लेंगे। कोर्ट का जो भी निर्णय आएगा, उसके अनुसार ही परिणाम जारी किया जाएगा। साथ ही कहा कि भर्ती संबंधी जो प्रकरण कोर्ट में अटके हुए हैं, उन्हें जल्द निकालने के प्रयास किए जाएंगे। डोटासरा बुधवार को शिक्षा संकुल में आरटीई प्रवेश की लॉटरी निकालने के दौरान बोल रहे थे।
प्री-प्राइमरी कक्षाओं में आरटीई के तहत प्रवेश देने के कोर्ट के आदेश के सवाल पर कहा कि लॉटरी निकालने से कोर्ट ने नहीं रोका, इसीलिए लॉटरी निकाली है। कोर्ट का जो भी फैसला आएगा, उसका परीक्षण करके आगे काम करेंगे।
1 लाख 11 हज़ार विद्यार्थी ले पाएंगे निजी विद्यालयों में नि:शुल्क शिक्षा
डोटासरा ने आरटीई के तहत प्रवेश लॉटरी निकाली। इस लॉटरी के बाद 1 लाख 11 हजार से अधिक आर्थिक रूप से कमजोर विद्यार्थी निजी स्कूलों में नि:शुल्क शिक्षा ले पाएंगे। निजी विद्यालयों को इनकी फीस का पुनर्भरण राज्य सरकार करेगी।
उन्होंने कहा कि इस साल सरकारी स्कूलों में रेकॉर्ड 10 लाख अधिक नामांकन हुए हैं। अब प्राइवेट और सरकारी स्कूलों में शिक्षा गुणवत्ता स्तर के आधार पर ग्रेडिंग की प्रक्रिया शुरू की जाएगी जिससे अभिभावकों को अपने बच्चों के प्रवेश के लिए उचित विद्यालय चुनने में सहायता मिलेगी।
डोटासरा ने कहा की प्रदेश के शिक्षक संगठनों की गिरदावरी कर उन को सरकारी मान्यता दी जाएगी। ताकि ये संगठन अपना कार्य और अधिक प्रभावी रूप से कर सकें। वहीं स्कूलों को पूरी क्षमता से खोलने के सवाल पर कहा कि एक सक्षम समिति सभी पक्षों का विश्लेषण करेगी, उसके बाद निर्णय लिया जाएगा। इस दौरान अतिरिक मुख्य सचिव पवन कुमार गोयल, समग्र शिक्षा के राज्य परियोजना निदेशक भंवर लाल व माध्यमिक शिक्षा निदेशक काना राम सहित विभाग के सभी आला अधिकारी उपस्थित रहे।
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