15 April 2022 04:07 PM
जोग संजोग टाइम्स बीकानेर
मिली जानकारी के अनुसार रीट 21 की फाइनल कट ऑफ अभी जारी नहीं हुई है। सोशल मीडिया पर एक और फर्जी कट ऑफ जारी हो गई है, जिसके बाद शिक्षा विभाग ने स्पष्टीकरण जारी किया है। प्रारम्भिक शिक्षा निदेशक कानाराम ने बताया कि फाइनल कट ऑफ पर काम अभी चल रहा है, ऐसे में अभी जारी कट ऑफ फेक व फर्जी है।दरअसल, ये लगातार दूसरी फर्जी फाइनल कट ऑफ है। पहली फर्जी कटऑफ में हाथ से मार्क्स भरे गए थे, जबकि अब दूसरी कट ऑफ पूरी तरह कम्प्यूटराइज्ड है। इस कटऑफ में निदेशक के हस्ताक्षर भी हूबहू दिए गए हैं, जबकि इससे पहले जारी कट ऑफ में हस्ताक्षर भी गलत थे। निदेशक कानाराम ने बताया कि अधिकृत फाइनल कट ऑफ विभाग की वेबसाइट पर जारी की जाएगी। इस कट ऑफ को ही अधिकृत माना जावें। इससे पहले जारी होने वाली कट ऑफ का कोई आधार नहीं है। उन्होंने बताया कि फाइनल कट ऑफ और चयनित कैंडिडेट की लिस्ट जल्दी ही जारी कर दी जाएगी।
तीन दिन में दूसरी फेक कट ऑफ
दरअसल, सोशल मीडिया पर ये तीन दिन में दूसरी कट ऑफ है। इसके बाद भी शिक्षा विभाग की ओर से कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की जा रही है। गुरुवार को जारी लिस्ट पर भी निदेशक ने किसी तरह की कानूनी कार्रवाई की बात नहीं की है। आश्चर्य की बात है कि इस कट ऑफ में स्वयं निदेशक के फर्जी हस्ताक्षरों का उपयोग किया गया है। कानूनी कार्रवाई नहीं होने के कारण ही बार बार इस तरह के प्रयास होते हैं। कई बार निदेशक के हस्ताक्षर से तबादले तक हो जाते हैं।
जोग संजोग टाइम्स बीकानेर
मिली जानकारी के अनुसार रीट 21 की फाइनल कट ऑफ अभी जारी नहीं हुई है। सोशल मीडिया पर एक और फर्जी कट ऑफ जारी हो गई है, जिसके बाद शिक्षा विभाग ने स्पष्टीकरण जारी किया है। प्रारम्भिक शिक्षा निदेशक कानाराम ने बताया कि फाइनल कट ऑफ पर काम अभी चल रहा है, ऐसे में अभी जारी कट ऑफ फेक व फर्जी है।दरअसल, ये लगातार दूसरी फर्जी फाइनल कट ऑफ है। पहली फर्जी कटऑफ में हाथ से मार्क्स भरे गए थे, जबकि अब दूसरी कट ऑफ पूरी तरह कम्प्यूटराइज्ड है। इस कटऑफ में निदेशक के हस्ताक्षर भी हूबहू दिए गए हैं, जबकि इससे पहले जारी कट ऑफ में हस्ताक्षर भी गलत थे। निदेशक कानाराम ने बताया कि अधिकृत फाइनल कट ऑफ विभाग की वेबसाइट पर जारी की जाएगी। इस कट ऑफ को ही अधिकृत माना जावें। इससे पहले जारी होने वाली कट ऑफ का कोई आधार नहीं है। उन्होंने बताया कि फाइनल कट ऑफ और चयनित कैंडिडेट की लिस्ट जल्दी ही जारी कर दी जाएगी।
तीन दिन में दूसरी फेक कट ऑफ
दरअसल, सोशल मीडिया पर ये तीन दिन में दूसरी कट ऑफ है। इसके बाद भी शिक्षा विभाग की ओर से कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की जा रही है। गुरुवार को जारी लिस्ट पर भी निदेशक ने किसी तरह की कानूनी कार्रवाई की बात नहीं की है। आश्चर्य की बात है कि इस कट ऑफ में स्वयं निदेशक के फर्जी हस्ताक्षरों का उपयोग किया गया है। कानूनी कार्रवाई नहीं होने के कारण ही बार बार इस तरह के प्रयास होते हैं। कई बार निदेशक के हस्ताक्षर से तबादले तक हो जाते हैं।
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