09 July 2023 05:47 PM
जोग संजोग टाइम्स,
आज डॉ. अविनाश झाझरिया ने अपने मानसिक स्वास्थ्य एवं व्यसन उपचार केंद्र में निःशुल्क शिविर का आयोजन किया। *इस शिविर में शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र के महिला एवं पुरूष मरीजों ने भाग लिया। डॉ. झाझरिया ने बताया कि महिलाएं अवसाद और चिंता को कम करने के लिए अक्सर नींद की गोलियों का सहारा लेती हैं, जबकि ग्रामीण व्यक्ति कृषि गतिविधियों में अपने कार्य प्रदर्शन को बढ़ाने के लिए मारिजुआना, तंबाकू, अफीम और शराब जैसे पदार्थों पर अधिक भरोसा करते हैं। मादक द्रव्यों का सेवन करने वालों से बातचीत से पता चला कि उन्हें अपनी लत पर काबू पाने के लिए डॉक्टरों की मदद लेने में शर्मिंदगी महसूस होती है। नतीजतन, उन्हें समय पर इलाज नहीं मिल पाता है। डॉ. अविनाश ने इस बात पर जोर दिया कि ऐसे विकारों के उपचार में एलोपैथिक दवाओं को प्रभावी परामर्श के साथ जोड़ना आवश्यक है। इसके अतिरिक्त, परिवार के सदस्यों की देखरेख के बिना मरीज़ अपना इलाज सफलतापूर्वक पूरा नहीं कर सकते हैं। इसलिए, सफल पुनर्प्राप्ति के लिए परिवार के सदस्यों का समर्थन महत्वपूर्ण है।
जोग संजोग टाइम्स,
आज डॉ. अविनाश झाझरिया ने अपने मानसिक स्वास्थ्य एवं व्यसन उपचार केंद्र में निःशुल्क शिविर का आयोजन किया।
इस शिविर में शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र के महिला एवं पुरूष मरीजों ने भाग लिया। डॉ. झाझरिया ने बताया कि महिलाएं अवसाद और चिंता को कम करने के लिए अक्सर नींद की गोलियों का सहारा लेती हैं, जबकि ग्रामीण व्यक्ति कृषि गतिविधियों में अपने कार्य प्रदर्शन को बढ़ाने के लिए मारिजुआना, तंबाकू, अफीम और शराब जैसे पदार्थों पर अधिक भरोसा करते हैं। मादक द्रव्यों का सेवन करने वालों से बातचीत से पता चला कि उन्हें अपनी लत पर काबू पाने के लिए डॉक्टरों की मदद लेने में शर्मिंदगी महसूस होती है। नतीजतन, उन्हें समय पर इलाज नहीं मिल पाता है। डॉ. अविनाश ने इस बात पर जोर दिया कि ऐसे विकारों के उपचार में एलोपैथिक दवाओं को प्रभावी परामर्श के साथ जोड़ना आवश्यक है। इसके अतिरिक्त, परिवार के सदस्यों की देखरेख के बिना मरीज़ अपना इलाज सफलतापूर्वक पूरा नहीं कर सकते हैं। इसलिए, सफल पुनर्प्राप्ति के लिए परिवार के सदस्यों का समर्थन महत्वपूर्ण है।
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