12 May 2021 03:51 PM

जोग संजोग टाइम्स बीकानेर।
लालगढ़ रेलवे हॉस्पिटल में कोविड रोगी की मौत के बाद मचा बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। हॉस्पिटल का स्टाफ इस कदर सहम गया है कि नर्सिग कर्मी नाइट ड्यूटी को लेकर हिचकिचा रहे हैं। उन्हें सुरक्षा की चिंता सता रही है। स्टाफ के मुताबिक अगर किसी गंभीर रोगी की मौत के बाद नर्सिंग स्टाफ से मारपीट हो। डॉक्टर को जान से मारने की धमकी मिले। ड्यूटी के बाद घर जा रही नर्स को जीप से कुचलने का प्रयास किया जाए तो कौन ड्यूटी करेगा। हालांकि रेलवे हॉस्पिटल े प्रशासन ने नौ मई की रात में हुई घटना के बाद सुरक्षा के लिहाज से हॉस्पिटल में आरपीएफ के पांच जवान तैनात कर दिए है।यहां तक अब पास जारी की व्यवस्था शुरू की गई है। अब से कोविड रोगी से मिलने के लिए एक ही व्यक्ति हॉस्पिटल परिसर में आएगा। उसके लिए नाम, पता, मोबाइल नंबर अगर फोटो उपलब्ध है तो वह भी अधिकारियों को देनी होगी। फिर वह कोविड वार्ड की गैलरी तक रह सकेगा। जरूरत पडऩे पर फोन के जरिए रोगी से बातचीत करवा दी है। यह व्यवस्था रेलवे हॉस्पिटल के प्रशासन ने कर ली है।
पीबीएम में नहीं मिला बेड, दुबारा रेलवे हॉस्पिटल लाए, थोड़ी देर में मौत
रामपुरा बस्ती के अमीर, जो कि रेलवे के रिटायर्ड अस्सिटेंट लोको पायलट है। उनकी 56 वर्षीय पत्नी नसीम बेगम को चार मई की रात में लालगढ़ रेलवे हॉस्पिटल के महिला वार्ड में बेड नंबर 17 पर भर्ती करवाया गया। कोविड पॉजीटिव होने के चलते उनकी हालत गंभीर थी। नौ मई की रात में रेलवे हॉस्पिटल में हालात नाजुक होने पर मरीज को रैफर किया। रेलवे का डॉक्टर, नर्स, अटेंडेट एंबुलेंस में मरीज को पीबीएम हॉस्पिटल लाए।
करीब घंटे भर की मशक्कत के बाद भी पीबीएम में बेड की व्यवस्था नहीं हुई। एक घंटे मरीज ऑक्सीजन पर एंबुलेंस में रहा। दुबारा लालगढ़ रेलवे हॉस्पिटल लाकर भर्ती करवाया। रात करीब सवा दस बजे मरीज की मौत हो गई। परिजनों ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए दूसरी शिफ्ट में आए मेल नर्स बलदेव सैनी से मारपीट की। मंडल चिकित्सा अधिकारी कोविड वार्ड इंचार्ज डॉ. योगेश मीणा व वहां मौजूद स्टाफ को जान से मारने की धमकी दी। इतना नहीं घर के लिए हॉस्पिटल से रवाना हुई नर्स रेणू बाला से अभद्र व्यवहार किया। जान से मारने की नीयत से उस पर जीप चढ़ाने की कोशिश की गई। वह स्कूटी से सडक़ के दूसरी ओर जा गिरा। हॉस्पिटल परिसर में आकर उसने जान बचाई।
डॉक्टर व स्वास्थ्यकर्मी हुए एकजुट, तब सीएमएस ने कार्रवाई के लिए लिखा
घटनाक्रम के बाद डीआरएम एसके श्रीवास्तव ने लालगढ़ रेलवे हॉस्पिटल में स्टॉफ की मीटिंग ली। घटनाक्रम के बाद सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए आरपीएफ के पांच गार्ड लगाए। पूर्व में यहां दो गार्ड ही तैनात थे। उधर सुरक्षा को लेकर डॉक्टर व स्वास्थय कर्मी एकजुट हुए तो रेलवे हॉस्पिटल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. रमेश मांझी ने नयाशहर थाने में राजकार्य में बाधा डालने, स्वास्थ्यकर्मियों से मारपीट व जान से मारने की धमकी देने वाले आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही के लिए एसएचओ को लिखित रिपोर्ट दी।
जोग संजोग टाइम्स बीकानेर।
लालगढ़ रेलवे हॉस्पिटल में कोविड रोगी की मौत के बाद मचा बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। हॉस्पिटल का स्टाफ इस कदर सहम गया है कि नर्सिग कर्मी नाइट ड्यूटी को लेकर हिचकिचा रहे हैं। उन्हें सुरक्षा की चिंता सता रही है। स्टाफ के मुताबिक अगर किसी गंभीर रोगी की मौत के बाद नर्सिंग स्टाफ से मारपीट हो। डॉक्टर को जान से मारने की धमकी मिले। ड्यूटी के बाद घर जा रही नर्स को जीप से कुचलने का प्रयास किया जाए तो कौन ड्यूटी करेगा। हालांकि रेलवे हॉस्पिटल े प्रशासन ने नौ मई की रात में हुई घटना के बाद सुरक्षा के लिहाज से हॉस्पिटल में आरपीएफ के पांच जवान तैनात कर दिए है।यहां तक अब पास जारी की व्यवस्था शुरू की गई है। अब से कोविड रोगी से मिलने के लिए एक ही व्यक्ति हॉस्पिटल परिसर में आएगा। उसके लिए नाम, पता, मोबाइल नंबर अगर फोटो उपलब्ध है तो वह भी अधिकारियों को देनी होगी। फिर वह कोविड वार्ड की गैलरी तक रह सकेगा। जरूरत पडऩे पर फोन के जरिए रोगी से बातचीत करवा दी है। यह व्यवस्था रेलवे हॉस्पिटल के प्रशासन ने कर ली है।
पीबीएम में नहीं मिला बेड, दुबारा रेलवे हॉस्पिटल लाए, थोड़ी देर में मौत
रामपुरा बस्ती के अमीर, जो कि रेलवे के रिटायर्ड अस्सिटेंट लोको पायलट है। उनकी 56 वर्षीय पत्नी नसीम बेगम को चार मई की रात में लालगढ़ रेलवे हॉस्पिटल के महिला वार्ड में बेड नंबर 17 पर भर्ती करवाया गया। कोविड पॉजीटिव होने के चलते उनकी हालत गंभीर थी। नौ मई की रात में रेलवे हॉस्पिटल में हालात नाजुक होने पर मरीज को रैफर किया। रेलवे का डॉक्टर, नर्स, अटेंडेट एंबुलेंस में मरीज को पीबीएम हॉस्पिटल लाए।
करीब घंटे भर की मशक्कत के बाद भी पीबीएम में बेड की व्यवस्था नहीं हुई। एक घंटे मरीज ऑक्सीजन पर एंबुलेंस में रहा। दुबारा लालगढ़ रेलवे हॉस्पिटल लाकर भर्ती करवाया। रात करीब सवा दस बजे मरीज की मौत हो गई। परिजनों ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए दूसरी शिफ्ट में आए मेल नर्स बलदेव सैनी से मारपीट की। मंडल चिकित्सा अधिकारी कोविड वार्ड इंचार्ज डॉ. योगेश मीणा व वहां मौजूद स्टाफ को जान से मारने की धमकी दी। इतना नहीं घर के लिए हॉस्पिटल से रवाना हुई नर्स रेणू बाला से अभद्र व्यवहार किया। जान से मारने की नीयत से उस पर जीप चढ़ाने की कोशिश की गई। वह स्कूटी से सडक़ के दूसरी ओर जा गिरा। हॉस्पिटल परिसर में आकर उसने जान बचाई।
डॉक्टर व स्वास्थ्यकर्मी हुए एकजुट, तब सीएमएस ने कार्रवाई के लिए लिखा
घटनाक्रम के बाद डीआरएम एसके श्रीवास्तव ने लालगढ़ रेलवे हॉस्पिटल में स्टॉफ की मीटिंग ली। घटनाक्रम के बाद सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए आरपीएफ के पांच गार्ड लगाए। पूर्व में यहां दो गार्ड ही तैनात थे। उधर सुरक्षा को लेकर डॉक्टर व स्वास्थय कर्मी एकजुट हुए तो रेलवे हॉस्पिटल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. रमेश मांझी ने नयाशहर थाने में राजकार्य में बाधा डालने, स्वास्थ्यकर्मियों से मारपीट व जान से मारने की धमकी देने वाले आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही के लिए एसएचओ को लिखित रिपोर्ट दी।
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