01 June 2021 08:22 PM
इस बार वैवाहिक सुख का कारक शुक्र ग्रह उदित होने के बाद 22 अप्रेल से शुरू हुआ सावों का दौर 15 जुलाई तक रहेगा। अब जून में 9 और जुलाई में केवल 5 दिन ही विवाह मुहूर्त हैं। ऐसे में लॉकडाउन जारी रहा तो कुंवारों को श्रेष्ठ विवाह मुहूर्त के लिए 15 नवंबर तक इंतजार करना पड़ेगा। इस बार 20 जुलाई को देवशयन एकादशी व चातुर्मास शुरू होने से मांगलिक कार्यक्रम पर भी ग्रहों का लॉकडाउन लग जाएगा। शुभ ग्रहों के अस्त रहने पर विवाह अनुष्ठान रुक जाते हैं और उदय होने पर विवाह आरंभ होते हैं।
नवंबर-दिसंबर में 13 दिन शादी ज्योतिषाचार्य अनीष व्यास के अनुसार जुलाई में देवशयन होने के बाद 15 नवंबर को देवउठनी एकादशी पर विवाह मुहूर्त के साथ शादियों का दौर फिर शुरू होगा। दिसंबर में 15 तारीख के पहले तक विवाह के सिर्फ 6 मुहूर्त ही होंगे।
कोरोनाकाल व ग्रहों की स्थिति बनी मांगलिक कार्यों में बाधक
मलमास- 14 जनवरी तक गुरु तारा अस्त- 17 जनवरी से 13 फरवरी तक
शुक्र का तारा अस्त- 14 फरवरी से 18 अप्रैल तक खरमास – 14 मार्च से 13 अप्रैल तक
इस बार वैवाहिक सुख का कारक शुक्र ग्रह उदित होने के बाद 22 अप्रेल से शुरू हुआ सावों का दौर 15 जुलाई तक रहेगा। अब जून में 9 और जुलाई में केवल 5 दिन ही विवाह मुहूर्त हैं। ऐसे में लॉकडाउन जारी रहा तो कुंवारों को श्रेष्ठ विवाह मुहूर्त के लिए 15 नवंबर तक इंतजार करना पड़ेगा। इस बार 20 जुलाई को देवशयन एकादशी व चातुर्मास शुरू होने से मांगलिक कार्यक्रम पर भी ग्रहों का लॉकडाउन लग जाएगा। शुभ ग्रहों के अस्त रहने पर विवाह अनुष्ठान रुक जाते हैं और उदय होने पर विवाह आरंभ होते हैं।
नवंबर-दिसंबर में 13 दिन शादी ज्योतिषाचार्य अनीष व्यास के अनुसार जुलाई में देवशयन होने के बाद 15 नवंबर को देवउठनी एकादशी पर विवाह मुहूर्त के साथ शादियों का दौर फिर शुरू होगा। दिसंबर में 15 तारीख के पहले तक विवाह के सिर्फ 6 मुहूर्त ही होंगे।
कोरोनाकाल व ग्रहों की स्थिति बनी मांगलिक कार्यों में बाधक
मलमास- 14 जनवरी तक गुरु तारा अस्त- 17 जनवरी से 13 फरवरी तक
शुक्र का तारा अस्त- 14 फरवरी से 18 अप्रैल तक खरमास – 14 मार्च से 13 अप्रैल तक
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