13 July 2023 12:35 PM
जोग संजोग टाइम्स,
बीकानेर पुलिस सड़क हादसों में कमी से जूझ रही है, लेकिन हकीकत अब भी डराने वाली है. महज छह माह में अकेले बीकानेर में सड़क हादसों में 176 लोगों की मौत हो चुकी है। पिछले साल इसी अवधि में यह संख्या 178 थी, यानी मरने वालों की संख्या में मामूली कमी ही हुई है. चिंताजनक तथ्य यह है कि मोटरसाइकिल दुर्घटनाओं में मरने वालों की संख्या में वृद्धि हुई है।
प्रशासन की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक इस साल जनवरी से जून तक जिले में हादसों में 176 लोगों की मौत हो गई, जबकि 261 लोग घायल हो गए. पिछले साल इसी अवधि में 178 लोगों की मौत हुई थी और 327 लोग घायल हुए थे. इस साल विभिन्न दुर्घटनाओं में मरने वालों की संख्या में कोई खास कमी नहीं आई है। हालांकि, घायलों की संख्या 327 से घटकर 261 हो गई है। खाजूवाला और श्रीडूंगरगढ़ में मोटरसाइकिल दुर्घटनाओं के कारण मौतें हुई हैं। दरअसल, श्रीडूंगरगढ़ में एक खेत में लगी कंटीली तारों की बाड़ में फंसकर एक मोटरसाइकिल सवार की मौत हो गई. खाजूवाला में दो बाइकों की आमने-सामने टक्कर हो गई, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई.
गति नियंत्रण
श्रीडूंगरगढ़ में पुलिस लंबे समय से राष्ट्रीय राजमार्ग पर गति जांच कर रही है. इस दौरान उल्लंघन करने पर लोगों पर जुर्माना लगाया गया है. इससे श्रीडूंगरगढ़ क्षेत्र में दुर्घटनाओं में कमी आई है। इसी प्रकार नोखा के बाद नागौर रोड पर भी गति उल्लंघन पर जुर्माना लगाया जा रहा है।
प्रशासन के लिए सकारात्मक संख्या
उधर, घायलों की संख्या में उल्लेखनीय कमी आने से पुलिस प्रशासन खुश है. प्रशासन का दावा है कि जिले के राष्ट्रीय राजमार्गों पर दोपहिया वाहन चालकों के लिए कठोर हेलमेट जांच, सुरक्षा फिल्म प्रदर्शन और नेत्र जांच शिविरों के सकारात्मक परिणाम मिले हैं। जिले में पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में जनवरी से जून तक दुर्घटनाओं और चोटों की संख्या में कमी देखी गई है। यह जानकारी बुधवार को सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में दी गयी. जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने बताया कि इस वर्ष जनवरी से जून तक जिले में दुर्घटनाओं में 176 लोगों की मौत हो गयी, जबकि 261 लोग घायल हो गये. पिछले साल इसी अवधि में 178 लोगों की मौत हुई थी और 327 लोग घायल हुए थे.
नोखा व श्रीडूंगरगढ़ थानाप्रभारी से रिपोर्ट मांगी गई
जिला कलक्टर ने नोखा व श्रीडूंगरगढ़ पुलिस थाने के थाना प्रभारियों को निर्देश दिए हैं कि वे इन क्षेत्रों में उल्लंघनों व दुर्घटनाओं को कम करने के लिए किए गए प्रयासों की रिपोर्ट व थाना प्रभारियों से विशेष टिप्पणियां प्राप्त करें। ब्लॉक स्तर पर दुर्घटनाओं की समीक्षा पर भी चर्चा की गई और दुर्घटनाओं के कारणों पर विस्तृत रिपोर्ट बनाकर रणनीतिक कार्रवाई करने का आदेश दिया गया.
राजमार्गों के विश्राम स्थलों पर रेलिंग लगाई जाएगी
अगले माह के भीतर जयपुर रोड पर विश्राम स्थलों व ढाबों पर रेलिंग व रिफ्लेक्टर लगा दिए जाएंगे। कलेक्टर ने जुर्माना बढ़ाने और अवैध कटान रोकने का विरोध करने वालों पर केस दर्ज करने के निर्देश दिए हैं। हाईवे के किनारे निर्माण सामग्री बेचने वालों और अतिक्रमण करने वालों को नोटिस जारी किए जाएंगे और उसके बाद भी सामग्री नहीं हटाई गई तो एफआईआर दर्ज कराई जाएगी।
सड़कों पर गड्ढे भरने के निर्देश
जिला कलक्टर ने कहा कि शहर के सभी क्षेत्रों में सड़कों के गड्ढे भरने के लिए नगर निगम, यूआईटी एवं पीडब्ल्यूडी समन्वय बनाकर प्रयास करें। नगर निगम को सभी खुले चैंबरों को ढकना सुनिश्चित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि खुले चैंबरों के कारण यदि कोई दुर्घटना होती है तो संबंधित क्षेत्र प्रभारी और नगर निगम अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जाएगी। बैठक में नगर विकास न्यास के सचिव यशपाल आहूजा, सार्वजनिक निर्माण विभाग के मुख्य अभियंता मुकेश गुप्ता, सीएमएचओ डॉ. मोहम्मद अबरार पंवार, जिला परिवहन अधिकारी भारती नैथानी, यातायात प्रभारी रमेश सरवटे उपस्थित थे। अन्य अधिकारी.
जोग संजोग टाइम्स,
बीकानेर पुलिस सड़क हादसों में कमी से जूझ रही है, लेकिन हकीकत अब भी डराने वाली है. महज छह माह में अकेले बीकानेर में सड़क हादसों में 176 लोगों की मौत हो चुकी है। पिछले साल इसी अवधि में यह संख्या 178 थी, यानी मरने वालों की संख्या में मामूली कमी ही हुई है. चिंताजनक तथ्य यह है कि मोटरसाइकिल दुर्घटनाओं में मरने वालों की संख्या में वृद्धि हुई है।
प्रशासन की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक इस साल जनवरी से जून तक जिले में हादसों में 176 लोगों की मौत हो गई, जबकि 261 लोग घायल हो गए. पिछले साल इसी अवधि में 178 लोगों की मौत हुई थी और 327 लोग घायल हुए थे. इस साल विभिन्न दुर्घटनाओं में मरने वालों की संख्या में कोई खास कमी नहीं आई है। हालांकि, घायलों की संख्या 327 से घटकर 261 हो गई है। खाजूवाला और श्रीडूंगरगढ़ में मोटरसाइकिल दुर्घटनाओं के कारण मौतें हुई हैं। दरअसल, श्रीडूंगरगढ़ में एक खेत में लगी कंटीली तारों की बाड़ में फंसकर एक मोटरसाइकिल सवार की मौत हो गई. खाजूवाला में दो बाइकों की आमने-सामने टक्कर हो गई, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई.
गति नियंत्रण
श्रीडूंगरगढ़ में पुलिस लंबे समय से राष्ट्रीय राजमार्ग पर गति जांच कर रही है. इस दौरान उल्लंघन करने पर लोगों पर जुर्माना लगाया गया है. इससे श्रीडूंगरगढ़ क्षेत्र में दुर्घटनाओं में कमी आई है। इसी प्रकार नोखा के बाद नागौर रोड पर भी गति उल्लंघन पर जुर्माना लगाया जा रहा है।
प्रशासन के लिए सकारात्मक संख्या
उधर, घायलों की संख्या में उल्लेखनीय कमी आने से पुलिस प्रशासन खुश है. प्रशासन का दावा है कि जिले के राष्ट्रीय राजमार्गों पर दोपहिया वाहन चालकों के लिए कठोर हेलमेट जांच, सुरक्षा फिल्म प्रदर्शन और नेत्र जांच शिविरों के सकारात्मक परिणाम मिले हैं। जिले में पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में जनवरी से जून तक दुर्घटनाओं और चोटों की संख्या में कमी देखी गई है। यह जानकारी बुधवार को सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में दी गयी. जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने बताया कि इस वर्ष जनवरी से जून तक जिले में दुर्घटनाओं में 176 लोगों की मौत हो गयी, जबकि 261 लोग घायल हो गये. पिछले साल इसी अवधि में 178 लोगों की मौत हुई थी और 327 लोग घायल हुए थे.
नोखा व श्रीडूंगरगढ़ थानाप्रभारी से रिपोर्ट मांगी गई
जिला कलक्टर ने नोखा व श्रीडूंगरगढ़ पुलिस थाने के थाना प्रभारियों को निर्देश दिए हैं कि वे इन क्षेत्रों में उल्लंघनों व दुर्घटनाओं को कम करने के लिए किए गए प्रयासों की रिपोर्ट व थाना प्रभारियों से विशेष टिप्पणियां प्राप्त करें। ब्लॉक स्तर पर दुर्घटनाओं की समीक्षा पर भी चर्चा की गई और दुर्घटनाओं के कारणों पर विस्तृत रिपोर्ट बनाकर रणनीतिक कार्रवाई करने का आदेश दिया गया.
राजमार्गों के विश्राम स्थलों पर रेलिंग लगाई जाएगी
अगले माह के भीतर जयपुर रोड पर विश्राम स्थलों व ढाबों पर रेलिंग व रिफ्लेक्टर लगा दिए जाएंगे। कलेक्टर ने जुर्माना बढ़ाने और अवैध कटान रोकने का विरोध करने वालों पर केस दर्ज करने के निर्देश दिए हैं। हाईवे के किनारे निर्माण सामग्री बेचने वालों और अतिक्रमण करने वालों को नोटिस जारी किए जाएंगे और उसके बाद भी सामग्री नहीं हटाई गई तो एफआईआर दर्ज कराई जाएगी।
सड़कों पर गड्ढे भरने के निर्देश
जिला कलक्टर ने कहा कि शहर के सभी क्षेत्रों में सड़कों के गड्ढे भरने के लिए नगर निगम, यूआईटी एवं पीडब्ल्यूडी समन्वय बनाकर प्रयास करें। नगर निगम को सभी खुले चैंबरों को ढकना सुनिश्चित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि खुले चैंबरों के कारण यदि कोई दुर्घटना होती है तो संबंधित क्षेत्र प्रभारी और नगर निगम अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जाएगी। बैठक में नगर विकास न्यास के सचिव यशपाल आहूजा, सार्वजनिक निर्माण विभाग के मुख्य अभियंता मुकेश गुप्ता, सीएमएचओ डॉ. मोहम्मद अबरार पंवार, जिला परिवहन अधिकारी भारती नैथानी, यातायात प्रभारी रमेश सरवटे उपस्थित थे। अन्य अधिकारी.
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