03 September 2021 09:40 AM
नई दिल्ली । कोरोना वैक्सीनेशन की रफ्तार हाल में बेशक तेजी से बढ़ी है, लेकिन कुछ राज्यों में 60 साल से अधिक उम्र के लोगों का कम टीकाकरण चिंता बन गया है। खासतौर से तब जब कोरोना की तीसरी लहर का खतरा मंडरा रहा है। कोरोना के संक्रमण का सबसे ज्यादा खतरा बुजुर्गों को ही है। अंदेशा है कि इन्हीं राज्यों में कोरोना की तीसरी लहर आने का सबसे ज्यादा डर है। उत्तर प्रदेश, बिहार, पंजाब, झारखंड, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में 60 साल से अधिक उम्र के लोगों को कोरोना की वैक्सीन कम लगी है। ओआरएफ के कोविड वैक्सीन ट्रैकर से इसका पता लगता है। इसके अनुसार, इस उम्र वर्ग में प्रति 1,000 की आबादी पर वैक्सीन का कवरेज कुछ राज्यों में बहुत कम है। ओआरएफ ने 27 अगस्त तक के आंकड़ों का विश्लेषण किया है।
नई दिल्ली । कोरोना वैक्सीनेशन की रफ्तार हाल में बेशक तेजी से बढ़ी है, लेकिन कुछ राज्यों में 60 साल से अधिक उम्र के लोगों का कम टीकाकरण चिंता बन गया है। खासतौर से तब जब कोरोना की तीसरी लहर का खतरा मंडरा रहा है। कोरोना के संक्रमण का सबसे ज्यादा खतरा बुजुर्गों को ही है। अंदेशा है कि इन्हीं राज्यों में कोरोना की तीसरी लहर आने का सबसे ज्यादा डर है। उत्तर प्रदेश, बिहार, पंजाब, झारखंड, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में 60 साल से अधिक उम्र के लोगों को कोरोना की वैक्सीन कम लगी है। ओआरएफ के कोविड वैक्सीन ट्रैकर से इसका पता लगता है। इसके अनुसार, इस उम्र वर्ग में प्रति 1,000 की आबादी पर वैक्सीन का कवरेज कुछ राज्यों में बहुत कम है। ओआरएफ ने 27 अगस्त तक के आंकड़ों का विश्लेषण किया है।
RELATED ARTICLES
© Copyright 2021-2025, All Rights Reserved by Jogsanjog Times| Designed by amoadvisor.com