04 August 2022 01:18 PM

जोग संजोग टाइम्स,
बीकानेर। होटल में खाने के बिल के साथ हमेशा एक छोटी लाइन लिखी होती है…सर्विस चार्ज। यह वो चार्ज है जो आपसे अक्सर होटल या रेस्टोरेंट हर बिल पर 5 प्रतिशत वसूलते हैं, लेकिन, क्या आपको पता है कि आप ये चार्ज देने के लिए बाध्य नहीं हैं।
हाल ही में केंद्रीय उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण (CCPA) ने होटल और रेस्तरां में बिल में जोड़े जाने वाले सर्विस टैक्स पर पाबंदी लगा दी। इसके बावजूद भी सर्विस टैक्स वसूला जाता है जिसकी कस्टमर शिकायत कर सकता है।
बिल में 5 प्रतिशत वसूला जाता है सर्विस चार्ज
जब होटल में खाना खाने के बाद बिल आता है तो सर्विस चार्ज बिल में सबसे नीचे लिखा होता है। बिल में अक्सर होटल मालिक 5 प्रतिशत सर्विस चार्ज के रूप में जोड़ देते है। जैसे कि आपका बिल 1,000 रुपए का आया है तो आपकों 5% सर्विस चार्ज के साथ 1,050 रुपए देने होंगे।
राजस्थान पर क्या असर
होटल एसोसिएशन का कहना है कि राजस्थान में देशी और विदेशी पर्यटकों काे मिलाकर हर साल 5 करोड़ लोगों का आना होता है। 20 लाख पर्यटक राजस्थान आते है। पर्यटकों के साथ होटल से लेकर अन्य लोगों को भी रोजगार मिलता है।
होटलों में देशी विदेशी पर्यटकों से बेहतर सर्विस के लिए चार्ज लिया जाता है। होटल एसोसिएशन के मुताबिक सर्विस चार्ज बंद कर देने से 10 करोड़ रुपए का नुक्सान होगा। पूरे भारत में सौ करोड़ का प्रभाव पड़ेगा।
कहां करें शिकायत
अगर ग्राहक सर्विस चार्ज नहीं देना चाहते हैं और होटल मालिक जबरदस्ती कर रहा है तो ग्राहक बिल की कॉपी के साथ उपभोक्ता आयोग में ऑनलाइन शिकायत कर सकते है। हेल्पलाइन नंबर 1915 पर भी कॉल कर सकते है। इसके बाद होटल के खिलाफ कार्रवाई की जाती है।
बैठक में हुआ था फैसला
हाल ही में केंद्र सरकार के उपभोक्ता मामलों के विभाग (DOCA) ने नेशनल रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया (NRAI) की एक मीटिंग हुई। मीटिंग में सर्विस चार्ज नहीं वसूलने को लेकर एक फैसला हुआ है। इसके बाद कंज्यूमर अफेयर्स मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि देशभर के रेस्टोरेंट में ग्राहकों से खाने-पीने के बिल में सर्विस चार्ज जोड़कर मांगा जाता है।
सीसीपीए (central consumer protection authority) ने कहा ये पूरी तरह से गलत है। सर्विस चार्ज के नाम पर लोगों से रुपए नहीं ले सकते है, जबकि होटल एसोसिएशन सर्विस चार्ज को गलत नहीं मान रहा है।
जोग संजोग टाइम्स,
बीकानेर। होटल में खाने के बिल के साथ हमेशा एक छोटी लाइन लिखी होती है…सर्विस चार्ज। यह वो चार्ज है जो आपसे अक्सर होटल या रेस्टोरेंट हर बिल पर 5 प्रतिशत वसूलते हैं, लेकिन, क्या आपको पता है कि आप ये चार्ज देने के लिए बाध्य नहीं हैं।
हाल ही में केंद्रीय उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण (CCPA) ने होटल और रेस्तरां में बिल में जोड़े जाने वाले सर्विस टैक्स पर पाबंदी लगा दी। इसके बावजूद भी सर्विस टैक्स वसूला जाता है जिसकी कस्टमर शिकायत कर सकता है।
बिल में 5 प्रतिशत वसूला जाता है सर्विस चार्ज
जब होटल में खाना खाने के बाद बिल आता है तो सर्विस चार्ज बिल में सबसे नीचे लिखा होता है। बिल में अक्सर होटल मालिक 5 प्रतिशत सर्विस चार्ज के रूप में जोड़ देते है। जैसे कि आपका बिल 1,000 रुपए का आया है तो आपकों 5% सर्विस चार्ज के साथ 1,050 रुपए देने होंगे।
राजस्थान पर क्या असर
होटल एसोसिएशन का कहना है कि राजस्थान में देशी और विदेशी पर्यटकों काे मिलाकर हर साल 5 करोड़ लोगों का आना होता है। 20 लाख पर्यटक राजस्थान आते है। पर्यटकों के साथ होटल से लेकर अन्य लोगों को भी रोजगार मिलता है।
होटलों में देशी विदेशी पर्यटकों से बेहतर सर्विस के लिए चार्ज लिया जाता है। होटल एसोसिएशन के मुताबिक सर्विस चार्ज बंद कर देने से 10 करोड़ रुपए का नुक्सान होगा। पूरे भारत में सौ करोड़ का प्रभाव पड़ेगा।
कहां करें शिकायत
अगर ग्राहक सर्विस चार्ज नहीं देना चाहते हैं और होटल मालिक जबरदस्ती कर रहा है तो ग्राहक बिल की कॉपी के साथ उपभोक्ता आयोग में ऑनलाइन शिकायत कर सकते है। हेल्पलाइन नंबर 1915 पर भी कॉल कर सकते है। इसके बाद होटल के खिलाफ कार्रवाई की जाती है।
बैठक में हुआ था फैसला
हाल ही में केंद्र सरकार के उपभोक्ता मामलों के विभाग (DOCA) ने नेशनल रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया (NRAI) की एक मीटिंग हुई। मीटिंग में सर्विस चार्ज नहीं वसूलने को लेकर एक फैसला हुआ है। इसके बाद कंज्यूमर अफेयर्स मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि देशभर के रेस्टोरेंट में ग्राहकों से खाने-पीने के बिल में सर्विस चार्ज जोड़कर मांगा जाता है।
सीसीपीए (central consumer protection authority) ने कहा ये पूरी तरह से गलत है। सर्विस चार्ज के नाम पर लोगों से रुपए नहीं ले सकते है, जबकि होटल एसोसिएशन सर्विस चार्ज को गलत नहीं मान रहा है।
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