22 September 2022 03:48 PM
जोग संजोग टाइम्स,
लम्पी की स्वदेशी वैक्सीन के प्रोडक्शन के लिए आगे आई 5 कंपनियां, दाे के साथ 81-81 लाख में हुआ एमओयू। लम्पी वैक्सीन तैयार करने के लिए वैज्ञानिकाें काे भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद ने तीन साल पहले 30 लाख का प्राेजेक्ट दिया था। अब स्वदेशी वैक्सीन तैयार हाे चुकी। इसके कामर्शियल उत्पादन के लिए 81-81 लाख रुपए में दाे कंपनियाें काे वैक्सीन का फार्मूला वैज्ञानिकाें ने दिया है। दाेनाें से एमओयू हा़े चुका। हाेली तक देश की 20 करोड़ गोवंश के लिए वैक्सीन मुहैया हाे सकेगी।दिसंबर 2019 में लम्पी का पहला मामला सामने आया था। संक्रामक हाेने के कारण भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद ने इसकी वैक्सीन के लिए तीन साल पहले ही केन्द्रीय अश्व अनुसंधान केन्द्र के वैज्ञानिकाें काे जिम्मेवारी साैंपी। डेढ़ महीने पहले लंपी प्राेवैक आईएनडी वैक्सीन तैयार हुई। इसके इमरजेंसी उपयाेग की अनुमति मांगी गई। अब इसके कमर्शियल उत्पादन के लिए बैंगलुरु की बायोटिक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी ने लंपी वैक्सीन तैयार करने के लिए 81 का लाख रुपए में एमओयू किया है।वैज्ञानिक अब इस कंपनी काे वैक्सीन तैयार करने का मैथेड साैंपेंगे। एक कंपनी की माेनाेपाॅली ना चले इसलिए मल्टीपल एमओयू का ऑप्शन रखा गया। बुधवार काे दूसरी कंपनी ने भी 81 लाख रुपए में वैक्सीन का फार्मूला ले लिया। कुछ कंपनियाें के और आगे आने की संभावना बनी हुई है। कंपनियों के आपसी हाेड़ में जल्दी वैक्सीन मार्केट में आएगी साथ ही इनकी रेट भी कम हाेंगे।
कंट्रोल में रहेंगी वैक्सीन की दरें
अभी तक दाे कंपनियाें के साथ एमओयू हुआ है। वैक्सीन का जाे फार्मूला हमने तैयार किया हम उसका मैथेड इन कंपनियाें काे देंगे। हमने फार्मूले की दर 81 लाख रुपए तय की है। मल्टीपल होने के कारण इसे कितनी भी कंपनियां ले सकती हैं। इससे दरें भी नियंत्रित रहेंगी और सहज उपलब्ध भी होंगी। बाजार में आने में करीब छह महीने लग सकते हैं।
जोग संजोग टाइम्स,
लम्पी की स्वदेशी वैक्सीन के प्रोडक्शन के लिए आगे आई 5 कंपनियां, दाे के साथ 81-81 लाख में हुआ एमओयू। लम्पी वैक्सीन तैयार करने के लिए वैज्ञानिकाें काे भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद ने तीन साल पहले 30 लाख का प्राेजेक्ट दिया था। अब स्वदेशी वैक्सीन तैयार हाे चुकी। इसके कामर्शियल उत्पादन के लिए 81-81 लाख रुपए में दाे कंपनियाें काे वैक्सीन का फार्मूला वैज्ञानिकाें ने दिया है। दाेनाें से एमओयू हा़े चुका। हाेली तक देश की 20 करोड़ गोवंश के लिए वैक्सीन मुहैया हाे सकेगी।दिसंबर 2019 में लम्पी का पहला मामला सामने आया था। संक्रामक हाेने के कारण भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद ने इसकी वैक्सीन के लिए तीन साल पहले ही केन्द्रीय अश्व अनुसंधान केन्द्र के वैज्ञानिकाें काे जिम्मेवारी साैंपी। डेढ़ महीने पहले लंपी प्राेवैक आईएनडी वैक्सीन तैयार हुई। इसके इमरजेंसी उपयाेग की अनुमति मांगी गई। अब इसके कमर्शियल उत्पादन के लिए बैंगलुरु की बायोटिक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी ने लंपी वैक्सीन तैयार करने के लिए 81 का लाख रुपए में एमओयू किया है।वैज्ञानिक अब इस कंपनी काे वैक्सीन तैयार करने का मैथेड साैंपेंगे। एक कंपनी की माेनाेपाॅली ना चले इसलिए मल्टीपल एमओयू का ऑप्शन रखा गया। बुधवार काे दूसरी कंपनी ने भी 81 लाख रुपए में वैक्सीन का फार्मूला ले लिया। कुछ कंपनियाें के और आगे आने की संभावना बनी हुई है। कंपनियों के आपसी हाेड़ में जल्दी वैक्सीन मार्केट में आएगी साथ ही इनकी रेट भी कम हाेंगे।
कंट्रोल में रहेंगी वैक्सीन की दरें
अभी तक दाे कंपनियाें के साथ एमओयू हुआ है। वैक्सीन का जाे फार्मूला हमने तैयार किया हम उसका मैथेड इन कंपनियाें काे देंगे। हमने फार्मूले की दर 81 लाख रुपए तय की है। मल्टीपल होने के कारण इसे कितनी भी कंपनियां ले सकती हैं। इससे दरें भी नियंत्रित रहेंगी और सहज उपलब्ध भी होंगी। बाजार में आने में करीब छह महीने लग सकते हैं।
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