07 July 2022 07:43 PM

जोग संजोग टाइम्स बीकानेर,
बीकानेर, 7 जुलाई। जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने कहा कि जिले में किसी भी व्यावसायिक या औद्योगिक प्रतिष्ठान पर 18 वर्ष से कम आयु का एक भी बच्चा काम पर नियोजित नहीं होना चाहिए। इस पर नजर रखने के लिए सात टीमें गठित की गई हैं, यह टीमें सघन निरीक्षण करेंगी और यदि किसी वाणिज्यिक प्रतिष्ठान पर बाल श्रमिक मिला, तो संबंधित के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करवा कर कड़ी कार्यवाही की जाएगी।
जिला कलक्टर ने गुरुवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक में कहा कि बालश्रम कानूनन अपराध तथा नैतिक और सामाजिक बुराई है। उन्होंने बताया कि इस अभियान का उद्देश्य बच्चों का बचपन बचाना और इनके सुदृढ़ भविष्य का निर्माण करना है।
*टीमें करेंगी औचक निरीक्षण*
बालश्रम उन्मूलन के लिए जिले में सात टीमें प्रतिदिन रेण्डम रूप से औचक निरीक्षण करेंगी। इस दौरान यदि बच्चों को नशा करवा कर श्रम में नियोजित करवाया जाना मिला तो ऐसे प्रकरण में मानव तस्करी के मामले दर्ज करवाए जाएंगे।समझाइश की जाए, जागरूकता गतिविधियां भी हों आयोजितजिला कलेक्टर ने कहा कि बच्चों को बाल श्रम में नियोजित करने से रोकने के लिए उनके परिवार जनों के साथ संवाद स्थापित कर समझाइश की जाए। ऐसे बच्चों को शिक्षा से जोड़ने तथा पुनर्वास के लिए भी विभिन्न गतिविधियां की जाए। भीख मांगने और कचरा बीनने वाले बच्चों के लिए भी विशेष रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जाए। जिला कलक्टर ने कहा कि इस दिशा में समझाइश के लिए संबंधित वार्ड पार्षद और अन्य गणमान्य लोगों के साथ टीमें ऐसे क्षेत्रों का दौरा करें और बच्चों के भविष्य को खराब होने से बचाएं। उन्होंने कहा कि कानूनी कार्रवाई के साथ-साथ लोगों में नैतिक संवेदना का विकास होना बहुत जरूरी
जोग संजोग टाइम्स बीकानेर,
बीकानेर, 7 जुलाई। जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने कहा कि जिले में किसी भी व्यावसायिक या औद्योगिक प्रतिष्ठान पर 18 वर्ष से कम आयु का एक भी बच्चा काम पर नियोजित नहीं होना चाहिए। इस पर नजर रखने के लिए सात टीमें गठित की गई हैं, यह टीमें सघन निरीक्षण करेंगी और यदि किसी वाणिज्यिक प्रतिष्ठान पर बाल श्रमिक मिला, तो संबंधित के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करवा कर कड़ी कार्यवाही की जाएगी।
जिला कलक्टर ने गुरुवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक में कहा कि बालश्रम कानूनन अपराध तथा नैतिक और सामाजिक बुराई है। उन्होंने बताया कि इस अभियान का उद्देश्य बच्चों का बचपन बचाना और इनके सुदृढ़ भविष्य का निर्माण करना है।
टीमें करेंगी औचक निरीक्षण
बालश्रम उन्मूलन के लिए जिले में सात टीमें प्रतिदिन रेण्डम रूप से औचक निरीक्षण करेंगी। इस दौरान यदि बच्चों को नशा करवा कर श्रम में नियोजित करवाया जाना मिला तो ऐसे प्रकरण में मानव तस्करी के मामले दर्ज करवाए जाएंगे।समझाइश की जाए, जागरूकता गतिविधियां भी हों आयोजितजिला कलेक्टर ने कहा कि बच्चों को बाल श्रम में नियोजित करने से रोकने के लिए उनके परिवार जनों के साथ संवाद स्थापित कर समझाइश की जाए। ऐसे बच्चों को शिक्षा से जोड़ने तथा पुनर्वास के लिए भी विभिन्न गतिविधियां की जाए। भीख मांगने और कचरा बीनने वाले बच्चों के लिए भी विशेष रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जाए। जिला कलक्टर ने कहा कि इस दिशा में समझाइश के लिए संबंधित वार्ड पार्षद और अन्य गणमान्य लोगों के साथ टीमें ऐसे क्षेत्रों का दौरा करें और बच्चों के भविष्य को खराब होने से बचाएं। उन्होंने कहा कि कानूनी कार्रवाई के साथ-साथ लोगों में नैतिक संवेदना का विकास होना बहुत जरूरी
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