20 April 2022 04:05 PM
जोग संजोग टाइम्स,
नागौर में एक आशा सहयोगिनी ने 8 महिलाओं को कमीशन का लालच देकर उनसे करीब 18 लाख रुपए की ठगी की है। कमीशन के लालच में महिलाओं ने अपने सोने-चांदी के जेवरात भी उसके पास रखवा दिए। जब मांगने गई तो मना कर दिया। इस पर महिलाएं रोल थाना पहुंची और आशा सहयोगिनी, उसके पति और एक अन्य व्यक्ति के खिलाफ ठगी का मामला दर्ज करवाया है।
मोहनी देवी पत्नी बुदाराम नायक (54) निवासी खंवर ने बताया कि गांव में आशा सहयोगिनी संतोष पत्नी श्रवणराम (40) ने उसे बताया था कि उसका पति श्रवणराम पुत्र भनाराम जाट (45) निवासी खंवर इंश्योरेंस एजेंट है। एक अन्य व्यक्ति जो बैंक कर्मचारी है। तीनों मिलकर ग्रामीण महिलाओं को सरकारी योजना का लाभ दिलाते हैं। महिलाओं को लालच दिया गया कि वह यदि एक तोला सोना देती है तो उसे हर महीने 10 प्रतिशत के हिसाब से 5 हजार रुपए का कमीशन मिलेगा। इसके बाद जब उन्हें गहनों की जरुरत होगी तो वो भी उन्हें लौटा देंगे। इस पर मोहनी देवी झांसे में आ गई और उसने अपने 3 तौला सोने के गहने उसे दे दिए। संतोष ने तुरंत उसे 5 हजार रुपए दे दिए और बाकी के रुपए 8-10 दिन में बजट आने पर देने की बात कही।
धीरे-धीरे संतोष ने कई महिलाओं को अलग-अलग जगहों पर अपनी ये गोल्ड कमीशन स्कीम बताई। कुछ और महिलाएं उसके जाल में फंस गई। 10 दूसरी महिलाओं ने भी उसे 23 तोला सोना और करीब 80 तोला चांदी के गहने दे दिए। इसके बाद एक-दो महीने उसने सभी महिलाओं को कमीशन दिया लेकिन उसके बाद बजट के बहाने बनाने लग गई।अब वो पति सहित अपने घर से भी गायब है। जानकारी मिलने पर 17 अप्रैल को सभी पीड़ित महिलाएं इकट्ठी होकर उसके घर गई तो वहां संतोष की सास और जेठानी ने उसकी कोई जानकारी होने से मना कर दिया। उन्होंने गहने लौटाने भी मना कर दिया और लाठी-पत्थरों से सभी महिलाओं पर हमला बोल दिया और उन्हें भगा दिया। पुलिस ने पीड़ित महिलाओं की रिपोर्ट पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
जोग संजोग टाइम्स,
नागौर में एक आशा सहयोगिनी ने 8 महिलाओं को कमीशन का लालच देकर उनसे करीब 18 लाख रुपए की ठगी की है। कमीशन के लालच में महिलाओं ने अपने सोने-चांदी के जेवरात भी उसके पास रखवा दिए। जब मांगने गई तो मना कर दिया। इस पर महिलाएं रोल थाना पहुंची और आशा सहयोगिनी, उसके पति और एक अन्य व्यक्ति के खिलाफ ठगी का मामला दर्ज करवाया है।
मोहनी देवी पत्नी बुदाराम नायक (54) निवासी खंवर ने बताया कि गांव में आशा सहयोगिनी संतोष पत्नी श्रवणराम (40) ने उसे बताया था कि उसका पति श्रवणराम पुत्र भनाराम जाट (45) निवासी खंवर इंश्योरेंस एजेंट है। एक अन्य व्यक्ति जो बैंक कर्मचारी है। तीनों मिलकर ग्रामीण महिलाओं को सरकारी योजना का लाभ दिलाते हैं। महिलाओं को लालच दिया गया कि वह यदि एक तोला सोना देती है तो उसे हर महीने 10 प्रतिशत के हिसाब से 5 हजार रुपए का कमीशन मिलेगा। इसके बाद जब उन्हें गहनों की जरुरत होगी तो वो भी उन्हें लौटा देंगे। इस पर मोहनी देवी झांसे में आ गई और उसने अपने 3 तौला सोने के गहने उसे दे दिए। संतोष ने तुरंत उसे 5 हजार रुपए दे दिए और बाकी के रुपए 8-10 दिन में बजट आने पर देने की बात कही।
धीरे-धीरे संतोष ने कई महिलाओं को अलग-अलग जगहों पर अपनी ये गोल्ड कमीशन स्कीम बताई। कुछ और महिलाएं उसके जाल में फंस गई। 10 दूसरी महिलाओं ने भी उसे 23 तोला सोना और करीब 80 तोला चांदी के गहने दे दिए। इसके बाद एक-दो महीने उसने सभी महिलाओं को कमीशन दिया लेकिन उसके बाद बजट के बहाने बनाने लग गई।अब वो पति सहित अपने घर से भी गायब है। जानकारी मिलने पर 17 अप्रैल को सभी पीड़ित महिलाएं इकट्ठी होकर उसके घर गई तो वहां संतोष की सास और जेठानी ने उसकी कोई जानकारी होने से मना कर दिया। उन्होंने गहने लौटाने भी मना कर दिया और लाठी-पत्थरों से सभी महिलाओं पर हमला बोल दिया और उन्हें भगा दिया। पुलिस ने पीड़ित महिलाओं की रिपोर्ट पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
`
RELATED ARTICLES
© Copyright 2021-2025, All Rights Reserved by Jogsanjog Times| Designed by amoadvisor.com