30 July 2021 09:33 AM
राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (RBSE) 10वीं का रिजल्ट शुक्रवार को आएगा। 12 लाख स्टूडेंट का इंतजार कल शाम 4 बजे खत्म हो जाएगा। पिछले साल परिणाम 80.64 प्रतिशत रहा था। इस बार बच्चों को प्रमोट किया जा रहा है। इसलिए पिछले साल के मुकाबले इस साल रिजल्ट बेहतर रहेगा। बोर्ड के सचिव अरविन्द कुमार सेंगवा ने बताया कि परिणाम बोर्ड अध्यक्ष डॉ. डी.पी. जारोली बोर्ड परिसर स्थित कॉन्फ्रेंस हॉल में घोषित करेंगे। इस साल दसवीं में आवेदन करने वाले 12 लाख 14 हजार 512 स्टूडेंट थे। दसवीं मूक-बधिर परीक्षा के लिए 1763, वोकेशनल परीक्षा के लिए 48 हजार 846 परीक्षार्थियों ने आवेदन किए। प्रवेशिका परीक्षा के लिए 8355 विद्यार्थियों ने आवेदन किए।
वर्ष 2020 का परीक्षा परिणाम : 80.64 %
कक्षा 10 की परीक्षा में कुल 11 लाख 78 हजार 570 विद्यार्थियों ने फार्म भरे थे। 11 लाख 52 हजार 201 विद्यार्थी परीक्षा में शामिल हुए थे। 9 लाख 29 हजार 45 विद्यार्थी उत्तीर्ण रहे। परिणाम 80.64 प्रतिशत रहा।
यहां देख सकेंगे परिणाम:—
बोर्ड का यह परिणाम वेबसाइट www.rajeduboard.rajasthan.gov.in
पर उपलब्ध होगा। जिस पर अपना रोल नंबर डालकर परिणाम देखा जा सकता है।
विस्तृत रूप से——-
राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की माध्यमिक, माध्यमिक व्यावसायिक शिक्षा, प्रवेशिका व वरिष्ठ उपाध्याय का परीक्षा परिणाम शुक्रवार को जारी होगा। परिणाम बोर्ड अध्यक्ष डॉ. डी.पी.जारोली बोर्ड परिसर स्थित कांफ्रेंस हॉल में शाम 4 बजे घोषित करेंगे। बोर्ड सचिव अरविंद कुमार सेंगवा ने बताया कि माध्यमिक परीक्षा में 12 लाख 14 हजार 512, माध्यमिक व्यावसायिक शिक्षा में 48843, प्रवेशिका 8355 और वरिष्ठ उपाध्याय परीक्षा में 3823 विद्यार्थी पंजीकृत हैं।
बारहवीं की तरह दसवीं में भी विशेष फार्मूले के तहत विद्यार्थियों को प्रमोट किया जाएगा। इसमें विद्यार्थियों के निचली कक्षाएं यानि आठवीं व नवीं के अंक काम आएंगे। बोर्ड के इतिहास में पहली बार बगैर परीक्षा कराए दसवीं का परिणाम जारी किया जाएगा।
औसत अंकों के आधार पर परिणाम
बारहवीं की तर्ज पर ही सरकार ने दसवीं के लिए भी विशेष फार्मूला तैयार किया है। इस बार भी विद्यार्थियों को सत्रांक अंक सहित पूर्व कक्षाओं के औसत अंकों के आधार पर उत्तीर्ण घोषित किया जाएगा। स्कूल समिति विद्यार्थी के ओवर ऑल परफॉर्मेंस के आधार पर सत्रांक भेजेगी। जानकारों की मानें तो दसवी कक्षा के परिणाम प्रतिशत में बारहवीं के मुकाबले गिरावट आ सकती है। इसका कारण विद्यार्थियों का निचली कक्षाओं में औसत प्रदर्शन रहना हो सकता है।
राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (RBSE) 10वीं का रिजल्ट शुक्रवार को आएगा। 12 लाख स्टूडेंट का इंतजार कल शाम 4 बजे खत्म हो जाएगा। पिछले साल परिणाम 80.64 प्रतिशत रहा था। इस बार बच्चों को प्रमोट किया जा रहा है। इसलिए पिछले साल के मुकाबले इस साल रिजल्ट बेहतर रहेगा। बोर्ड के सचिव अरविन्द कुमार सेंगवा ने बताया कि परिणाम बोर्ड अध्यक्ष डॉ. डी.पी. जारोली बोर्ड परिसर स्थित कॉन्फ्रेंस हॉल में घोषित करेंगे। इस साल दसवीं में आवेदन करने वाले 12 लाख 14 हजार 512 स्टूडेंट थे। दसवीं मूक-बधिर परीक्षा के लिए 1763, वोकेशनल परीक्षा के लिए 48 हजार 846 परीक्षार्थियों ने आवेदन किए। प्रवेशिका परीक्षा के लिए 8355 विद्यार्थियों ने आवेदन किए।
वर्ष 2020 का परीक्षा परिणाम : 80.64 %
कक्षा 10 की परीक्षा में कुल 11 लाख 78 हजार 570 विद्यार्थियों ने फार्म भरे थे। 11 लाख 52 हजार 201 विद्यार्थी परीक्षा में शामिल हुए थे। 9 लाख 29 हजार 45 विद्यार्थी उत्तीर्ण रहे। परिणाम 80.64 प्रतिशत रहा।
यहां देख सकेंगे परिणाम:—
बोर्ड का यह परिणाम वेबसाइट www.rajeduboard.rajasthan.gov.in
पर उपलब्ध होगा। जिस पर अपना रोल नंबर डालकर परिणाम देखा जा सकता है।
विस्तृत रूप से——-
राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की माध्यमिक, माध्यमिक व्यावसायिक शिक्षा, प्रवेशिका व वरिष्ठ उपाध्याय का परीक्षा परिणाम शुक्रवार को जारी होगा। परिणाम बोर्ड अध्यक्ष डॉ. डी.पी.जारोली बोर्ड परिसर स्थित कांफ्रेंस हॉल में शाम 4 बजे घोषित करेंगे। बोर्ड सचिव अरविंद कुमार सेंगवा ने बताया कि माध्यमिक परीक्षा में 12 लाख 14 हजार 512, माध्यमिक व्यावसायिक शिक्षा में 48843, प्रवेशिका 8355 और वरिष्ठ उपाध्याय परीक्षा में 3823 विद्यार्थी पंजीकृत हैं।
बारहवीं की तरह दसवीं में भी विशेष फार्मूले के तहत विद्यार्थियों को प्रमोट किया जाएगा। इसमें विद्यार्थियों के निचली कक्षाएं यानि आठवीं व नवीं के अंक काम आएंगे। बोर्ड के इतिहास में पहली बार बगैर परीक्षा कराए दसवीं का परिणाम जारी किया जाएगा।
औसत अंकों के आधार पर परिणाम
बारहवीं की तर्ज पर ही सरकार ने दसवीं के लिए भी विशेष फार्मूला तैयार किया है। इस बार भी विद्यार्थियों को सत्रांक अंक सहित पूर्व कक्षाओं के औसत अंकों के आधार पर उत्तीर्ण घोषित किया जाएगा। स्कूल समिति विद्यार्थी के ओवर ऑल परफॉर्मेंस के आधार पर सत्रांक भेजेगी। जानकारों की मानें तो दसवी कक्षा के परिणाम प्रतिशत में बारहवीं के मुकाबले गिरावट आ सकती है। इसका कारण विद्यार्थियों का निचली कक्षाओं में औसत प्रदर्शन रहना हो सकता है।
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