03 August 2021 04:57 PM
भारत के अधिकांश राज्यों में कोरोना के आंकड़े अब बहुत कम हो गए हैं। धीरे-धीरे भारत में कोरोना की दूसरी लहर के बाद अब वापिस जनजीवन पटरी पर आ रहा है। कोरोना की दूसरी लहर ने भारत में कोहराम मचाया था।
भारत में अब तीसरी लहर को लेकर तैयारियां जारी है वही आईआईटी हैदराबाद के मुथुक्कमल्ली विद्यासागर एवं आईआईटी कानपुर के मनिंद्र अग्रवाल के नेतृत्व में हुए एक रिसर्च में दावा किया गया है कि भारत में तीसरी लहर काफी अक्टूबर माह में आएगा। उनके रिसर्च में यह भी दावा किया गया है कि तीसरी लहर दूसरी लहर से कम खतरनाक होगी। उनके रिसर्च के अनुसार अक्टूबर माह के पीक में 1 दिन में एक से डेढ़ लाख मामले प्रतिदिन आएंगे। आपको बता दें इन दोनों के नेतृत्व में हुए रिसर्च को इसलिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि इनके द्वारा अपने रिसर्च के आधार पर की गई दूसरी लहर की भविष्यवाणी एकदम सटीक थी।
इन्होंने अपने रिसर्च में पहले ही दूसरी लहर का अनुमान और उससे होने वाले नुकसान का आकलन कर लिया था इसलिए इनके द्वारा लगाया जा रहा तीसरी लहर के अनुमान को हाथों हाथ लिया जा रहा है।
भारत के अधिकांश राज्यों में कोरोना के आंकड़े अब बहुत कम हो गए हैं। धीरे-धीरे भारत में कोरोना की दूसरी लहर के बाद अब वापिस जनजीवन पटरी पर आ रहा है। कोरोना की दूसरी लहर ने भारत में कोहराम मचाया था।
भारत में अब तीसरी लहर को लेकर तैयारियां जारी है वही आईआईटी हैदराबाद के मुथुक्कमल्ली विद्यासागर एवं आईआईटी कानपुर के मनिंद्र अग्रवाल के नेतृत्व में हुए एक रिसर्च में दावा किया गया है कि भारत में तीसरी लहर काफी अक्टूबर माह में आएगा। उनके रिसर्च में यह भी दावा किया गया है कि तीसरी लहर दूसरी लहर से कम खतरनाक होगी। उनके रिसर्च के अनुसार अक्टूबर माह के पीक में 1 दिन में एक से डेढ़ लाख मामले प्रतिदिन आएंगे। आपको बता दें इन दोनों के नेतृत्व में हुए रिसर्च को इसलिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि इनके द्वारा अपने रिसर्च के आधार पर की गई दूसरी लहर की भविष्यवाणी एकदम सटीक थी।
इन्होंने अपने रिसर्च में पहले ही दूसरी लहर का अनुमान और उससे होने वाले नुकसान का आकलन कर लिया था इसलिए इनके द्वारा लगाया जा रहा तीसरी लहर के अनुमान को हाथों हाथ लिया जा रहा है।
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