18 April 2022 05:35 PM
जोग संजोग टाइम्स बीकानेर
मिली जानकारी के अनुसार एक CA फर्म के दो पार्टनर के JIO SIM देर रात अचानक एक साथ बंद हो जाते हैं। दोनों ये सोचकर आराम से सो जाते हैं कि शायद नेटवर्क का कोई लोचा होगा, इसलिए नेटवर्क नहीं आ रहा। अगली सुबह भी जब सिम चालू नहीं होता तो उनकी बेचैनी बढ़ जाती है। तीसरे दिन जाकर पता चलता है कि उनके बैंक अकाउंट में रखी सारी जमा-पूंजी साइबर ठगों ने उड़ा ली है। ऐसे ही बाड़मेर के बालोतरा में एक प्राइवेट फैक्ट्री के मैनेजर के साथ हुआ। उनकी BSNL नंबर की SIM में अचानक से नेटवर्क आना बंद हो गया। जब तक वह नई SIM एक्टिवेट करवाते, फर्म से जुड़े अकाउंट से करीब 30 लाख रुपए के ट्रांजैक्शन हो गए। राजस्थान पुलिस की साइबर एक्सपर्ट टीम ने जब पड़ताल की तो पता लगा कि दोनों ही मामलों में SIM थोड़ी देर के लिए किसी दूसरे स्टेट में चालू हुई। साइबर ठगों ने बड़ी आसानी से खाते खाली कर दिए। दोनों ही मामलों में सबसे हैरान कर देने वाली बात ये थी कि चलते-चलते SIM अचानक बंद कैसे हो गई। अगर हुई भी तो एक ही यूनीक नंबर से किसी दूसरे स्टेट में SIM चालू कैसे हो गई। दैनिक भास्कर ने इन दोनों मामलों की पड़ताल साइबर एक्सपर्ट टीम से करवाई तो चौंकाने वाला खुलासा हुआ। ग्राहक से बिना OTP नंबर मांगे, बिना कोई डिटेल के सारा रिकॉर्ड साइबर ठग चुरा सकते हैं और चुटकियों में आपके खाते में रखी पूंजी उड़ा सकते हैं। साइबर ठगों ने ट्रैप का नया तरीका ढूंढ लिया है। ये ऐसा तरीका है, जिसमें जोखिम न के बराबर होता है और साइबर ठग आसानी से 500-1000 करोड़ रुपए के भी चुटकियों में उड़ा कर सकते हैं। इस बार मंडे स्टोरी में आपको बताते हैं साइबर ठगों का नया मायाजाल और इससे बचने के तरीके। आगे खबर पढ़ने से पहले आप अपनी राय देकर पोल में हिस्सा ले सकते हैं।
जोग संजोग टाइम्स बीकानेर
मिली जानकारी के अनुसार एक CA फर्म के दो पार्टनर के JIO SIM देर रात अचानक एक साथ बंद हो जाते हैं। दोनों ये सोचकर आराम से सो जाते हैं कि शायद नेटवर्क का कोई लोचा होगा, इसलिए नेटवर्क नहीं आ रहा। अगली सुबह भी जब सिम चालू नहीं होता तो उनकी बेचैनी बढ़ जाती है। तीसरे दिन जाकर पता चलता है कि उनके बैंक अकाउंट में रखी सारी जमा-पूंजी साइबर ठगों ने उड़ा ली है। ऐसे ही बाड़मेर के बालोतरा में एक प्राइवेट फैक्ट्री के मैनेजर के साथ हुआ। उनकी BSNL नंबर की SIM में अचानक से नेटवर्क आना बंद हो गया। जब तक वह नई SIM एक्टिवेट करवाते, फर्म से जुड़े अकाउंट से करीब 30 लाख रुपए के ट्रांजैक्शन हो गए। राजस्थान पुलिस की साइबर एक्सपर्ट टीम ने जब पड़ताल की तो पता लगा कि दोनों ही मामलों में SIM थोड़ी देर के लिए किसी दूसरे स्टेट में चालू हुई। साइबर ठगों ने बड़ी आसानी से खाते खाली कर दिए। दोनों ही मामलों में सबसे हैरान कर देने वाली बात ये थी कि चलते-चलते SIM अचानक बंद कैसे हो गई। अगर हुई भी तो एक ही यूनीक नंबर से किसी दूसरे स्टेट में SIM चालू कैसे हो गई। दैनिक भास्कर ने इन दोनों मामलों की पड़ताल साइबर एक्सपर्ट टीम से करवाई तो चौंकाने वाला खुलासा हुआ। ग्राहक से बिना OTP नंबर मांगे, बिना कोई डिटेल के सारा रिकॉर्ड साइबर ठग चुरा सकते हैं और चुटकियों में आपके खाते में रखी पूंजी उड़ा सकते हैं। साइबर ठगों ने ट्रैप का नया तरीका ढूंढ लिया है। ये ऐसा तरीका है, जिसमें जोखिम न के बराबर होता है और साइबर ठग आसानी से 500-1000 करोड़ रुपए के भी चुटकियों में उड़ा कर सकते हैं। इस बार मंडे स्टोरी में आपको बताते हैं साइबर ठगों का नया मायाजाल और इससे बचने के तरीके। आगे खबर पढ़ने से पहले आप अपनी राय देकर पोल में हिस्सा ले सकते हैं।
RELATED ARTICLES
14 August 2022 02:00 PM
© Copyright 2021-2025, All Rights Reserved by Jogsanjog Times| Designed by amoadvisor.com