18 May 2021 04:38 PM
जोग संजोग टाइम्स
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने मंगलवार को कहा कि देश ने कोरोना वायरस बीमारी (कोविड -19) महामारी की दूसरी लहर में 270 डॉक्टरों को खो दिया, जो अधिक घातक और तेजी से फैल रहा है। आईएमए के पूर्व अध्यक्ष डॉ केके अग्रवाल की भी सोमवार को घातक संक्रमण से मौत हो गई।
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन द्वारा जारी राज्यव्यापी आंकड़ों के अनुसार, बिहार में चिकित्सकों की सबसे अधिक 78 मौतें हुईं, इसके बाद उत्तर प्रदेश (37), दिल्ली (29) और आंध्र प्रदेश (22) का स्थान रहा। आईएमए ने कहा कि महामारी की पहली लहर में 748 डॉक्टरों ने बीमारी के कारण दम तोड़ दिया।
समाचार एजेंसी पीटीआई ने आईएमए अध्यक्ष डॉ जेए जयलाल के हवाले से कहा, “महामारी की दूसरी लहर सभी के लिए और विशेष रूप से सबसे आगे रहने वाले स्वास्थ्य कर्मियों के लिए बेहद घातक साबित हो रही है।”
इस साल 16 जनवरी से शुरू हुए राष्ट्रव्यापी कोविड-19 टीकाकरण कार्यक्रम के पहले चरण में डॉक्टरों, अन्य स्वास्थ्य सेवा और फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं को टीका लगाया गया था। कार्यक्रम को नवीनतम रूप से विस्तारित किया गया था, जिसमें पहले 60 वर्ष से ऊपर के लोगों को शामिल किया गया था और बाद में 45 से अधिक श्रेणी के लिए खोला गया था।
1 मई से 18-44 आयु वर्ग के लोग टीकाकरण अभियान के तीसरे चरण में कोविड-19 वैक्सीन शॉट्स ले सकते हैा।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि देश में प्रशासित कोविड-19 वैक्सीन खुराक की संचयी संख्या 18.44 करोड़ को पार कर गई है। जिन लोगों को 18,44,22,218 खुराक दी गई उनमें 96,58,913 स्वास्थ्यकर्मी (एचसीडब्ल्यू) थे, जिन्होंने पहली खुराक ली और दूसरी खुराक लेने वाले 66,52,200 हैं। 1,44,97,411 फ्रंटलाइन वर्कर (एफएलडब्ल्यू) जिन्होंने पहली खुराक प्राप्त की है और 82,16,750 ने दूसरी खुराक ली है।
मंत्रालय ने कहा कि टीकाकरण अभियान (17 मई) के 122वें दिन 14,79,592 वैक्सीन की खुराक दी गई।
जोग संजोग टाइम्स
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने मंगलवार को कहा कि देश ने कोरोना वायरस बीमारी (कोविड -19) महामारी की दूसरी लहर में 270 डॉक्टरों को खो दिया, जो अधिक घातक और तेजी से फैल रहा है। आईएमए के पूर्व अध्यक्ष डॉ केके अग्रवाल की भी सोमवार को घातक संक्रमण से मौत हो गई।
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन द्वारा जारी राज्यव्यापी आंकड़ों के अनुसार, बिहार में चिकित्सकों की सबसे अधिक 78 मौतें हुईं, इसके बाद उत्तर प्रदेश (37), दिल्ली (29) और आंध्र प्रदेश (22) का स्थान रहा। आईएमए ने कहा कि महामारी की पहली लहर में 748 डॉक्टरों ने बीमारी के कारण दम तोड़ दिया।
समाचार एजेंसी पीटीआई ने आईएमए अध्यक्ष डॉ जेए जयलाल के हवाले से कहा, “महामारी की दूसरी लहर सभी के लिए और विशेष रूप से सबसे आगे रहने वाले स्वास्थ्य कर्मियों के लिए बेहद घातक साबित हो रही है।”
इस साल 16 जनवरी से शुरू हुए राष्ट्रव्यापी कोविड-19 टीकाकरण कार्यक्रम के पहले चरण में डॉक्टरों, अन्य स्वास्थ्य सेवा और फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं को टीका लगाया गया था। कार्यक्रम को नवीनतम रूप से विस्तारित किया गया था, जिसमें पहले 60 वर्ष से ऊपर के लोगों को शामिल किया गया था और बाद में 45 से अधिक श्रेणी के लिए खोला गया था।
1 मई से 18-44 आयु वर्ग के लोग टीकाकरण अभियान के तीसरे चरण में कोविड-19 वैक्सीन शॉट्स ले सकते हैा।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि देश में प्रशासित कोविड-19 वैक्सीन खुराक की संचयी संख्या 18.44 करोड़ को पार कर गई है। जिन लोगों को 18,44,22,218 खुराक दी गई उनमें 96,58,913 स्वास्थ्यकर्मी (एचसीडब्ल्यू) थे, जिन्होंने पहली खुराक ली और दूसरी खुराक लेने वाले 66,52,200 हैं। 1,44,97,411 फ्रंटलाइन वर्कर (एफएलडब्ल्यू) जिन्होंने पहली खुराक प्राप्त की है और 82,16,750 ने दूसरी खुराक ली है।
मंत्रालय ने कहा कि टीकाकरण अभियान (17 मई) के 122वें दिन 14,79,592 वैक्सीन की खुराक दी गई।
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