23 November 2021 03:46 PM

जोग संजोग टाइम्स बीकानेर,
बीकानेर। पूरे प्रदेश डेंगू की मार झेल रहा है इसमें बीकानेर भी अछुता नही हैं पूरे बीकानेर को डेंगू ने जकड़ रखा है शहर के हर घर के अन्दर बुखार, खांसी, जुकाम के रोगी है कई गम्भीर है जो अस्पताल में जगह नहीं होने के कारण इलाज घर पर ले रहे है। लेकिन इन बीमारों को लूटने के लिए शहर की लेबोरेट्री वालो ने कोई कसर नहीं छोड़ी है ऐसा लगता है कोरोना काल के बाद डेंगू ने लेबोरेट्री वालो को जीवनदान दिया और वो जितना हो सके लूटने में लगे है। अस्पताल में डॉक्टर को दिखाने पर सीधा सीबीसी व डेंगू की जांच लिखी जाति है मरीज को दिखाने का मतलब है जेब में 1500/- होने आवश्यक है क्योंकि लेबोरेट्री वाले सीबीसी जांच के 200/- से लेकर, 250/- तक और डेंगू जांच 400/- से 800/- तक लेते है जबकि एक मरीज को कम से कम चार बार सीबीसी जांच करवाई जाती है। इसको लेकर चिकित्सा विभाग ने कोई रेट तय नहीं की लेबोरेट्री वालों की सीबीसी जांच व डेंगू जांच के कितने रूपये लेने है इसी का फायदा उठाते हुए लेबोरेट्री संचालकों ने मरीजों को जमकर लूटा है उन्होने इस डेंगू जैसी जानलेवा बीमारी में भी मानवता को नहीं समझा और मानवता को शर्मसार किया है। सरकारी अस्पताल मेें इतनी भीड़ रहती है कि मरीज को तुरन्त इलाज के लिए प्राईवेट जांच करवानी पड़ती है और उसका खामियाजा मरीज व उसके परिजनों को उठाना पड़ता है।
जोग संजोग टाइम्स बीकानेर,
बीकानेर। पूरे प्रदेश डेंगू की मार झेल रहा है इसमें बीकानेर भी अछुता नही हैं पूरे बीकानेर को डेंगू ने जकड़ रखा है शहर के हर घर के अन्दर बुखार, खांसी, जुकाम के रोगी है कई गम्भीर है जो अस्पताल में जगह नहीं होने के कारण इलाज घर पर ले रहे है। लेकिन इन बीमारों को लूटने के लिए शहर की लेबोरेट्री वालो ने कोई कसर नहीं छोड़ी है ऐसा लगता है कोरोना काल के बाद डेंगू ने लेबोरेट्री वालो को जीवनदान दिया और वो जितना हो सके लूटने में लगे है। अस्पताल में डॉक्टर को दिखाने पर सीधा सीबीसी व डेंगू की जांच लिखी जाति है मरीज को दिखाने का मतलब है जेब में 1500/- होने आवश्यक है क्योंकि लेबोरेट्री वाले सीबीसी जांच के 200/- से लेकर, 250/- तक और डेंगू जांच 400/- से 800/- तक लेते है जबकि एक मरीज को कम से कम चार बार सीबीसी जांच करवाई जाती है। इसको लेकर चिकित्सा विभाग ने कोई रेट तय नहीं की लेबोरेट्री वालों की सीबीसी जांच व डेंगू जांच के कितने रूपये लेने है इसी का फायदा उठाते हुए लेबोरेट्री संचालकों ने मरीजों को जमकर लूटा है उन्होने इस डेंगू जैसी जानलेवा बीमारी में भी मानवता को नहीं समझा और मानवता को शर्मसार किया है। सरकारी अस्पताल मेें इतनी भीड़ रहती है कि मरीज को तुरन्त इलाज के लिए प्राईवेट जांच करवानी पड़ती है और उसका खामियाजा मरीज व उसके परिजनों को उठाना पड़ता है।
RELATED ARTICLES
 
        				30 October 2025 02:43 PM
© Copyright 2021-2025, All Rights Reserved by Jogsanjog Times| Designed by amoadvisor.com
