01 May 2022 11:50 AM
जोग संजोग टाइम्स बीकानेर
मिली जानकारी के अनुसार जोधपुर के प्रतिष्ठित उम्मेद क्लब में एक नाबालिग का शॉवर लेते और चेंज करने का वीडियो बनाने के मामले में 17 साल नाबालिग कानूनी लड़ाई लड़ने के लिए आगे आई है। जब नबालिग से मां ने कहा- अपनी आवाज उठाने के लिए कानूनी लड़ाई लड़नी होगी। बेटी तुम तैयार हो… पुलिस स्टेशन बयान देने जाना होगा। कोर्ट के चक्कर भी लगाने होंगे। मां की यह बात सुनकर बेटी थोड़ा नर्वस हुई फिर सोचा की खुद के लिए आवाज नहीं उठाऊंगी तो गलत करने वाले को सजा कैसे मिलेगी। उसने मेरा बाथरुम में वीडियो बनाया है। और हो सकता है मेरे से पहले भी कई लड़कियां बाथरुम में गई थी। उनका भी वीडियो बनाया हो। मैं चुप रही तो मैं अपने साथ अन्याय तो करुंगी। उन लड़कियों के साथ भी अन्याय होगा। और ऐसी ओछी हरकत करने वाले का हौसला बुलंद होगा।
दरअसल, उम्मेद क्लब के स्विमिंग पूल के बाथरुम में स्विमिंग सूट बदलते समय आकाश चौपड़ा ने नाबालिग वीडियो बनाया। इस पर उसने थाने में मामला दर्ज करवाया। जिस पर शनिवार को नाबालिग के थाने में बयान हुए।
बता दे कि 24 अप्रैल को जोधपुर के उमेद क्लब के बाथरुम में युवक आकाश चौपड़ा ने नाबालिग का नहाते समय वीडियो बनाया। अपना वीडियो बनते देख नाबालिग ने युवक को पकड़ा लेकिन क्लब के पदाधिकारियों ने न्याय दिलाने की बात कही फिर सहयोग नहीं किया इस पर आकाश, कमलेश तातेड़ और क्लब के पदाधिरियों के खिलाफ पोक्सो और आईटी एक्ट में मामला दर्ज हुआ। शनिवार को नाबालिग के बयान हुए। नाबालिग से बात करने पर उसने बताया कि पिछले रविवार जब वह अपनी सहेलियों के साथ उम्मेद क्लब स्विमिंग के लिए गई तब पूल से बाहर निकल कर शॉवर करने व कपड़े बदलने बाथरुम में गई। कपड़े बदल रही थी तो मैंने बाथरुम की वॉल पर मोबाइल देखा तो नर्वस हो गई। कुछ समझ नहीं आया जल्दी से कपड़े सही किए तब तक तरह-तरह के खयाल आने लगे यह लगा कि मेरा वीडियो बन गया है। अब वह उससे ब्लैकमेल करेगा। फिर मेरी व मेरी फैमिली की इमेज खराब होगी। एकदम से खुद में हिम्मत बांधी और जोर से चिल्लाते हुए बाथरुम से बाहर आकर पास वाले बाथरुम में दरवाजा बजाया तो एक व्यक्ति बाहर आया। उससे मोबाइल लेने लगी तो वह छुपाने लगा। मेरा शक यकीन में बदल गया। यदि कोई गलत काम नहीं किया होता तो वह छुपाने की कोशिश नहीं करता। तभी सोच लिया कि अब इसे यहां से जाने नहीं देना है मोबाइल फोर्मेट करवाना जरुरी है। इस पर चिल्लाई तो कई लोग वहां इकट्ठा हो गए। मेरी सहेलियां पूल में ही थी। उन्हें इस बात का पता नहीं था। मन में घबराहट थी। पहली बार क्लब आई थी। ऐसी हरकत होने से दिल बैठा जा रहा था।
नबालिग ने बताया कि हिम्मत नहीं हारी और गलत करने वाले को सजा दिलवानी जरुरी थी। मां ने ही बचपन से सीखाया था कि अपने साथ गलत होते देखो तो आवाज उठाओ। कुछ इंटरनेट पर भी ऐसी घटनाए देख कर अवेयर हो चुकी थी। वहां उपस्थित कई लोगों ने मुझे यह बोला कि तुम्हें गलतफहमी हुई है। लेकिन मैं कॉन्फिडेंट थी। मुझे पता था इस व्यक्ति ने गलत किया है। और मुझ से पहले भी कई लड़कियों के वीडियो बनाए होगे। मां को फोन कर बुलाया मां पुलिस के साथ पहुंची लेकिन तब भी सभी मुझ पर यह दबाव बनाते रहे कि मुझे गलतफहमी हुई। क्लब के पदाधिकारियों ने भी बोला लेकिन मैं कॉन्फिडेंट थी।
क्लब ने न्याय नहीं दिया को पुलिस में शिकायत की
नाबालिग की मां ने बताया कि जब सभी ने दबाव बनाया तो मुझे भी लगा कि बेटी को हो सकता है गलतफहमी हुई हो। इस पर बेटी से सवाल किया तो वह बोली मम्मा मेरे साथ गलत हुआ है। मैं कॉन्फिडेंट हूं। बेटी के इस स्टेंड पर उसका साथ देने की ठानी। जब क्लब ने न्याय नहीं दिया तो पुलिस में कम्पलेन करने का सोचा। कई लोगों ने मना किया सिंगल मदर हो बेटी का नाम सामने आएगा कहा-कहां लेकर घूमोगी। लेकिन जब बेटी ने हिम्मत नहीं हारी तो उसका साथ दिया। मामला दर्ज करवाया।
नाबालिग ने बताया कि मां हमेशा गलत नहीं सहन करने की सलाह देती है। मेरा फ्रेंड सर्कल भी गलत होने पर चुप नहीं रह कर आवाज उठाने में विश्वास रखता है। और हम दूसरी लड़कियों को भी अवेयर करते है। पुलिस थाने जाना और कोर्ट जाना मेरे लिए यह सब नया है। नर्वस हूं इसको लेकर लेकिन खुद के लिए स्टेड लेने की खुशी भी।
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